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बिलासपुर ,31 जनवरी ! जनमंच कार्यक्रम में चपाती का हिसाब मांगने वाले बताएं "सरकार जनता द्वार " में मुर्गा परोसने का हिसाब कब देंगे भाजपा प्रदेश प्रवक्ता महेन्द्र धर्मानी ने कहा कि जिला ऊना में सुखू सरकार द्वारा आयोजित कार्यक्रम " सरकार जनता के द्वार " कार्यक्रम में मुख्य्मंत्री के समक्ष लोग समस्याएँ लेकर आए लेकिन सरकार मुर्गा खाने में व्यस्त है। हिमाचल सरकार का असली चेहरा जनता के सामने आ गया है। महेंद्र धर्मानी ने कहा कि भाजपा की जयराम सरकार के समय जनमंच कार्यक्रम के माध्यम से एक सार्थक पहल लोगों की समस्याओं के निराकरण करने के लिए हुई थी।उसी की नकल करते हुए नाम बदलकर सुखु सरकार ने "सरकार जनता के द्वार " शुरू किया। उसमें लोगों की समस्याओं का समाधान न करके कांग्रेस के नेता,मंत्री मौज मस्ती करके जनता के पैसों का दुरुपयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सुखू सरकार आर्थिक बदहाली का रोना रो रही है और दूसरी ओर सार्वजनिक कार्यक्रमों में मुर्गा परोसकर सरकारी खजाने का दुरूपयोग कर रहे हैं जो अत्यंत निंदनीय है। सरकार जनता के द्वार कार्यक्रम सरकारी पैसे का दुरुपयोग करके भाजपा और केंद्र सरकार को गालियां देने तक सीमित हो गया है,लोगों को घंटो तक मंत्रियों के इंतजार में बैठाकर रखा जा रहा है। लोग परेशान हैं और समस्याओं का हल मौके पर करने के दावे पूरी तरह से झूठे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार लोगों की मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने में पूरी तरह विफल है महेंद्र धर्मानी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कांग्रेस नेताओं को कैबिनेट दर्जा देकर और सरकारी कार्यक्रम में मुर्गा परोस कर खुश करके जनता पर आर्थिक बोझ बढ़ा रही है तथा प्रदेश में विकास कार्य पूर्णत ठप पड़े हैं। गरीब लोग सरकार मुआवजा नहीं दे पाई है, गरीब लोग टूटे हुए घरों में सोने के लिए मजबूर है, आज सड़कों के गड्ढे सरकार नहीं भर पाई है। उन्होंने सरकार पर जनता की अनदेखी करके मौज मस्ती करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा लोग परेशान हैं, त्रस्त हैं और सुखू सरकार मस्त है।
बिलासपुर ,31 जनवरी ! जनमंच कार्यक्रम में चपाती का हिसाब मांगने वाले बताएं "सरकार जनता द्वार " में मुर्गा परोसने का हिसाब कब देंगे भाजपा प्रदेश प्रवक्ता महेन्द्र धर्मानी ने कहा कि जिला ऊना में सुखू सरकार द्वारा आयोजित कार्यक्रम " सरकार जनता के द्वार " कार्यक्रम में मुख्य्मंत्री के समक्ष लोग समस्याएँ लेकर आए लेकिन सरकार मुर्गा खाने में व्यस्त है। हिमाचल सरकार का असली चेहरा जनता के सामने आ गया है।
महेंद्र धर्मानी ने कहा कि भाजपा की जयराम सरकार के समय जनमंच कार्यक्रम के माध्यम से एक सार्थक पहल लोगों की समस्याओं के निराकरण करने के लिए हुई थी।उसी की नकल करते हुए नाम बदलकर सुखु सरकार ने "सरकार जनता के द्वार " शुरू किया। उसमें लोगों की समस्याओं का समाधान न करके कांग्रेस के नेता,मंत्री मौज मस्ती करके जनता के पैसों का दुरुपयोग कर रहे हैं।
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उन्होंने कहा कि सुखू सरकार आर्थिक बदहाली का रोना रो रही है और दूसरी ओर सार्वजनिक कार्यक्रमों में मुर्गा परोसकर सरकारी खजाने का दुरूपयोग कर रहे हैं जो अत्यंत निंदनीय है। सरकार जनता के द्वार कार्यक्रम सरकारी पैसे का दुरुपयोग करके भाजपा और केंद्र सरकार को गालियां देने तक सीमित हो गया है,लोगों को घंटो तक मंत्रियों के इंतजार में बैठाकर रखा जा रहा है।
लोग परेशान हैं और समस्याओं का हल मौके पर करने के दावे पूरी तरह से झूठे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार लोगों की मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने में पूरी तरह विफल है
महेंद्र धर्मानी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कांग्रेस नेताओं को कैबिनेट दर्जा देकर और सरकारी कार्यक्रम में मुर्गा परोस कर खुश करके जनता पर आर्थिक बोझ बढ़ा रही है तथा प्रदेश में विकास कार्य पूर्णत ठप पड़े हैं।
गरीब लोग सरकार मुआवजा नहीं दे पाई है, गरीब लोग टूटे हुए घरों में सोने के लिए मजबूर है, आज सड़कों के गड्ढे सरकार नहीं भर पाई है। उन्होंने सरकार पर जनता की अनदेखी करके मौज मस्ती करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा लोग परेशान हैं, त्रस्त हैं और सुखू सरकार मस्त है।
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