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बिलासपुर, 7 मार्च (राकेश) ! महाविद्यालय घुमारवीं में एन.एस.यू.आई इकाई ने महाविधालय में शौचालय की जो दयनीय स्थिति है, उसके बारे में कॉलेज प्रसासन को वीरवार को अवगत करवाया है। एन. एस.यू.आई ने कहा कि वर्तमान समय मे महाविधालय में शौचालय की स्थिति बहुत बुरी हैं, फिर चाहे वो लड़को के शौचालय की बात हों या लड़कियों के शौचालय की या फिर अध्यपको के शौचालय की हो ऐसा कोई टॉयलेट नहीं है, जिसकी स्थिति ठीक हों । एन .एस.यू.आई ने कहा कि,पिछले कई दिनों से प्रशासन को अवगत करवाया जा रहा है, कि महाविधालय में बहुत बुरी हालत हैं, कि बच्चें पढ़ने की बजाय ख़ुद सफाई कर रहे हैं। बर्तन धोने की जगह पानी नहीं है पाईप ब्लॉक हो गई हैं। टॉयलेट्स के गढ़े तक भर गए हैं और लीक कर रहे । बदबू से बुरा हाल है इतनी गंदगी है की बहा रहना मुश्किल हो रहा है। टॉयलेट के गढ़े के लिए लगभग 4 लाख रुपए सेंक्शन किए गए थे, लेकिन आज दिन तक वो काम पूरा ही नहीं हुआ स्थिति तो यू हैं कि आज कल तो काम भी बंद हैं पिछले कई वर्षों से काम पूरा नहीं हुआ । हॉस्टल्स के बाहर जाकर बर्तन धोने पड़ते हैं। स्थिति तो यू है कि टॉयलेट्स ब्लॉक हो गए हाल ही में एक लड़की की बाजू बहा फिसल कर टूट गई। महाविधालय प्रशासन को और जो संबंधित कमेटी हैं उनके सोचने की और फैसला लेने की जरूरत है अन्यथा स्थिति हाथ से निकलते टाईम नहीं लगेगा इस मौके पर एन.एस.यू.आई के पूर्व राष्ट्रीय मीडिया सह संयोजक नितिन चड्डा, जतिन, बादल, आदर्श , अखिल, निखिल, रमन आदि छात्र उपस्थित रहे। : वही इस बारे में प्रधानाचार्य प्रो राम कृष्ण से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि इस कार्य के लिए टेंडर लगवा दिए गए हैं। जल्द ही कार्य शुरू हो जाएगा।
बिलासपुर, 7 मार्च (राकेश) ! महाविद्यालय घुमारवीं में एन.एस.यू.आई इकाई ने महाविधालय में शौचालय की जो दयनीय स्थिति है, उसके बारे में कॉलेज प्रसासन को वीरवार को अवगत करवाया है। एन. एस.यू.आई ने कहा कि वर्तमान समय मे महाविधालय में शौचालय की स्थिति बहुत बुरी हैं, फिर चाहे वो लड़को के शौचालय की बात हों या लड़कियों के शौचालय की या फिर अध्यपको के शौचालय की हो ऐसा कोई टॉयलेट नहीं है, जिसकी स्थिति ठीक हों । एन .एस.यू.आई ने कहा कि,पिछले कई दिनों से प्रशासन को अवगत करवाया जा रहा है, कि महाविधालय में बहुत बुरी हालत हैं, कि बच्चें पढ़ने की बजाय ख़ुद सफाई कर रहे हैं।
बर्तन धोने की जगह पानी नहीं है पाईप ब्लॉक हो गई हैं। टॉयलेट्स के गढ़े तक भर गए हैं और लीक कर रहे । बदबू से बुरा हाल है इतनी गंदगी है की बहा रहना मुश्किल हो रहा है। टॉयलेट के गढ़े के लिए लगभग 4 लाख रुपए सेंक्शन किए गए थे, लेकिन आज दिन तक वो काम पूरा ही नहीं हुआ स्थिति तो यू हैं कि आज कल तो काम भी बंद हैं पिछले कई वर्षों से काम पूरा नहीं हुआ । हॉस्टल्स के बाहर जाकर बर्तन धोने पड़ते हैं।
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स्थिति तो यू है कि टॉयलेट्स ब्लॉक हो गए हाल ही में एक लड़की की बाजू बहा फिसल कर टूट गई। महाविधालय प्रशासन को और जो संबंधित कमेटी हैं उनके सोचने की और फैसला लेने की जरूरत है अन्यथा स्थिति हाथ से निकलते टाईम नहीं लगेगा इस मौके पर एन.एस.यू.आई के पूर्व राष्ट्रीय मीडिया सह संयोजक नितिन चड्डा, जतिन, बादल, आदर्श , अखिल, निखिल, रमन आदि छात्र उपस्थित रहे।
: वही इस बारे में प्रधानाचार्य प्रो राम कृष्ण से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि इस कार्य के लिए टेंडर लगवा दिए गए हैं। जल्द ही कार्य शुरू हो जाएगा।
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