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बिलासपुर ,23 फरवरी [ राकेश शर्मा ] ! जगत प्रकाश नड्डा, माननीय संसद सदस्य, राज्यसभा, ने एम्स बिलासपुर में आज नई सेवाओं - रेडिएशन ऑन्कोलॉजी, 128 स्लाइस सीटी स्कैनर, लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन किया और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश में विश्राम सदन की आधारशिला रखी। इन सेवाओं के जुड़ने से स्वास्थ्य देखभाल के बुनियादी ढांचे में अत्यन्त वृद्धि होगी और इससे हिमाचल प्रदेश और पड़ोसी राज्यों की जनता को अत्यधिकलाभ होगा, जिससे रोगी देखभाल में एक नए युग का सूत्रपात होगा। डॉ. मनसुख मांडविया, माननीय केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण व रसायन एवं उर्वरक मंत्री, भारत सरकार, श्री अनुराग ठाकुर, माननीय केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण तथा युवा कार्यक्रमएवं खेल मंत्री, भारत सरकार, श्री जय राम ठाकुर, माननीय नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री, हिमाचल प्रदेश ने इस अवसर की शोभा बढ़ाई। इस अवसर पर पावरग्रिड के मुख्य प्रबंध निदेशक श्री रवींद्र कुमार त्यागी, पावरग्रिड के निदेशक (कार्मिक) डॉ. यतींद्र द्विवेदी और एम्स बिलासपुरव पावरग्रिड के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। गणमान्य व्यक्तियों ने मुख्य अस्पताल भवन में कार्डिएक कैथ लैब, सीसीयू, सीएसएसडी और लॉन्ड्री का भी दौरा किया, जिसका उद्घाटन हाल ही में भारत सरकार के माननीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण व रसायन एवं उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने किया था। लगभग 30 करोड़ रुपये की लागत वाली अत्याधुनिक मशीनरी के साथ कैंसर रोगियों को अत्याधुनिक रेडियोथेरेपी उपचार प्रदान करने की दृष्टि से एम्स में विकिरण ऑन्कोलॉजी सेवाएं शुरू की गई हैं। उन्नत तकनीक की मदद से, कैंसर रोगियों का इलाज हाई एनर्जी लीनियर एक्सेलेरेटर ब्रेकीथेरेपी और 4डी सीटी सिम्युलेटर के माध्यम से किया जा सकता है, जो आसपास के स्वस्थ ऊतकों की अखंडता को संरक्षित करते हुए, ट्यूमर को प्रभावी ढंग से लक्षित करते हुए, सटीकता के साथ उपचार की योजना बनाने में मदद करेगा। पावरग्रिड की उदार नैगमिक सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) निधीकरणसे, 7 करोड़ रुपये की लागत से एम्स के आपातकालीन विभाग में अत्याधुनिक 128 स्लाइस सीटी स्कैनर स्थापित किया गया है। यह कम समय में असाधारण स्पष्टता के साथ तेज और सटीक इमेजिंग प्रदान करेगा, जिससे मरीजों के लिए प्रतीक्षा समय कम हो जाएगा। यह आपात स्थिति में आने वाले उन रोगियों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है जो गंभीर रूप से बीमार हैं और जिन्हें त्वरित सटीक निदान की आवश्यकता है। अगले कुछ महीनों में सीएसआर फंड के तहत 16 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत पर पावरग्रिड द्वारा एमआरआई मशीन भी प्रदान की जाएगी। सीएसआर के तहत पावरग्रिड द्वारा प्रदान किया गया एक और उदार समर्थन विश्राम सदन है। इसका निर्माण एम्स बिलासपुर में किया जाएगा, जिसमें 250 लोगों के ठहरने की व्यवस्था होगी। यह प्रतीक्षा कर रहे मरीजों और उनके परिचारकों को आरामदायक ठहराव के अतिरिक्त कड़ाके की ठंड, भीषण गर्मी और मानसून के दौरान लगातार बारिश से सुरक्षा प्रदान करेगा। यह 26.75 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत पर लगभग 18 महीनों में तैयार हो जाएगा। लिकिड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) प्लांट एम्स बिलासपुर को मरीजों के बिस्तर के पास चौबीसों घंटे ऑक्सीजन की आपूर्ति से सुसज्जित करेगा। संस्थान के भीतर दो एलएमओ टैंक स्थापित किए गए हैं और प्रत्येक टैंक 20 किलोलीटर (केएल) तक एलएमओ रख सकता है। एम्स बिलासपुर के कार्यकारी निदेशक डॉ. (प्रो.) वीर सिंह नेगी ने स्वास्थ्य सेवा को आगे बढ़ाने में उनके समर्पण और दूरदर्शिता के लिए श्री जगत प्रकाश नड्डा की सराहना की और हार्दिक धन्यवाद दिया। डॉ नेगी ने एम्स-बिलासपुर में सीटी मशीन और विश्राम सदन उपलब्ध करवाने के लिए भारत सरकार के माननीय केंद्रीय ऊर्जा और नवीन एवं नवीकरण ऊर्जा मंत्री श्री राज कुमार सिंह और पावर ग्रिड कॉर्पोरशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (पावरग्रिड) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक रवींद्र कुमार त्यागी के उदार समर्थन का भी आभार व्यक्त किया। एम्स बिलासपुर समाज के लिए लागत प्रभावी व्यापक देखभाल के लिए प्रतिबद्ध है। अपनी स्थापना के उपरांत से, यह रोगियों और उनके परिचारकों के लिए विभिन्न सुविधाएं विकसित करने पर उत्तरोत्तर काम कर रहा है।
बिलासपुर ,23 फरवरी [ राकेश शर्मा ] ! जगत प्रकाश नड्डा, माननीय संसद सदस्य, राज्यसभा, ने एम्स बिलासपुर में आज नई सेवाओं - रेडिएशन ऑन्कोलॉजी, 128 स्लाइस सीटी स्कैनर, लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन किया और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश में विश्राम सदन की आधारशिला रखी।
इन सेवाओं के जुड़ने से स्वास्थ्य देखभाल के बुनियादी ढांचे में अत्यन्त वृद्धि होगी और इससे हिमाचल प्रदेश और पड़ोसी राज्यों की जनता को अत्यधिकलाभ होगा, जिससे रोगी देखभाल में एक नए युग का सूत्रपात होगा।
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डॉ. मनसुख मांडविया, माननीय केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण व रसायन एवं उर्वरक मंत्री, भारत सरकार, श्री अनुराग ठाकुर, माननीय केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण तथा युवा कार्यक्रमएवं खेल मंत्री, भारत सरकार, श्री जय राम ठाकुर, माननीय नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री, हिमाचल प्रदेश ने इस अवसर की शोभा बढ़ाई।
इस अवसर पर पावरग्रिड के मुख्य प्रबंध निदेशक श्री रवींद्र कुमार त्यागी, पावरग्रिड के निदेशक (कार्मिक) डॉ. यतींद्र द्विवेदी और एम्स बिलासपुरव पावरग्रिड के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। गणमान्य व्यक्तियों ने मुख्य अस्पताल भवन में कार्डिएक कैथ लैब, सीसीयू, सीएसएसडी और लॉन्ड्री का भी दौरा किया, जिसका उद्घाटन हाल ही में भारत सरकार के माननीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण व रसायन एवं उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने किया था।
लगभग 30 करोड़ रुपये की लागत वाली अत्याधुनिक मशीनरी के साथ कैंसर रोगियों को अत्याधुनिक रेडियोथेरेपी उपचार प्रदान करने की दृष्टि से एम्स में विकिरण ऑन्कोलॉजी सेवाएं शुरू की गई हैं। उन्नत तकनीक की मदद से, कैंसर रोगियों का इलाज हाई एनर्जी लीनियर एक्सेलेरेटर ब्रेकीथेरेपी और 4डी सीटी सिम्युलेटर के माध्यम से किया जा सकता है, जो आसपास के स्वस्थ ऊतकों की अखंडता को संरक्षित करते हुए, ट्यूमर को प्रभावी ढंग से लक्षित करते हुए, सटीकता के साथ उपचार की योजना बनाने में मदद करेगा।
पावरग्रिड की उदार नैगमिक सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) निधीकरणसे, 7 करोड़ रुपये की लागत से एम्स के आपातकालीन विभाग में अत्याधुनिक 128 स्लाइस सीटी स्कैनर स्थापित किया गया है। यह कम समय में असाधारण स्पष्टता के साथ तेज और सटीक इमेजिंग प्रदान करेगा, जिससे मरीजों के लिए प्रतीक्षा समय कम हो जाएगा।
यह आपात स्थिति में आने वाले उन रोगियों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है जो गंभीर रूप से बीमार हैं और जिन्हें त्वरित सटीक निदान की आवश्यकता है। अगले कुछ महीनों में सीएसआर फंड के तहत 16 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत पर पावरग्रिड द्वारा एमआरआई मशीन भी प्रदान की जाएगी। सीएसआर के तहत पावरग्रिड द्वारा प्रदान किया गया एक और उदार समर्थन विश्राम सदन है। इसका निर्माण एम्स बिलासपुर में किया जाएगा, जिसमें 250 लोगों के ठहरने की व्यवस्था होगी।
यह प्रतीक्षा कर रहे मरीजों और उनके परिचारकों को आरामदायक ठहराव के अतिरिक्त कड़ाके की ठंड, भीषण गर्मी और मानसून के दौरान लगातार बारिश से सुरक्षा प्रदान करेगा। यह 26.75 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत पर लगभग 18 महीनों में तैयार हो जाएगा। लिकिड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) प्लांट एम्स बिलासपुर को मरीजों के बिस्तर के पास चौबीसों घंटे ऑक्सीजन की आपूर्ति से सुसज्जित करेगा। संस्थान के भीतर दो एलएमओ टैंक स्थापित किए गए हैं और प्रत्येक टैंक 20 किलोलीटर (केएल) तक एलएमओ रख सकता है।
एम्स बिलासपुर के कार्यकारी निदेशक डॉ. (प्रो.) वीर सिंह नेगी ने स्वास्थ्य सेवा को आगे बढ़ाने में उनके समर्पण और दूरदर्शिता के लिए श्री जगत प्रकाश नड्डा की सराहना की और हार्दिक धन्यवाद दिया। डॉ नेगी ने एम्स-बिलासपुर में सीटी मशीन और विश्राम सदन उपलब्ध करवाने के लिए भारत सरकार के माननीय केंद्रीय ऊर्जा और नवीन एवं नवीकरण ऊर्जा मंत्री श्री राज कुमार सिंह और पावर ग्रिड कॉर्पोरशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (पावरग्रिड) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक रवींद्र कुमार त्यागी के उदार समर्थन का भी आभार व्यक्त किया।
एम्स बिलासपुर समाज के लिए लागत प्रभावी व्यापक देखभाल के लिए प्रतिबद्ध है। अपनी स्थापना के उपरांत से, यह रोगियों और उनके परिचारकों के लिए विभिन्न सुविधाएं विकसित करने पर उत्तरोत्तर काम कर रहा है।
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