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बद्दी ! बद्दी बरोटीवाला नालागढ़ में कोविड की तीसरी लहर के बढ़ते प्रकोप व बढ़ रहे कोविड के केसों के कारण प्रशासन ने शनिवार व रविवार को बददी बाजार बंद रखने के फरमान जारी किए थे। इसी बीच आज शनिवार को जहां व्यापारियों में ऊहापोह की स्थिति रही तो सभी प्रशासनिक ढील का फायदा उठाते हुए उन्होने दुकानें खोल ली वहीं लोगों ने भी वीकेंड पर जमकर खरीदारी की। गौरतलब है कि जिला मस्जिट्रेट सोलन ने 10 जनवरी को अधिसूचना जारी कर साफ हिदायत दी थी कि सभी बाजार रोजाना सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक ही खुलेंगे और शनिवार व रविवार को बाजार पूरी तरह बंद रहेंगे। लेकिन अधिसूचना के बाद पहले ही उपमंडल प्रशासन जिला प्रशासन के आदेशों की अनुपालना करवाने में पूरी तरह नाकाम रहा है। बददी के हर चौक चौराहे ही दुकान खुली रही। औद्योगिक क्षेत्र बददी बरोटीवाला में लॉकडाउन और वीकेंड ऑफ के गाइडलाइन का जिला प्रशासन खुद ही पालन नहीं करा पा रहा है। नतीजतन शनिवार को वीकेंड रहने के बावजूद शहर की गैर जरूरी दुकानें सुबह से खुली रहीं। खास कर बददी के साईं रोड व वर्धमान में बाजार में जरूरी सेवाओं की दुकानों के अलावा अन्य सभी प्रकार की दुकानें खुली रही। पुलिस गश्ती दल भी लगातार मुख्य बाजार से होकर गुजरती रही, लेकिन न तो दुकानदारों ने गाइडलाइन का पालन किया और न ही पुलिस ने ही सख्ती दिखाई। नतीजा बाजार में सुबह से ही भीड उमडती रही है। वीकेंड में जरूरी सामान की दुकानें खोलने के है आदेश- जिला प्रशासन ने वीकेंड में बाजार में जरूरी सामान की दुकानें आदेश दिया है। लेकिन बददी में सभी प्रकार की दुकानदार अपना व्यवसाय बिना रोक टोक के कर रहे हैं। बाजार में जूते चप्पल, कपडा, इलेक्ट्रॉनिक्स मोबाइल से लेकर पान मसाला की दुकानें रोज खुल रही है। रोज खुलने वाली इन दुकानों में लोगों कर ज्यादा भीड़ होती है। कोरोना संक्रमण के दौर में भी पान मसाला एवं ध्रुमपान की दुकानों का कारोबार फल फूल रहा है। लॉकडाउन व सामान्य दिनों में फर्क नहीं- शहर में लॉकडाउन एवं सामान्य दिनों में कोई फर्क नहीं दिखता। यहां सामान्य दिनों की तरह ही बाजार सजते हैं। फर्क है तो केवल समय का। इसपर पुलिस व प्रशासन का नियंत्रण नहीं है। ऐसे में कम हो रही कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ने की आशंका बढ़ गई है। औद्योगिक क्षेत्र की वजह से है संवेदनशील- बददी एक घनी आबादी वाला शहर है और एक संकरे बाजार में हजारों दुकाने स्थापित है जहां पांव रखने की भी जगह नहीं होती है। चूंकि पहाड़ी एरिया में तो अपने आप सोशल डिस्टेंसिग बन जाती है लेकिन बीबीएन के मैदानी एरिया में यह नहीं हो पाता। बददी की आबादी ही एक लाख से ज्यादा है उसमें ज्यादातर आबादी प्रवासियों की है। वहीं 14 जनवरी को ही उपमंडल में 200 से ज्यादा लोग संक्रमित पाए गए थे। इसी आंकड़े ने प्रशासन की नींद उडा दी थी। वहीं दूसरी ओर एसडीएम नालागढ़ ने कहा कि अभी तक बददी में शनिवार-संडे बंद रखने की अधिसूचना ही लागू है। जब तक डीसी ने नए आदेश नहीं आते तब तक पुराने आदेश ही लागू रहेंगे। उन्होंने कहा कि बीबीएन में नित नए केस आ रहे हैं दुकानदारों को निर्धारित दिनों में दुकानें बंद रखनी चाहिए।
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