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बद्दी ! हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा राष्ट्रीय पशुधन मिशन में केंद्रीय प्रायोजित योजना के अंतर्गत 95 फीसदी पर बकरी इकाई की स्कीम के तहत बीपीएल परिवारों को बकरियां उपलब्ध करवाई जानी थी। इस स्कीम के तहत पिछले साल कई बीपीएल लोगों ने अनुदान पर बकरियां लेने के लिए पशुपालन विभाग में आवेदन किया था। कुछ परिवारों को 95 फीसदी अनुदान और कुछ परिवारों को 60 फीसदी अनुदान मिला था। स्कीम में 95 फीसदी अनुदान के तहत 10 जमा 1 बकरियां मिलनी थी। जिसमें बीपीएल परिवार को अपने हिस्से के 5 फीसदी के हिसाब से मात्र रुपए 3200 और दूसरे में 4 जमा 1 बकरियां मिलती थी। जो 60 फीसदी अनुदान के तहत 40 फीसदी के हिसाब से मात्र 9920 रुपये जमा करवाने थे और तीसरी स्कीम में 2 जमा 1 में अपने हिस्से के 40 फीसदी के हिसाब से मात्र 7200 रुपए जमा करवाने थे। पहले तो 1 साल से इंतजार कर रहे बीपीएल परिवारों को बकरियां उपलब्ध नहीं कराई अब नया फरमान जारी कर दिया है कि बकरियों की कीमत बढ़ गई है और बड़ी कीमत लाभार्थी बीपीएल परिवार को देनी होगी अब 9 जमा 1 स्कीम में जिसमें 95 फीसदी अनुदान के तहत पहले मात्र 3200 देने होते थे। वहीं अब 21822 देने होंगे, जोकि 18622 रुपए का अधिक बढ़ा दिये है। दूसरी स्कीम 4 जमा 1 जिसमें 60 फीसदी अनुदान के तहत पहले मात्र बीपीएल परिवार को मात्र 9920 रुपए देने थे । वहीं अब 18955 देने होंगे, जोकि 9035 रुपए का अधिक बढ़ा दिये है और तीसरी स्कीम में 2 जमा 1 जिसमें भी 60 फीसदी के तहत पहले मात्र बीपीएल परिवार को मात्र 7200 रुपए देने थे। वहीं अब 11575 रुपए देने होंगे, जोकि 4375 रुपए का अधिक बढ़ा दिये है। बद्दी के बीपीएल परिवार के कुछ सदस्यों ने इस स्कीम के अंतर्गत अपने को पंजीकृत करवाया था इसमें अमर सिंह गुरमीत सिंह और शीशराम ने अब बकरियां लेने से इसलिए इंकार कर दिया की हम इतने पैसे कहां से लाए जबकि विभाग ने पहले पैसे कम बताए थे अब अधिक की मांग की जा रही है। हम इतने पैसे विभाग को जमा करवाने में असमर्थ है। जब इसके बारे मे डिप्टी डायरेक्टर सोलन डॉ गुप्ता से बात की तो उन्होंने कहा की अब बकरियों का जो टेंडर हुआ है वह महंगा हुआ है जो राशि बड़ी है वो लाभार्थी को देनी पड़ेगी। जब उनसे प्रश्न किया गया की जो राशी बड़ी है उसका 5 फीसदी और दूसरी स्कीम में 40 फीसदी ही बीपीएल लाभार्थी परिवारों से लिया जाए तो उन्होंने कहा कि हमें ऊपर से आदेश है कि जो भी कीमत बढ़ी है वह लाभार्थी से लिया जाए। यही आदेश सभी पशु चिकित्साल्यो को पत्र लिखकर जारी कर दिये गये है उधर लोगों का कहना है कि वैसे तो सरकार अपने को गरीबों की हमदर्द कहती और बीपीएल परिवारों का अनुदान कम कर दिया ऐसे तो कोई भी गरीब बीपीएल परिवार इतने पैसे कहा से लाएगा। जो बीपीएल परिवार लगभग पिछले एक साल से इंतजार कर रहे हैं यह उनसे धोखा हो रहा है।
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