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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज नई दिल्ली से वर्चुअल माध्यम द्वारा प्रदेश के कोरोना योद्धाओं और लाभार्थियों के साथ वैक्सीन संवाद के बाद प्रदेश की जनता को सम्बोधित किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर पीटरहाॅफ शिमला में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में शामिल हुए। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद जगत प्रकाश नड्डा और केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर नई दिल्ली से कार्यक्रम में शामिल हुए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रदेश सरकार और प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि शत-प्रतिशत पात्र लाभार्थियों को कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक देने में हिमाचल प्रदेश चैम्पियन बन कर सामने आया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि दूसरी खुराक का शत-प्रतशत लक्ष्य हासिल करने में भी हिमाचल प्रदेश प्रथम स्थान पर रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश ने यह लक्ष्य प्रदेश सरकार की कार्य कुशलता और जन-जागरूकता के परिणामस्वरूप हासिल किया है। उन्होंने वैक्सीनेशन अभियान को सफल बनाने में राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने छोटी-छोटी सुविधाओं के लिए जूझते हुए हिमाचल को देखा है और आज विकास की गाथा लिखने वाले हिमाचल को भी देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि पात्र व्यक्तियों को कोविड-19 वैक्सीन की पहली डोज लगाने में हिमाचल देश भर में पहला राज्य बना है, जबकि दूसरी डोज के मामले में हिमाचल एक तिहाई आबादी को कवर कर चुका है। हिमाचल के इस कदम ने अहसास दिलाया है कि आत्मनिर्भर होना कितना जरूरी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रदेश ने संस्कृति को विज्ञान से जोड़ा है और वैक्सीनेशन लक्ष्य हासिल कर देश का भी आत्मविश्वास बढ़ाया है। हिमाचल प्रदेश ने स्वयं की क्षमता पर विश्वास किया और तय लक्ष्य हासिल किया। यह उपलब्धि सभी के बुलंद हौंसलों का परिणाम है। इसमें महिलाओं की भूमिका बहुत अह्म रही है। पहाड़ी व कठीन भौगोलिक क्षेत्र होने के बावजूद हिमाचल प्रदेश सरकार ने वैक्सीनेशन के लिए जिस प्रकार की व्यवस्था बनाई वह प्रशंसनीय है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने तीव्र टीकाकरण बिना वेस्टेज के सुनिश्चित किया है। जन संवाद व जनभागीदारी टीकाकरण की सफलता का पहलू है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने सिद्ध कर दिया है कि आस्था, शिक्षा और विज्ञान सब मिलकर बहुत बड़ा बदलाव ला सकते हैं। नरेन्द्र मोदी ने कहा कि तीव्र टीकाकरण और सम्पर्क सुविधा से प्रदेश को बहुत लाभ मिलेगा। उन्होंने प्रदेश में भू-सर्वेक्षण करने और भूस्खलन की पूर्व चेतावनी के लिए ड्रोन तकनीक का उपयोग करने का परामर्श दिया। उन्होंने जैविक खेती को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि हिमाचल के वीर जवानों की तरह राज्य के किसान भी मिट्टी की सुरक्षा में अग्रणी भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा कि भारत इस समय एक दिन में सवा करोड़ टीके लगाने का रिकार्ड बना रहा है। हिमाचल ने स्वंय की क्षमता और अपने स्वास्थ्य कर्मियों और वैज्ञानिकों पर विश्वास किया। इस सफलता का श्रेय डाॅक्टरों, पैरा-मैडिकल स्टाफ तथा हिमाचल की महिलाओं को जाता है। उन्होंने कहा कि हिमाचलवासियों ने वैक्सीन के बारे में किसी भी अफवाह पर विश्वास नहीं किया। हिमाचल इस बात का गवाह है कि ग्रामीण समाज दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण को सफल बना रहा है जिसका लाभ हिमाचल के पर्यटन क्षेत्र को मिलेगा। उन्होंने कहा कि लोगों को फिर भी कोरोना नियमों का पालन करना होगा। प्रधानमंत्री ने हिमाचल प्रदेश में कनेक्टिविटी बढ़ाने और विकास कार्यों में आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल को बढ़ावा देने की बात कही। उन्होंने कहा कि ड्रोन हिमाचल के दुर्गम क्षेत्रों के लिए वरदान साबित हो सकता है और यह स्वास्थ्य से लेकर कृषि और बागवानी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसके अतिरिक्त दुर्गम क्षेत्रों में जीवनरक्षक दवाएं और महत्वपूर्ण सामान आसानी से भेजने में भी इसका उपयोग किया जा सकता है।
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