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धर्मशाला , 21 सितंबर ! हिमाचल प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े राजेन्द्र प्रसाद मेडिकल कालेज टाण्डा कांगड़ा में काफी अरसे के बाद शिक्षण संस्थानों में रैंगिंग का जिन्न फिर से जाग उठा है। पहले आईआईटी मंडी, फिर मेडिकल कॉलेज नेरचौक में रैंगिंग के मामले अभी चर्चा में ही हैं कि अब प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े अस्पताल डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा में रैगिंग का नया मामला सामने आया है। पूरी जांच के बाद कालेज प्रबंधन ने आरोपी 12 सीनियर छात्रों को सस्पेंड कर दिया है। इन छात्रों को कॉलेज से 3 महीने के लिए, हॉस्टल से 6 महीने के लिए निलंबित कर दिया गया है। साथ ही इन पर 50- 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। आरोप है कि इन सीनियर छात्रों ने जूनियर छात्रों के साथ रैगिंग की और उन्हें लगातार टॉर्चर भी किया जा रहा था। राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. भानु अवस्थी ने बताया कि हॉस्टल में रह रहे छात्रों की हमारी फ्लाइंग स्क्वायड रूटीन कॉलेज प्रबंधन ने कॉलेज से 3 महीने, हॉस्टल से 6 महीने के लिए किया निलंबित आरोपी छात्रों को 50-50 हजार जुर्माना भी भरना होगा चेकिंग करती है। जब फ्लाइंग स्क्वायड ने हॉस्टल की चेकिंग की तो वहां जूनियर छात्रों के पास सीनियर छात्रों की कॉपियां पाई गई। फ्लाइंग स्क्वायड ने इसे गंभीरता से लिया और अपने स्तर पर पूरी जांच-पड़ताल की। रिपोर्ट आने के बाद सारा मामला एंटी रैगिंग कमिटी के पास भेज दिया गया। सोमवार को इसकी पहली रिपोर्ट आई तो 6 सीनियर छात्रों पर कार्रवाई की गई। उनके माता-पिता को कॉलेज में बुलाया गया था। बुधवार को दूसरी रिपोर्ट आने के बाद 6 छात्र और दोषी पाए गए। इसके बाद कॉलेज प्रबंधन ने सभी 12 सीनियर छात्रों को सस्पेंड कर दिया है। गौरतलब है कि कुछ रोज पहले नेरचौक मेडिकल कालेज में भी रैगिंग का मामला सामने आया था। इस पर कॉलेज प्रबंधन ने कड़ा संज्ञान लेते हुए आरोपी 4 छात्रों और 2 छात्राओं को निलंबित कर दिया था।
धर्मशाला , 21 सितंबर ! हिमाचल प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े राजेन्द्र प्रसाद मेडिकल कालेज टाण्डा कांगड़ा में काफी अरसे के बाद शिक्षण संस्थानों में रैंगिंग का जिन्न फिर से जाग उठा है। पहले आईआईटी मंडी, फिर मेडिकल कॉलेज नेरचौक में रैंगिंग के मामले अभी चर्चा में ही हैं कि अब प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े अस्पताल डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा में रैगिंग का नया मामला सामने आया है।
पूरी जांच के बाद कालेज प्रबंधन ने आरोपी 12 सीनियर छात्रों को सस्पेंड कर दिया है। इन छात्रों को कॉलेज से 3 महीने के लिए, हॉस्टल से 6 महीने के लिए निलंबित कर दिया गया है। साथ ही इन पर 50- 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। आरोप है कि इन सीनियर छात्रों ने जूनियर छात्रों के साथ रैगिंग की और उन्हें लगातार टॉर्चर भी किया जा रहा था। राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. भानु अवस्थी ने बताया कि हॉस्टल में रह रहे छात्रों की हमारी फ्लाइंग स्क्वायड रूटीन
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कॉलेज प्रबंधन ने कॉलेज से 3 महीने, हॉस्टल से 6 महीने के लिए किया निलंबित आरोपी छात्रों को 50-50 हजार जुर्माना भी भरना होगा
चेकिंग करती है। जब फ्लाइंग स्क्वायड ने हॉस्टल की चेकिंग की तो वहां जूनियर छात्रों के पास सीनियर छात्रों की कॉपियां पाई गई। फ्लाइंग स्क्वायड ने इसे गंभीरता से लिया और अपने स्तर पर पूरी जांच-पड़ताल की। रिपोर्ट आने के बाद सारा मामला एंटी रैगिंग कमिटी के पास भेज दिया गया। सोमवार को इसकी पहली रिपोर्ट आई तो 6 सीनियर छात्रों पर कार्रवाई की गई। उनके माता-पिता को कॉलेज में बुलाया गया था।
बुधवार को दूसरी रिपोर्ट आने के बाद 6 छात्र और दोषी पाए गए। इसके बाद कॉलेज प्रबंधन ने सभी 12 सीनियर छात्रों को सस्पेंड कर दिया है। गौरतलब है कि कुछ रोज पहले नेरचौक मेडिकल कालेज में भी रैगिंग का मामला सामने आया था। इस पर कॉलेज प्रबंधन ने कड़ा संज्ञान लेते हुए आरोपी 4 छात्रों और 2 छात्राओं को निलंबित कर दिया था।
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