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धर्मशाला , 28 अगस्त ! तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा करीब डेढ़ माह के लद्दाख दौरे से सोमवार को मैक्लोडगंज वापिस लौटे कांगड़ा एयरपोर्ट पहुंचने पर तिब्बत निर्वासित सरकार के प्रतिनिधियों व सांसदों ने धर्मगुरु का स्वागत किया इस दौरान तिब्बती लोग व युवा काफी संख्या में कांगड़ा एयरपोर्ट पहुंचे थे कांगड़ा एयरपोर्ट धर्मगुरु दलाईलामा ने कहा कि मैं लद्दाख से वापिस लौट आया हूं और स्वस्थ हूं। गौरतलब है कि धर्मगुरु दलाईलामा 8 जुलाई को कांगड़ा एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना हुए थे दो दिन दिल्ली में रुकने के बाद दलाईलामा लद्दाख पहुंचे थे वहां पर करीब डेढ़ माह के प्रवास उपरांत दलाईलामा वापिस लौट आए इस यात्रा के दौरान उन्होंने वहां पर बौद्ध भिक्षुओं को अपनी शिक्षा भी दी सोमवार सुबह दलाईलामा लद्दाख से दिल्ली और दिल्ली से कांगड़ा एयरपोर्ट पहुंचे। कांगड़ा एयरपोर्ट पर दलाईलामा के स्वागत को पहुंची तिब्बती युवती डोलमा ने कहा कि हमारे लिए धर्मगुरु माता, पिता, गुरु और सब कुछ हैं करीब डेढ़ माह बाद धर्मगुरु लौटे हैं, जिनके स्वागत के लिए हम यहां आए हैं मैक्लोडगंज स्थित टिपा में कार्यरत निर्वासित तिब्बती ने कहा कि धर्मगुरु दलाईलामा हमारे लिए भगवान हैं गुरु ने हमें पाला है, उन्होंने हमें शिक्षित किया।
धर्मशाला , 28 अगस्त ! तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा करीब डेढ़ माह के लद्दाख दौरे से सोमवार को मैक्लोडगंज वापिस लौटे कांगड़ा एयरपोर्ट पहुंचने पर तिब्बत निर्वासित सरकार के प्रतिनिधियों व सांसदों ने धर्मगुरु का स्वागत किया इस दौरान तिब्बती लोग व युवा काफी संख्या में कांगड़ा एयरपोर्ट पहुंचे थे कांगड़ा एयरपोर्ट धर्मगुरु दलाईलामा ने कहा कि मैं लद्दाख से वापिस लौट आया हूं और स्वस्थ हूं।
गौरतलब है कि धर्मगुरु दलाईलामा 8 जुलाई को कांगड़ा एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना हुए थे दो दिन दिल्ली में रुकने के बाद दलाईलामा लद्दाख पहुंचे थे वहां पर करीब डेढ़ माह के प्रवास उपरांत दलाईलामा वापिस लौट आए इस यात्रा के दौरान उन्होंने वहां पर बौद्ध भिक्षुओं को अपनी शिक्षा भी दी सोमवार सुबह दलाईलामा लद्दाख से दिल्ली और दिल्ली से कांगड़ा एयरपोर्ट पहुंचे।
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कांगड़ा एयरपोर्ट पर दलाईलामा के स्वागत को पहुंची तिब्बती युवती डोलमा ने कहा कि हमारे लिए धर्मगुरु माता, पिता, गुरु और सब कुछ हैं करीब डेढ़ माह बाद धर्मगुरु लौटे हैं, जिनके स्वागत के लिए हम यहां आए हैं मैक्लोडगंज स्थित टिपा में कार्यरत निर्वासित तिब्बती ने कहा कि धर्मगुरु दलाईलामा हमारे लिए भगवान हैं गुरु ने हमें पाला है, उन्होंने हमें शिक्षित किया।
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