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धर्मशाला , 05 अप्रैल ! बौद्ध नगरी मैक्लोडगंज में महात्मा बुद्ध की स्मृतियां पहुंची। श्रीलंका से लाई गई स्मृतियों के चुगलाखंग बौद्ध मठ पहुंचने के अवसर पर तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा भी मौजूद रहे। धर्मगुरु ने स्मृतियों को स्पर्श किया। इसके बाद स्मृतियों को दलाई लामा आवास पर ले क्या गया। स्मृतियों को लेकर कांगड़ा एयरपोर्ट से आए वाहन पर जगह जगह जुटे तिब्बतियों और बौद्ध भिक्षुओं ने स्कार्फ (खता) डाल कर अपनी आस्था को प्रकट किया। इस दौरान नेपाल से आई तिब्बती युवती नावा ने कहा कि इस बार मैक्लोडगंज आने पर उन्हें धर्मगुरु दलाईलामा का आशीर्वाद मिला और आज महात्मा बुद्ध के अवशेष देखने का मौका मिला। धर्मगुरु के दर्शन और उनकी शिक्षाओं को सुनने यहां आते रहते हैं। धर्मगुरु के दर्शन करके इतनी खुशी हो रही है कि उसे बयां करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं।
धर्मशाला , 05 अप्रैल ! बौद्ध नगरी मैक्लोडगंज में महात्मा बुद्ध की स्मृतियां पहुंची। श्रीलंका से लाई गई स्मृतियों के चुगलाखंग बौद्ध मठ पहुंचने के अवसर पर तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा भी मौजूद रहे। धर्मगुरु ने स्मृतियों को स्पर्श किया।
इसके बाद स्मृतियों को दलाई लामा आवास पर ले क्या गया। स्मृतियों को लेकर कांगड़ा एयरपोर्ट से आए वाहन पर जगह जगह जुटे तिब्बतियों और बौद्ध भिक्षुओं ने स्कार्फ (खता) डाल कर अपनी आस्था को प्रकट किया।
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इस दौरान नेपाल से आई तिब्बती युवती नावा ने कहा कि इस बार मैक्लोडगंज आने पर उन्हें धर्मगुरु दलाईलामा का आशीर्वाद मिला और आज महात्मा बुद्ध के अवशेष देखने का मौका मिला।
धर्मगुरु के दर्शन और उनकी शिक्षाओं को सुनने यहां आते रहते हैं। धर्मगुरु के दर्शन करके इतनी खुशी हो रही है कि उसे बयां करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं।
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