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धर्मशाला ,12 फरवरी ! जोनल अस्पताल धर्मशाला में आर्थोपेडिक और नेत्र विभाग में जल्द आधुनिक मशीनें स्थापित की जाएंगी। इसमें आर्थोपेडिकसर्जरी के लिए नई सी-आर्म मशीन और नेत्र विभाग के लिए नई ए-स्कैन मशीन स्थापित की जाएगी। अस्पताल में जल्द ही लगभग 15 लाख की अनुमानित लागत पर एक अत्याधुनिक सी-आर्म मशीन उपलब्ध होगी। इस मशीन के लगने से आर्थोपेडिक विभाग में सर्जरी की सेवा में काफी सुधार होगा। अस्पताल में 2 ऑर्थो सर्जन तैनात हैं और व्यापक जनहित में आधुनिक सी-आर्म मशीन की मांग थी। सी-आर्म एक मोबाइल इमेजिंग इकाई है जिसका उपयोग मुख्य रूप से सर्जिकल और आर्थोपेडिक प्रक्रियाओं के दौरान फ्लोरोस्कोपिक इमेजिंग के लिए किया जाता है। इसमें आर्थोपेडिक शरीर रचना को स्पष्ट रूप से देखने के लिए बेहतर दृश्य दिखाई देता है, जिससे संपूर्ण लंबी हड्डी फीमर या हाथ-पैर में छोटे फ्रैक्चर को स्पष्ट देख सकते हैं। इससे आप्रेशन में चिकित्सक को काफी सहायता मिलती है। इसके अलावा अस्पताल में लगभग 5 लाख की अनुमानित लागत पर एक नई ए-स्कैन मशीन भी खरीदी जाएगी। इस मशीन का उपयोग मोतियाबिंद सर्जरी के लिए आवश्यक लेंस शक्ति की गणना करने के लिए किया जाता है। जोनल अस्पताल धर्मशाला के एमएस डा. राजेश गुलेरी ने बताया कि उपरोक्त 2 मशीनों के स्थापित होने से अस्पताल में सुविधाओं में और सुधार होगा। इन मशीनों की खरीद की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। मशीनों की खरीद के लिए 20 रुपए का बजट धर्मशाला अस्पताल की रोगी कल्याण समिति से स्वीकृत किया गया है।
धर्मशाला ,12 फरवरी ! जोनल अस्पताल धर्मशाला में आर्थोपेडिक और नेत्र विभाग में जल्द आधुनिक मशीनें स्थापित की जाएंगी। इसमें आर्थोपेडिकसर्जरी के लिए नई सी-आर्म मशीन और नेत्र विभाग के लिए नई ए-स्कैन मशीन स्थापित की जाएगी। अस्पताल में जल्द ही लगभग 15 लाख की अनुमानित लागत पर एक अत्याधुनिक सी-आर्म मशीन उपलब्ध होगी।
इस मशीन के लगने से आर्थोपेडिक विभाग में सर्जरी की सेवा में काफी सुधार होगा। अस्पताल में 2 ऑर्थो सर्जन तैनात हैं और व्यापक जनहित में आधुनिक सी-आर्म मशीन की मांग थी। सी-आर्म एक मोबाइल इमेजिंग इकाई है जिसका उपयोग मुख्य रूप से सर्जिकल और आर्थोपेडिक प्रक्रियाओं के दौरान फ्लोरोस्कोपिक इमेजिंग के लिए किया जाता है।
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इसमें आर्थोपेडिक शरीर रचना को स्पष्ट रूप से देखने के लिए बेहतर दृश्य दिखाई देता है, जिससे संपूर्ण लंबी हड्डी फीमर या हाथ-पैर में छोटे फ्रैक्चर को स्पष्ट देख सकते हैं। इससे आप्रेशन में चिकित्सक को काफी सहायता मिलती है। इसके अलावा अस्पताल में लगभग 5 लाख की अनुमानित लागत पर एक नई ए-स्कैन मशीन भी खरीदी जाएगी। इस मशीन का उपयोग मोतियाबिंद सर्जरी के लिए आवश्यक लेंस शक्ति की गणना करने के लिए किया जाता है।
जोनल अस्पताल धर्मशाला के एमएस डा. राजेश गुलेरी ने बताया कि उपरोक्त 2 मशीनों के स्थापित होने से अस्पताल में सुविधाओं में और सुधार होगा। इन मशीनों की खरीद की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। मशीनों की खरीद के लिए 20 रुपए का बजट धर्मशाला अस्पताल की रोगी कल्याण समिति से स्वीकृत किया गया है।
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