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धर्मशाला , 15 फरवरी ! झूठ और फरेब के उस रेत के महल के ऊपर हिमाचल प्रदेश के लोगों के साथ वोट लेने के लिए कांग्रेस ने जो मायाजाल बिछाया था। उससे बाहर निकलने का रास्ता कांग्रेस सरकार को दिखाई नहीं दे रहा है। यह बात धर्मशाला में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं वर्तमान विधायक विपिन सिंह परमार ने पत्रकारों से कहीं। परमार ने कहा कि झूठ के बलबूते कांग्रेस ने सरकार तो बना ली, लेकिन यदि सरकार के 2 महीनों के कार्यकाल की बात की जाए तो आश्वासनों के अलावा कुछ दिखाई नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी गरंटीयो में उलझी हुई है और कठिन रास्तों से बाहर निकलने का कोई रास्ता सरकार को दिखाई नही दे रहा है। प्रदेश में विधायकों की विधायक क्षेत्र विकास निधि अंतिम चरण की किस्त बंद किए जाने को लेकर विपिन सिंह परमार ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने पहले ही भाजपा द्वारा खोले गए 600 से अधिक संस्थानों को बंद कर दिया है और अब विधायकों की विधायक विकास निधि की किस्त बंद दी है। उन्होंने कहा कि सरकार ने विकेंद्रीकृत योजनाओं को भी बंद कर दिया है। जिसके तहत जिलों को जनसंख्या के अनुपात के अनुसार पैसा दिया जाता है। विपिन सिंह परमार ने कहा कि विकास के लिए सरकार के खजाने से सरकार की योजनाओं से पैसा दिया जाता था, जिस पर सरकार ने रोक दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने गरंटीयों के नाम पर प्रदेश की भोली-भाली जनता के साथ छल किया है। उन्होंने कहा कि सरकार की यह गरंटीयां पूरी होती हुई दिखाई नहीं दे रही है। भाजपा नेता ने कहा कि ओपीएस वालो का धन्यवाद ओपीएस वालों को बधाई, परंतु 95 प्रतिशत लोग ऐसे भी हैं जो बेरोजगार हैं। दिहाड़ी लगाने वाले हैं मेहनतकक्ष है, उनके साथ कोई छल नहीं होना चाहिए । उन्होंने कहा कि सरकार सभी को प्रसन्नप करें, लेकिन ऐसे 95 प्रतिशत लोगों के साथ किसी भी प्रकार का छल नही होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आते ही पूर्व भाजपा सरकार की कई कल्याणकारी योजनाओं को बंद कर दिया है, जोकि प्रदेश हित में नहीं है उन्होंने कहा कि हिम केयर योजना को प्रदेश सरकार पुनः जीवित करें और जिन भी अस्पतालों को पैसे दिए जाने हैं उन्हें यह पैसे दिए जाए। मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सहायता कोष और सहारा योजना को भी दोबारा से शुरू किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में दवाइयों के सैंपल धड़ल्ले से फेल हो रहे हैं, उन फार्मास्यूटिकल कंपनियों पर लगाम कसी जाए और जो अधिकारी वहां पर बैठे हैं वह क्या कर रहे हैं। ऐसे अधिकारियों पर भी सरकार को शिकंजा कसना चाहिए । भाजपा नेता ने कहा कि सरकार ने यदि विधायकों के हक को वापस नहीं किया तो तो यह लड़ाई सड़कों से लेकर विधानसभा तक लड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि हस्ताक्षर अभियान आरंभ हो गया है और 25 फरवरी तक किए जन जन तक हस्ताक्षर अभियान लोगों तक पहुंचाया जाएगा और इस अभियान के माध्यम से लोगों को जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि लोगों को यह कहा जाएगा कि आप की पीएससी बंद क्यों हुई। आपका पटवार सर्कल बंद क्यों हुआ और आपका विद्युत विभाग का सर्कल बंद क्यों हुआ। लोगों तक इस बात को पहुंचाया जाएगा और मार्च महीने से हर जिला केंद्र पर बड़े प्रदर्शन किए जाएंगे। परमार ने कहा कि यह लड़ाई सड़क से लेकर सदन तक लड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि सड़क पर यह लड़ाई अभी लड़ी जाएगी और बजट सत्र में यह लड़ाई सदन के भीतर लड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के हितों की रक्षा करने वाला यह भाजपा का 25 विधायकों का मजबूत नेतृत्व हिमाचल प्रदेश की जनता को न्याय दिलाएगा। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला को भी न्याय दिलाया जाएगा और भाजपा पीछे रहने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि कहीं किसी से गलती हो गई है तो कोई बात नहीं, इतिहास दोहराया जाता है। उन्होंने कहा कि इतिहास में परिवर्तन अवश्य आते हैं। उन्होंने कहा कि यदि सरकार को फिजूलखर्ची ही बंद करनी है, तो प्रदेश में सीपीएस की फौज क्यों खड़ी कर दी गई और साथ ही कैबिनेट रैंक के साथ चेयरमैन क्यों बनाए गए हैं । उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में आने के लिए प्रदेश के नौजवानों को गारंटी दी थी, नौजवानों को रोजगार दिया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि रोजगार तो देना दूर की बात रही हिमाचल प्रदेश के दो प्रतिष्ठित सीमेंट कंपनियों ने काम करना बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि इससे हजारों काम करने वाले लोग आज सड़कों पर है। विपिन सिंह परमार ने कहा कि छोटा-मोटा व्यवसाय करने वाले लोगों की दुकानें भी बंद हो चुकी है। उन्होंने कांग्रेस पर चुटकी लेते हुए कहा कि अब तो गोबर भी सूख गया है । उन्होंने कहा कि प्रदेश का किसान इंतजार में है कि कब उनका गोबर प्रदेश सरकार खरीदेगी। उन्होंने कहा कि गरंटीयो का मतलब पक्का होता है, लेकिन यह कहीं पर दिखाई नहीं दे रहा है । परमार ने कहा कि किसानों को अपने फलों के रेट तय करने की बात कही थी, लेकिन अब बागवानी मंत्री इस बात से मुकर गए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब मॉडल स्कूल की बात कर रही है, लेकिन यह छल और फरेब के सहारे चलने वाली सरकार अधिक समय तक प्रदेश में नहीं चल पाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार की गरंटीया पूरी तरह से असफल हो चुकी है। उन्होंने कांग्रेस सरकार से पूछा कि 300 यूनिट मुफ्त बिजली और महिलाओं को 1500 मासिक कब दिए जाएंगे। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
धर्मशाला , 15 फरवरी ! झूठ और फरेब के उस रेत के महल के ऊपर हिमाचल प्रदेश के लोगों के साथ वोट लेने के लिए कांग्रेस ने जो मायाजाल बिछाया था। उससे बाहर निकलने का रास्ता कांग्रेस सरकार को दिखाई नहीं दे रहा है। यह बात धर्मशाला में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं वर्तमान विधायक विपिन सिंह परमार ने पत्रकारों से कहीं। परमार ने कहा कि झूठ के बलबूते कांग्रेस ने सरकार तो बना ली, लेकिन यदि सरकार के 2 महीनों के कार्यकाल की बात की जाए तो आश्वासनों के अलावा कुछ दिखाई नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी गरंटीयो में उलझी हुई है और कठिन रास्तों से बाहर निकलने का कोई रास्ता सरकार को दिखाई नही दे रहा है।
प्रदेश में विधायकों की विधायक क्षेत्र विकास निधि अंतिम चरण की किस्त बंद किए जाने को लेकर विपिन सिंह परमार ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने पहले ही भाजपा द्वारा खोले गए 600 से अधिक संस्थानों को बंद कर दिया है और अब विधायकों की विधायक विकास निधि की किस्त बंद दी है। उन्होंने कहा कि सरकार ने विकेंद्रीकृत योजनाओं को भी बंद कर दिया है। जिसके तहत जिलों को जनसंख्या के अनुपात के अनुसार पैसा दिया जाता है।
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विपिन सिंह परमार ने कहा कि विकास के लिए सरकार के खजाने से सरकार की योजनाओं से पैसा दिया जाता था, जिस पर सरकार ने रोक दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने गरंटीयों के नाम पर प्रदेश की भोली-भाली जनता के साथ छल किया है। उन्होंने कहा कि सरकार की यह गरंटीयां पूरी होती हुई दिखाई नहीं दे रही है। भाजपा नेता ने कहा कि ओपीएस वालो का धन्यवाद ओपीएस वालों को बधाई, परंतु 95 प्रतिशत लोग ऐसे भी हैं जो बेरोजगार हैं। दिहाड़ी लगाने वाले हैं मेहनतकक्ष है, उनके साथ कोई छल नहीं होना चाहिए । उन्होंने कहा कि सरकार सभी को प्रसन्नप करें, लेकिन ऐसे 95 प्रतिशत लोगों के साथ किसी भी प्रकार का छल नही होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आते ही पूर्व भाजपा सरकार की कई कल्याणकारी योजनाओं को बंद कर दिया है, जोकि प्रदेश हित में नहीं है उन्होंने कहा कि हिम केयर योजना को प्रदेश सरकार पुनः जीवित करें और जिन भी अस्पतालों को पैसे दिए जाने हैं उन्हें यह पैसे दिए जाए। मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सहायता कोष और सहारा योजना को भी दोबारा से शुरू किया जाए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में दवाइयों के सैंपल धड़ल्ले से फेल हो रहे हैं, उन फार्मास्यूटिकल कंपनियों पर लगाम कसी जाए और जो अधिकारी वहां पर बैठे हैं वह क्या कर रहे हैं। ऐसे अधिकारियों पर भी सरकार को शिकंजा कसना चाहिए । भाजपा नेता ने कहा कि सरकार ने यदि विधायकों के हक को वापस नहीं किया तो तो यह लड़ाई सड़कों से लेकर विधानसभा तक लड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि हस्ताक्षर अभियान आरंभ हो गया है और 25 फरवरी तक किए जन जन तक हस्ताक्षर अभियान लोगों तक पहुंचाया जाएगा और इस अभियान के माध्यम से लोगों को जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि लोगों को यह कहा जाएगा कि आप की पीएससी बंद क्यों हुई। आपका पटवार सर्कल बंद क्यों हुआ और आपका विद्युत विभाग का सर्कल बंद क्यों हुआ। लोगों तक इस बात को पहुंचाया जाएगा और मार्च महीने से हर जिला केंद्र पर बड़े प्रदर्शन किए जाएंगे।
परमार ने कहा कि यह लड़ाई सड़क से लेकर सदन तक लड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि सड़क पर यह लड़ाई अभी लड़ी जाएगी और बजट सत्र में यह लड़ाई सदन के भीतर लड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के हितों की रक्षा करने वाला यह भाजपा का 25 विधायकों का मजबूत नेतृत्व हिमाचल प्रदेश की जनता को न्याय दिलाएगा। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला को भी न्याय दिलाया जाएगा और भाजपा पीछे रहने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि कहीं किसी से गलती हो गई है तो कोई बात नहीं, इतिहास दोहराया जाता है। उन्होंने कहा कि इतिहास में परिवर्तन अवश्य आते हैं। उन्होंने कहा कि यदि सरकार को फिजूलखर्ची ही बंद करनी है, तो प्रदेश में सीपीएस की फौज क्यों खड़ी कर दी गई और साथ ही कैबिनेट रैंक के साथ चेयरमैन क्यों बनाए गए हैं ।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में आने के लिए प्रदेश के नौजवानों को गारंटी दी थी, नौजवानों को रोजगार दिया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि रोजगार तो देना दूर की बात रही हिमाचल प्रदेश के दो प्रतिष्ठित सीमेंट कंपनियों ने काम करना बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि इससे हजारों काम करने वाले लोग आज सड़कों पर है। विपिन सिंह परमार ने कहा कि छोटा-मोटा व्यवसाय करने वाले लोगों की दुकानें भी बंद हो चुकी है। उन्होंने कांग्रेस पर चुटकी लेते हुए कहा कि अब तो गोबर भी सूख गया है ।
उन्होंने कहा कि प्रदेश का किसान इंतजार में है कि कब उनका गोबर प्रदेश सरकार खरीदेगी। उन्होंने कहा कि गरंटीयो का मतलब पक्का होता है, लेकिन यह कहीं पर दिखाई नहीं दे रहा है । परमार ने कहा कि किसानों को अपने फलों के रेट तय करने की बात कही थी, लेकिन अब बागवानी मंत्री इस बात से मुकर गए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब मॉडल स्कूल की बात कर रही है, लेकिन यह छल और फरेब के सहारे चलने वाली सरकार अधिक समय तक प्रदेश में नहीं चल पाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार की गरंटीया पूरी तरह से असफल हो चुकी है। उन्होंने कांग्रेस सरकार से पूछा कि 300 यूनिट मुफ्त बिजली और महिलाओं को 1500 मासिक कब दिए जाएंगे।
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