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चम्बा ! सरोल स्थित एक स्कूल के छात्र के रावी में डूबने से अभिभावकों में रोष बढ़ गया है। अविभावकों ने सोमवार को उपायुक्त चंबा विवेक भाटिया को ज्ञापन सौंपकर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग उठाई है। अभिभावकों रोशनी देवी, अंजू देवी, अमर सिंह, नरला देवी, दर्शना देवी, पवन कुमार, नीलम कुमार, दीवान चंद व कांता देवी का कहना है कि स्कूल प्रबंधन की लापरवाही के चलते छात्र की जान गई है। इस दौरान पंचायत समिति सलूणी के उपाध्यक्ष योग सिंह ने मांग की है कि स्कूल प्रबंधन के लापरवाह रवैये की जांच करवाई जाए तथा संबधित स्कूल के प्रधानाचार्य व स्टाफ को निष्कासित किया जाए, ताकि इस प्रकार की घटना भविष्य में घठित न हो सके। स्कूल में नया स्टाफ की तैनाती करने के भी निर्देश दिए जाए। स्कूल में पढ़ाई करने के लिए भेजे गए बच्चे कैसे स्कूल के समय में रावी में नहाने पहुंच गए, जबकि इस बारे में स्कूल स्टाफ को कोई जानकारी तक नहीं मिल पाई। उन्होंने बताया कि स्कूल प्रशासन द्वारा सुरक्षा के बड़े-बड़े दावें किए जाते है। लेकिन इस घटना ने स्कूल की लापरवाह कार्यप्रणाली की पोल खोल दी है। उन्होंने कहा कि स्कूल में बच्चों को उनका भविष्य बेहतर बनाने के लिए भेजते है। लेकिन अध्यापकों द्वारा यहां बच्चों की सुरक्षा का ख्याल नहीं रखा जा रहा है।
चम्बा ! सरोल स्थित एक स्कूल के छात्र के रावी में डूबने से अभिभावकों में रोष बढ़ गया है। अविभावकों ने सोमवार को उपायुक्त चंबा विवेक भाटिया को ज्ञापन सौंपकर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग उठाई है।
अभिभावकों रोशनी देवी, अंजू देवी, अमर सिंह, नरला देवी, दर्शना देवी, पवन कुमार, नीलम कुमार, दीवान चंद व कांता देवी का कहना है कि स्कूल प्रबंधन की लापरवाही के चलते छात्र की जान गई है। इस दौरान पंचायत समिति सलूणी के उपाध्यक्ष योग सिंह ने मांग की है कि स्कूल प्रबंधन के लापरवाह रवैये की जांच करवाई जाए तथा संबधित स्कूल के प्रधानाचार्य व स्टाफ को निष्कासित किया जाए, ताकि इस प्रकार की घटना भविष्य में घठित न हो सके। स्कूल में नया स्टाफ की तैनाती करने के भी निर्देश दिए जाए। स्कूल में पढ़ाई करने के लिए भेजे गए बच्चे कैसे स्कूल के समय में रावी में नहाने पहुंच गए, जबकि इस बारे में स्कूल स्टाफ को कोई जानकारी तक नहीं मिल पाई।
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उन्होंने बताया कि स्कूल प्रशासन द्वारा सुरक्षा के बड़े-बड़े दावें किए जाते है। लेकिन इस घटना ने स्कूल की लापरवाह कार्यप्रणाली की पोल खोल दी है। उन्होंने कहा कि स्कूल में बच्चों को उनका भविष्य बेहतर बनाने के लिए भेजते है। लेकिन अध्यापकों द्वारा यहां बच्चों की सुरक्षा का ख्याल नहीं रखा जा रहा है।
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