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चम्बा, 27 सितम्बर ! स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग चम्बा द्वारा आज दिनाक 27/09/2022 को हेल्थ एंड वेलनेस केंद्र पी एच सी चनेड में विश्व रेबीज दिवस का आयोजन मुख्य चिकित्सा अधिकारी चम्बा के सौजन्य से किया गया। जिसकी अध्यक्षता जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ हरित पूरी ने की। इस कार्यक्रम में चनेंड कार्य क्षेत्र की आशा कार्यकर्तायों तथा चम्बा मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस इंटर्न ने भाग लिया। इस मौके पर बोलते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर हरित पुरी ने बताया की विश्व स्तर पर हर साल 27 सितंबर को विश्व रेबीज दिवस का आयोजन रेविस जैसी संक्रामक बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने तथा इसकी रोकथाम एवं नियंत्रण के प्रयासों को बढ़ाने हेतु किया जाता है । यह बीमारी रेबीज से संक्रमित कुत्ते ,बिल्ली ,बंदर, या गिलहरी के काटने से हो सकती है परंतु 99% मामले रेबीज वायरस से संक्रमित कुत्तों के काटने से होते हैं। रेबिस् के लक्षण संक्रमित कुत्ते के काटने के बाद एक से 3 महीने के बीच आ सकते हैं कभी-कभी यह लक्षण कई सालों बाद भी दिखाई दे सकते हैं रेबीज बीमारी के लक्षणों में हाइड्रोफोबिया यानी पानी से डर मतिभ्रम तथा पक्षाघात आदि होते हैं। विश्व में हर साल लगभग 60000 लोग इस बीमारी से मर जाते हैं इस बीमारी से बचने का एकमात्र उपाय कुत्ते के काटने पर एंटी रेबीज का टीकाकरण करवाना है । इसके अतिरिक्त यदि कुत्ता काट जाए तो तुरंत काटने वाली जगह को साबुन व बहते पानी से 10 मिनट तक अच्छी तरह धोएं, घाव पर कुछ भी ना लगाएं ,घाव को नंगा ना रखें। इसके अतिरिक्त इससे बचाव हेतु लोगों में यह जागरूकता लाएं कि वह अपने फालतू कुत्ते बिल्लियों का हर साल रेबीज से बचाव हेतु टीकाकरण करवाएं। कुत्तों को काटने के ज्यादातर मामले 5 से 15 साल तक के बच्चों में होते हैं अतः बच्चों को भी शिक्षित करें कि वह कुत्तों को बेवजह ना छेड़े बच्चों को कुत्ते के हाव भाव वह व्यवहार के बारे में शिक्षित करें। इस इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग चम्बा की ओर से स्वास्थ्य शिक्षिका निर्मला ठाकुर तथा पीएससी चनेड का समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।
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