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चम्बा ! आमजन की सोच और व्यवहार में बदलाव लाने का सतत संदेश देने में भी कला जत्था अपनी अहम भूमिका निभाना सुनिश्चित करेगा। उपायुक्त डीसी राणा ने यह बात आज सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के तत्वावधान में विभाग के साथ संबद्ध नाट्य दलों के लिए भूरी सिंह संग्रहालय के सभागार में आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला के समापन अवसर पर बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए कही। उपायुक्त ने कहा कि गीत-संगीत और नाटक के माध्यम से जो संदेश लोगों तक पहुंचाया जाता है उसका सकारात्मक असर भी होता है। इन प्रस्तुतियों में दिया जाने वाला संदेश सरल, संक्षिप्त और सटीक होना आवश्यक है। सभी दल अपनी प्रस्तुतियों अथवा नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से ठोस और गीले कचरे के सही निष्पादन को लेकर अवश्य लोगों तक संदेश पहुंचाएं। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में विशेष तौर से ठोस कचरा पर्यावरण और जनजीवन के लिए सबसे बड़ी चुनौती के तौर पर सामने हैं। लोगों को इस दिशा में जागरूक करने की नितांत आवश्यकता है। मौसम और तापमान में होने वाले असामान्य बदलाव का सबसे बड़ा कारण प्रदूषण भी है।उपायुक्त ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व के 50 वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य पर आयोजित होने वाली रथ यात्रा में भी इन कला जत्था का उपयोग जनमानस को जागरूक और प्रेरित करने के लिए किया जाएगा। कार्यशाला के आज हुए सेशन में एसडीएम सलूणी किरण भड़ाना ने भी महिला सशक्तिकरण और घरेलू हिंसा को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने उपमंडल की विभिन्न वास्तविक केस स्टडी पर आधारित इनपुट्स भी कलाकारों को दिए। इससे पूर्व कार्यशाला के पहले दिन अतिरिक्त उपायुक्त मुकेश रेपसवाल भी विशेष तौर पर कार्यशाला में पहुंचे और जिला ग्रामीण विकास अभिकरण द्वारा ग्रामीण विकास को लेकर संचालित योजनाओं की जानकारी देने के अलावा कलाकारों के साथ संवाद भी किया। उन्होंने कहा कि फोक मीडिया के जरिए जानकारी और जागरूकता को अच्छे तरीके से संप्रेषित किया जा सकता है। जिला लोक संपर्क अधिकारी रवि वर्मा ने बताया कि इस दो दिवसीय कार्यशाला के दौरान विभाग के साथ संबद्ध पांच दलों को नुक्कड़ नाटकों की मौजूदा अपेक्षा के अनुरूप प्रभावी बनाने के मकसद से विभाग के लोक संपर्क अधिकारी गीत एवं नाटक करनैल राणा द्वारा उपयोगी टिप्स दिए गए। नुक्कड़ नाटकों की स्क्रिप्ट में सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों की जानकारी के अलावा उपायुक्त डीसी राणा, अतिरिक्त उपायुक्त मुकेश रेपसवाल और एसडीएम सलूणी किरण भड़ाना के अलावा मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश गुलेरी, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास जगदीश राणा, अधिशासी अभियंता जल शक्ति हेमंत पुरी, ब्लॉक इंजीनियर ग्रामीण विकास परविंदर जर्याल और शहरी विकास विभाग के कंसलटेंट मनीष शर्मा द्वारा अपने अपने विभागों द्वारा संचालित महत्वपूर्ण स्कीमों, योजनाओं व प्रावधानों को लेकर इन दलों के साथ जानकारी साझा की। इस जानकारी का समावेश नुक्कड़ नाटकों की स्क्रिप्ट में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दल 8 फरवरी से जिला में अनुसूचित जाति बहुल क्षेत्र में अनुसूचित जाति के कल्याण के लिए सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं की जानकारी नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से देंगे।
चम्बा ! आमजन की सोच और व्यवहार में बदलाव लाने का सतत संदेश देने में भी कला जत्था अपनी अहम भूमिका निभाना सुनिश्चित करेगा। उपायुक्त डीसी राणा ने यह बात आज सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के तत्वावधान में विभाग के साथ संबद्ध नाट्य दलों के लिए भूरी सिंह संग्रहालय के सभागार में आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला के समापन अवसर पर बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए कही।
उपायुक्त ने कहा कि गीत-संगीत और नाटक के माध्यम से जो संदेश लोगों तक पहुंचाया जाता है उसका सकारात्मक असर भी होता है। इन प्रस्तुतियों में दिया जाने वाला संदेश सरल, संक्षिप्त और सटीक होना आवश्यक है। सभी दल अपनी प्रस्तुतियों अथवा नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से ठोस और गीले कचरे के सही निष्पादन को लेकर अवश्य लोगों तक संदेश पहुंचाएं।
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वर्तमान परिप्रेक्ष्य में विशेष तौर से ठोस कचरा पर्यावरण और जनजीवन के लिए सबसे बड़ी चुनौती के तौर पर सामने हैं। लोगों को इस दिशा में जागरूक करने की नितांत आवश्यकता है। मौसम और तापमान में होने वाले असामान्य बदलाव का सबसे बड़ा कारण प्रदूषण भी है।उपायुक्त ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व के 50 वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य पर आयोजित होने वाली रथ यात्रा में भी इन कला जत्था का उपयोग जनमानस को जागरूक और प्रेरित करने के लिए किया जाएगा।
कार्यशाला के आज हुए सेशन में एसडीएम सलूणी किरण भड़ाना ने भी महिला सशक्तिकरण और घरेलू हिंसा को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने उपमंडल की विभिन्न वास्तविक केस स्टडी पर आधारित इनपुट्स भी कलाकारों को दिए। इससे पूर्व कार्यशाला के पहले दिन अतिरिक्त उपायुक्त मुकेश रेपसवाल भी विशेष तौर पर कार्यशाला में पहुंचे और जिला ग्रामीण विकास अभिकरण द्वारा ग्रामीण विकास को लेकर संचालित योजनाओं की जानकारी देने के अलावा कलाकारों के साथ संवाद भी किया।
उन्होंने कहा कि फोक मीडिया के जरिए जानकारी और जागरूकता को अच्छे तरीके से संप्रेषित किया जा सकता है। जिला लोक संपर्क अधिकारी रवि वर्मा ने बताया कि इस दो दिवसीय कार्यशाला के दौरान विभाग के साथ संबद्ध पांच दलों को नुक्कड़ नाटकों की मौजूदा अपेक्षा के अनुरूप प्रभावी बनाने के मकसद से विभाग के लोक संपर्क अधिकारी गीत एवं नाटक करनैल राणा द्वारा उपयोगी टिप्स दिए गए।
नुक्कड़ नाटकों की स्क्रिप्ट में सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों की जानकारी के अलावा उपायुक्त डीसी राणा, अतिरिक्त उपायुक्त मुकेश रेपसवाल और एसडीएम सलूणी किरण भड़ाना के अलावा मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश गुलेरी, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास जगदीश राणा, अधिशासी अभियंता जल शक्ति हेमंत पुरी, ब्लॉक इंजीनियर ग्रामीण विकास परविंदर जर्याल और शहरी विकास विभाग के कंसलटेंट मनीष शर्मा द्वारा अपने अपने विभागों द्वारा संचालित महत्वपूर्ण स्कीमों, योजनाओं व प्रावधानों को लेकर इन दलों के साथ जानकारी साझा की।
इस जानकारी का समावेश नुक्कड़ नाटकों की स्क्रिप्ट में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दल 8 फरवरी से जिला में अनुसूचित जाति बहुल क्षेत्र में अनुसूचित जाति के कल्याण के लिए सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं की जानकारी नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से देंगे।
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