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चम्बा ! मंडलायुक्त काँगड़ा ए. शाइनामोल की अध्यक्षता में आज बचत भवन चंबा में जिला के राजस्व अधिकारियों की कार्य कुशलता बढ़ाने और राजस्व न्यायालय प्रक्रिया की जानकारी देने के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान उपायुक्त चंबा अपूर्व देवगन भी उपस्थित रहे। कार्यशाला में उपमंडल अधिकारियों, तहसीलदारों व नायब तहसीलदारों को राजस्व न्यायालयों के विधिपूर्ण संचालन हेतु मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षण दिया गया। मंडलायुक्त काँगड़ा ने कार्यशाला में जानकारी देते हुए कहा कि प्रशिक्षण का ध्येय राजस्व मामलों को त्वरित एवं विधिपूर्ण तरीके से निपटाना है जिससे कि जमीनी विवादों को समयबद्ध तरीके से सुलझाया जा सके। उन्होंने कहा कि राजस्व संबंधी मामलों के त्वरित निपटान के लिए सभी राजस्व अधिकारियों को राजस्व न्यायालय प्रक्रिया की पूर्ण जानकारी होना अत्यंत जरूरी है। उन्होंने इस दौरान अधिकारियों को राजस्व न्यायालय प्रक्रिया और इसके साथ ही मामलों के निपटारे में आ रही दिक्कतों को हल करने के लिए भी राजस्व अधिकारियों को टिप्स दिए गए। कार्यशाला में उपायुक्त अपूर्व देवगन ने राजस्व अधिकारियों को कार्यकारी दंडाधिकारी की कार्यप्रणाली इत्यादि मामलों को विधिपूर्ण तरीके से निपटने की विस्तृत जानकारी दी।अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी अमित मेहरा, उपमंडल अधिकारी चुराह जोगिंदर पटियाल, स्ट्रैटेजिक हेड कोर्ड श्वेता देवगन ने राजस्व अधिकारियों को धारा 118, निशानदेही, भूमि विभाजन, अवैध कब्जों व इंतकाल की जानकारी दी। इस अवसर पर सहायक आयुक्त मंडलायुक्त रामप्रसाद शर्मा, विभिन्न उपमंडलों के उपमंडल अधिकारी (नागरिक) तथा तहसीलदार व नायब तहसीलदार व उनके रीडर उपस्थित रहे। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
चम्बा ! मंडलायुक्त काँगड़ा ए. शाइनामोल की अध्यक्षता में आज बचत भवन चंबा में जिला के राजस्व अधिकारियों की कार्य कुशलता बढ़ाने और राजस्व न्यायालय प्रक्रिया की जानकारी देने के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान उपायुक्त चंबा अपूर्व देवगन भी उपस्थित रहे। कार्यशाला में उपमंडल अधिकारियों, तहसीलदारों व नायब तहसीलदारों को राजस्व न्यायालयों के विधिपूर्ण संचालन हेतु मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षण दिया गया।
मंडलायुक्त काँगड़ा ने कार्यशाला में जानकारी देते हुए कहा कि प्रशिक्षण का ध्येय राजस्व मामलों को त्वरित एवं विधिपूर्ण तरीके से निपटाना है जिससे कि जमीनी विवादों को समयबद्ध तरीके से सुलझाया जा सके।
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उन्होंने कहा कि राजस्व संबंधी मामलों के त्वरित निपटान के लिए सभी राजस्व अधिकारियों को राजस्व न्यायालय प्रक्रिया की पूर्ण जानकारी होना अत्यंत जरूरी है। उन्होंने इस दौरान अधिकारियों को राजस्व न्यायालय प्रक्रिया और इसके साथ ही मामलों के निपटारे में आ रही दिक्कतों को हल करने के लिए भी राजस्व अधिकारियों को टिप्स दिए गए।
कार्यशाला में उपायुक्त अपूर्व देवगन ने राजस्व अधिकारियों को कार्यकारी दंडाधिकारी की कार्यप्रणाली इत्यादि मामलों को विधिपूर्ण तरीके से निपटने की विस्तृत जानकारी दी।अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी अमित मेहरा, उपमंडल अधिकारी चुराह जोगिंदर पटियाल, स्ट्रैटेजिक हेड कोर्ड श्वेता देवगन ने राजस्व अधिकारियों को धारा 118, निशानदेही, भूमि विभाजन, अवैध कब्जों व इंतकाल की जानकारी दी।
इस अवसर पर सहायक आयुक्त मंडलायुक्त रामप्रसाद शर्मा, विभिन्न उपमंडलों के उपमंडल अधिकारी (नागरिक) तथा तहसीलदार व नायब तहसीलदार व उनके रीडर उपस्थित रहे।
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