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चम्बा , 08 अगस्त [ शिवानी ] ! एक तरफ जहां केंद्र सरकार की ओर से नई शिक्षा नीति को लेकर कई अहम कदम उठाए गए हैं। और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं हिमाचल प्रदेश सरकार भी शिक्षा के दावे करती नहीं थकती। परंतु क्या हिमाचल प्रदेश में धरातल पर स्कूली बच्चों को बेहतर शिक्षा ग्रहण हो रही है, या नहीं, यह जानने के लिए हम जिला मुख्यालय चंबा से लगभग 60 किलोमीटर दूर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय तेलका पहुंचे जहां पर शिक्षा के दावों की पोल खोलती हुई दिखाई दी। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय तेलका में लगभग 500 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। तेलका लगभग 10 पंचायतों का केंद्र बिंदु है । और यहां पर शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चों का भविष्य दिन प्रतिदिन अंधकार में डूबता हुआ दिखाई दे रहा है। आपको बता दे कि स्कूल में इंग्लिश, बायोलॉजी, फिजिक्स ,मैथ पॉलिटिकल साइंस, हिंदी, सीनियर असिस्टेंट, आदि कई पद खाली है। जिस कारण बच्चों की पढ़ाई में बाधा उत्पन्न हो रही है। हालांकि इस बारे में स्कूल प्रबंधन की और से कई बार लिखित तौर पर पत्राचार किए जा चुके हैं । परंतु अभी तक स्कूल में स्टाफ की कमी को पूरा नहीं किया गया है । जिस कारण अब स्कूली बच्चे भी काफी परेशान हो चुके हैं। और स्कूली बच्चों को अब अपने भविष्य की चिंता सताने लगी है। वहीं दूसरी और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय तेलका में पढ़ने वाले स्कूली छात्र व छात्राओं का कहना है। कि वह काफी दूर से शिक्षक ग्रहण करने के लिए स्कूल में पहुंचते हैं। परंतु स्कूल में स्टाफ की कमी होने के चलते उनकी पढ़ाई में काफी बाधा उत्पन्न हो रही है। ऐसे में स्कूली बच्चे एक बार फिर से हिमाचल प्रदेश सरकार से मांग कर रहे हैं। कि स्कूल में स्टाफ की कमी को पूरा किया जाए ताकि किसी भी प्रकार की परेशानियों का सामना न करना पड़े और पढ़ाई में किसी भी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो। स्कूल में कार्यरत प्राधनाचार्य कार्यवाहक अशोक कुमार का कहना है । कि स्कूल में स्टाफ की कमी को पूरा किया जाए ताकि स्कूल की व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाया जा सके। उन्होंने कहा कि स्टाफ की कमी से बच्चों के पढ़ाई में भी बाधा आ रही है । ऐसे में हिमाचल प्रदेश सरकार से स्टाफ की कमी को पूरा करने की मांग करते हैं। वहीं दूसरी और स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष राजेंद्र कुमार का कहना है। कि कई बार लिखित तौर पर सरकार व प्रशासन को स्कूल में चल रही स्टाफ की कमी के बारे में अवगत करवा चुके हैं । परंतु अभी तक स्कूल में स्टाफ की कमी को पूरा नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि न जाने क्यों शिक्षा विभाग और हिमाचल प्रदेश सरकार कुंभकरण की नींद सोई हुई है। उन्होंने कहा कि बच्चों का भविष्य दिन प्रतिदिन अंधकार में डूबता हुआ दिखाई दे रहा है। ऐसे में सरकार को जल्द से जल्द स्कूल में स्टाफ की कमी को पूरा करना चाहिए। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
चम्बा , 08 अगस्त [ शिवानी ] ! एक तरफ जहां केंद्र सरकार की ओर से नई शिक्षा नीति को लेकर कई अहम कदम उठाए गए हैं। और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं हिमाचल प्रदेश सरकार भी शिक्षा के दावे करती नहीं थकती। परंतु क्या हिमाचल प्रदेश में धरातल पर स्कूली बच्चों को बेहतर शिक्षा ग्रहण हो रही है, या नहीं, यह जानने के लिए हम जिला मुख्यालय चंबा से लगभग 60 किलोमीटर दूर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय तेलका पहुंचे जहां पर शिक्षा के दावों की पोल खोलती हुई दिखाई दी।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय तेलका में लगभग 500 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। तेलका लगभग 10 पंचायतों का केंद्र बिंदु है । और यहां पर शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चों का भविष्य दिन प्रतिदिन अंधकार में डूबता हुआ दिखाई दे रहा है। आपको बता दे कि स्कूल में इंग्लिश, बायोलॉजी, फिजिक्स ,मैथ पॉलिटिकल साइंस, हिंदी, सीनियर असिस्टेंट, आदि कई पद खाली है। जिस कारण बच्चों की पढ़ाई में बाधा उत्पन्न हो रही है।
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हालांकि इस बारे में स्कूल प्रबंधन की और से कई बार लिखित तौर पर पत्राचार किए जा चुके हैं । परंतु अभी तक स्कूल में स्टाफ की कमी को पूरा नहीं किया गया है । जिस कारण अब स्कूली बच्चे भी काफी परेशान हो चुके हैं। और स्कूली बच्चों को अब अपने भविष्य की चिंता सताने लगी है।
वहीं दूसरी और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय तेलका में पढ़ने वाले स्कूली छात्र व छात्राओं का कहना है। कि वह काफी दूर से शिक्षक ग्रहण करने के लिए स्कूल में पहुंचते हैं। परंतु स्कूल में स्टाफ की कमी होने के चलते उनकी पढ़ाई में काफी बाधा उत्पन्न हो रही है। ऐसे में स्कूली बच्चे एक बार फिर से हिमाचल प्रदेश सरकार से मांग कर रहे हैं। कि स्कूल में स्टाफ की कमी को पूरा किया जाए ताकि किसी भी प्रकार की परेशानियों का सामना न करना पड़े और पढ़ाई में किसी भी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो।
स्कूल में कार्यरत प्राधनाचार्य कार्यवाहक अशोक कुमार का कहना है । कि स्कूल में स्टाफ की कमी को पूरा किया जाए ताकि स्कूल की व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाया जा सके। उन्होंने कहा कि स्टाफ की कमी से बच्चों के पढ़ाई में भी बाधा आ रही है । ऐसे में हिमाचल प्रदेश सरकार से स्टाफ की कमी को पूरा करने की मांग करते हैं।
वहीं दूसरी और स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष राजेंद्र कुमार का कहना है। कि कई बार लिखित तौर पर सरकार व प्रशासन को स्कूल में चल रही स्टाफ की कमी के बारे में अवगत करवा चुके हैं । परंतु अभी तक स्कूल में स्टाफ की कमी को पूरा नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि न जाने क्यों शिक्षा विभाग और हिमाचल प्रदेश सरकार कुंभकरण की नींद सोई हुई है। उन्होंने कहा कि बच्चों का भविष्य दिन प्रतिदिन अंधकार में डूबता हुआ दिखाई दे रहा है। ऐसे में सरकार को जल्द से जल्द स्कूल में स्टाफ की कमी को पूरा करना चाहिए।
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