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चम्बा ,18 सितम्बर ! भाषा एवं संस्कृति विभाग जिला चम्बा द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव के तहत कवि गोष्ठी तथा परिचर्चा का आयोजन किया गया । जिसका आगाज दीप प्रज्ज्वलन एवं मां सरस्वती की वंदना से शुरू हुआ । इसके उपरांत जिला भाषा अधिकारी तुकेश शर्मा ने सभी कवियों का स्वागत किया तथा पूरे कार्यक्रम की रूपरेखा रखी। इसी गोष्ठी का आयोजन हिंदी पखवाड़ा-2022 के अंतर्गत किया गया। जिसमें हिंदी के साथ- साथ स्थानीय बोलियों को भी संरक्षित एवं संवर्धित करना है। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में भाषा एवं संस्कृति विभाग का लक्ष्य युवाओं में लेखन के प्रति रूचि को बढ़ाना है । जिसमें विद्यालयीय एवं महाविद्यालीय स्तर पर भाषण, निबंध, कवितापाठ तथा परिचर्चाओं का आयोजन किया जाता है । उन्होंने कहा कि आज भी स्कूली स्तर से लेकर महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय स्तर पर विद्यार्थी निरन्तर लेखन कार्य कर रहे हैं। इसी कड़ी को बनाये रखते हुए उसे ओर निखारने, संवारने और प्रोत्साहन देने का दायित्व भाषा एवं संस्कृति विभाग का है। आज युवा पीढ़ी को मंच प्रदान करने का बीड़ा भाषा एवं संस्कृति विभाग के पास है । इस कवि गोष्ठी में वरिष्ठ कवि भूपेन्द्र जसरोटिया ने स्वरचित ऐंचली गायन को तरानुम में सुनाया । चंचल सरोलवी ने अपने सेवाकाल में स्थानीय संस्कृति से जुड़े किस्सों को साझा किया। एम० आर० भाटिया तथा युवा कवि सिद्धान्त ने अपने अंदाज में रूहानियत से जुड़ी कविताओं का काव्य पाठ किया। कवि होशियार ने चुराही बोली में तथा साक्षरता गीत के माध्यम से वाह -वाही लूटी । कवि सुभाष देशप्रेम से ओत-प्रोत कविता का वाचन किया। वहीं पल्लवी ने दोस्ती कविता से सबके दिलों में जगह बनाई । इसके अलावा वर्तमान साहित्यक विसंगतियों पर भी खूब परिचर्चा हुई तथा जिला चम्बा की संगीत, साहित्य, कला, बोलियों तथा इतिहास की समृद्ध विरासत को संजोए रखने हेतु किये जा रहे प्रयासों को तथा कलमबद्ध करने हेतु सभी साहित्यकारों ने आगामी समय में सकारात्मक कदम उठाने का बात कही। जिसके लिए साहित्यकार अपने स्तर पर सकारात्मक कदम उठा रहे हैं ।
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