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चम्बा , 06 अगस्त [ शिवानी ] ! पंडित जवाहरलाल नेहरू मैडिकल कालेज एंव अस्पताल चम्बा मे रविवार की सुबह पेट दर्द से पीड़ित 35 वर्षीय नरेश कुमार की मौत हो गई। नरेश कुमार मुहल्ला माई का बाग का रहने वाला था और एक इलैक्ट्रिशियन की दुकान पर काम करता था। नरेश कुमार के परिजनों ने उसकी मौत के लिए अस्पताल प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है। उसके परिजनों के अनुसार शनिवार को नरेश कुमार को रात को उसके घर मे रहने वाले किरायेदार द्वारा अस्पताल मे भर्ती करवाया गया। लेकिन किसी भी विशेषज्ञ डाक्टर के न होने के चलते प्रशिक्षु डाक्टरों ने ही एमरजैंसी मे उसको भर्ती कर लिया। इस पर नरेश कुमार के परिजनों ने प्रशिक्षु डाक्टरों को उसे मैडिकल कालेज टांडा रैफर करने का आग्रह किया लेकिन प्रशिक्षु डाक्टरों ने उनकी एक न सुनी। जिसके चलते नरेश कुमार की रविवार सुबह 8 बजे मृत्यु हो गई। परिजनों ने नरेश कुमार की मौत के लिए अस्पताल प्रबंधन पर आरोप लगाया है। उनके अनुसार अस्पताल मे पिछले कई दिनों से लिफ्ट बंद है। एमरजैंसी मे कोई विशेषज्ञ डाक्टर नहीं होता है और न ही समय पर जीवन रक्षक दवा मिलती है। उन्होंने कहा कि सरकार हर समय कई सुविधाओं के दावे करती है लेकिन जब मामूली पेट दर्द से किसी रोगी की मृत्यु हो जाए तो हैरानी की बात लगती है। नरेश कुमार के परिजनों ने इसके लिए प्रशासन को पंडित जवाहरलाल नेहरू मैडिकल कालेज व अस्पताल की व्यवस्था सुधारने की मांग की है ताकि आने वाले समय मे लापरवाही से किसी की जान न जाए। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
चम्बा , 06 अगस्त [ शिवानी ] ! पंडित जवाहरलाल नेहरू मैडिकल कालेज एंव अस्पताल चम्बा मे रविवार की सुबह पेट दर्द से पीड़ित 35 वर्षीय नरेश कुमार की मौत हो गई। नरेश कुमार मुहल्ला माई का बाग का रहने वाला था और एक इलैक्ट्रिशियन की दुकान पर काम करता था। नरेश कुमार के परिजनों ने उसकी मौत के लिए अस्पताल प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है।
उसके परिजनों के अनुसार शनिवार को नरेश कुमार को रात को उसके घर मे रहने वाले किरायेदार द्वारा अस्पताल मे भर्ती करवाया गया। लेकिन किसी भी विशेषज्ञ डाक्टर के न होने के चलते प्रशिक्षु डाक्टरों ने ही एमरजैंसी मे उसको भर्ती कर लिया। इस पर नरेश कुमार के परिजनों ने प्रशिक्षु डाक्टरों को उसे मैडिकल कालेज टांडा रैफर करने का आग्रह किया लेकिन प्रशिक्षु डाक्टरों ने उनकी एक न सुनी। जिसके चलते नरेश कुमार की रविवार सुबह 8 बजे मृत्यु हो गई। परिजनों ने नरेश कुमार की मौत के लिए अस्पताल प्रबंधन पर आरोप लगाया है।
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उनके अनुसार अस्पताल मे पिछले कई दिनों से लिफ्ट बंद है। एमरजैंसी मे कोई विशेषज्ञ डाक्टर नहीं होता है और न ही समय पर जीवन रक्षक दवा मिलती है। उन्होंने कहा कि सरकार हर समय कई सुविधाओं के दावे करती है लेकिन जब मामूली पेट दर्द से किसी रोगी की मृत्यु हो जाए तो हैरानी की बात लगती है।
नरेश कुमार के परिजनों ने इसके लिए प्रशासन को पंडित जवाहरलाल नेहरू मैडिकल कालेज व अस्पताल की व्यवस्था सुधारने की मांग की है ताकि आने वाले समय मे लापरवाही से किसी की जान न जाए।
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