- विज्ञापन (Article Top Ad) -
चम्बा ! कई वर्षो के बाद देखने को मिल रहा है कि थोड़ी सी गर्मी पड़ने के बाद ऊंची पहाड़ियों पर ग्लेशियर पिघलना शुरू हो गए है जिस कारण रावी नदी का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में रावी नदी का बढ़ता हुए पानी किसी के जान माल को हानि न पहुंचाएं,इसके लिए जिला प्रशासन ने एतिहात के तौर पर घोषणा कर दी है कि ग्लेशियर पिघलने से पानी लगातार बढ़ रहा है और रावी नदी के आसपास रहने वाले लोग चोक्स रहे और रावी नदी के तट पर न जाए। बताते चले कि पिछले वर्ष अगस्त माह के दिनों रावी नदी का जल स्तर इतना बढ़ गया था कि सरकारी ओर गेर सरकारी करोड़ों रुपयों के नुक्सान के साथ लोगों कि किम्मती जाने भी इस आई जबरदस्त बाढ़ में चली गई थी। ऐसे में जिला प्रशासन के सामने अब रावी नदी का बढ़ रहा जलस्तर किसी चनौती से कम नहीं है। रवि नदी का धीरे धीरे बढ़ रहे पानी के स्तर ने फिर से लोगो को चिंता में डाल दिया है। इन लोगो को चिंत्ता है तो इस बात की कि कंही पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी रावी नदी में बाढ़ न आ जाए। हालंकि जिला प्रशासन रावी नदी में पिछले वर्ष की घटी ऐसी आपदा को लेकर सचेत हो चूका है जिसको देखकर लोग काफी खुश है उनका कहना है कि जिला प्रशासन ने जो नोटिफिकेशन जारी की है जिसमे कि रावी नदी के किनारे जो लोग रह रहे है उनको वंहा से हटने के लिए कहा गया है वह बहुत ही अच्छा कदम है। उनका कहना है कि पिछले वर्ष भी रावी नदी में बहुत ज्यादा बाढ़ आई थी जिसके कारण बहुत सारा नुकसान झेलना पड़ा था। लगातार बढ़ रहे रावी नदी के जलस्तर को देखकर रावी नदी के समीप रह रहे लोगों को अभी से चिंता सताने लगी है। इन लोगों का कहना है कि अभी तो एक दो बारिशे ही हुई है तो पानी का स्तर इतना बढ़ गया है पर पहले ऐसा नहीं होता था। ब्लॉक कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि वैसे तो प्रशासन इसको लेकर काम तो कर रहा है पर अभी तक भी प्रशासन ने खतरे वाली जगहों पर कोई साइन बोर्ड नहीं लगाया हुआ है। उन्होंने कहा कि रावी नदी की तरफ जाने वाले सभी रास्तों को प्रशासन पहले तो बंद करवाए ताकि ऐसी कोई दुर्घटना न घटित हो। इस बारे में हमारी मीडिया की टीम ने अतिरिक्त जिला उपायुक्त से बात की तो उन्होंने कि अब बहुत जल्दी मानसून आने वाला है और हमने पहले से ही सभी लोगों को सुचना दे दी है कि कोई भी व्यक्ति,टूरिस्ट इतियादी बढ़ते जलस्तर के मध्यनजर रावी नदी के किनारे न जाये। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि खासकर रात्री के समय तो नदी नालों के समीप तो बिलकुल भी न जाये क्योंकि रावी नदी के साथ नालों का भी जलस्तर बढ़ा हुआ है और ऐसे में कुछ भी अप्रिय दुर्घटना घटित हो सकती है।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -