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चम्बा ! मिनी स्विट्जरलैंड के नाम से प्रख्यात खज्जियार को अब नई पहचान मिलने वाली है। 26 नवंबर से 28 नवंबर तक खज्जियार में हिमालयन मोनाल नेशनल एरोफेस्ट प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है जिसमें देश के 15 राज्यों के 100 से अधिक पैराग्लाइडर भाग ले रहे हैं। और यह अपने आप में पहली ऐसी प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है । जिसमें किसी भी आपातकालीन परिस्थिति से निपटने के लिए हेलीकॉप्टर की व्यवस्था भी मौजूद रहेगी। चंबा सदर विधायक पवन नैयर ने इस राष्ट्रीय स्तरीय पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिता की तैयारियों का जायजा लेने के बाद खज्जियार में पत्रकारों को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक चंबा को जयराम सरकार ने पर्यटन के मानचित्र पर नई पहचान देने के लिए चलो चंबा अभियान को चलाए हुए हैं और इस अभियान के तहत अब तक जिला चंबा में तीन राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा चुका है। और खजियार में 26 से 28 नवंबर तक आयोजित होने वाली इस पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिता के माध्यम से पूरे देश में खज्जियार एक नए आयाम को छुएगा। सदर विधायक ने कहा कि प्रदेश मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जिला चंबा के विकास को लेकर विशेष तौर पर प्रयासरत हैं और समय-समय पर उनके मार्गदर्शन से इस प्रकार की राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिताओं का आयोजन जिला चंबा में किया जा रहा है। 26 नवंबर मंगलवार को खज्जियार में आयोजित होने वाली इस प्रतियोगिता की तैयारियों का सदर विधायक ने बारीकी से अवलोकन किया। उन्होंने तैयारियों पर संतोष जताते हुए उपायुक्त चंबा डीसी राणा, एसडीएम चंबा नवीन तंवर, जिला पर्यटन अधिकारी विजय कुमार व लोक निर्माण विभाग मंडल चंबा के अधिशासी अभियंता जीत सिंह के कार्यों की सराहना की। विधायक ने कहा कि यूं तो खजियार में पिछले कई वर्षों से पैराग्लाइडिंग हो रही थी लेकिन इस काम को अंजाम देने के लिए स्थानीय लोगों को युवाओं को चोरी-छिपे यह काम करना पड़ता था। यही नहीं कई बार उन्हें पुलिस व वन्य प्राणी विभाग की कार्यवाही का भी सामना करना पड़ता था। जयराम सरकार ने सबसे पहले खज्जियार के 2 स्थानों को पैराग्लाइडिंग के लिए ना सिर्फ चिन्हित किया बल्कि उन्हें स्वीकृति भी प्रदान की तो साथ ही पर्यटन विभाग ने 165 आउटडोर फोटोग्राफरों और 65 पैराग्लाइडरों को पंजीकृत किया। विधायक ने कहा कि अब यहां के लोगों को पैराग्लाइडिंग को अंजाम देने के लिए किसी से डरने की जरूरत नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि खज्जियार का मुख्य आकर्षण यहां की झील है और इस प्राकृतिक झील के स्वरूप को बचाए रखने के लिए लाखों रुपए खर्च करके इस झील कि गाद को साफ करने का काम किया जा रहा है। विधायक ने कहा कि चलो चंबा अभियान के तहत आयोजित होने वाली इस तीन दिवसीय राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिता के दौरान प्रदेश के जनजाति क्षेत्रों की लोक संस्कृति की झलक भी देखने को मिलेगी। लाहौल स्पीति, किन्नौर व जिला के जनजातीय क्षेत्र भरमौर व पांगी के लोक कलाकार अपनी लोक संस्कृति को पेश करेंगे।
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