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चम्बा ! पिछले दिनो ईको टुरिज्म सोसाइटी खज्जियार ने मिनी स्विटजरलैंड के नाम से विख्यात पर्यटन क्षेत्र मे ग्रीन सेस व सेंक्चुरी एरिया मे वाहनों के प्रवेश करने पर भरकम शुल्क अदा करने का जो तुगलकी फरमान जारी किया है वे सरासर चम्बा के लोगों व पर्यटकों से सीधी लूट है। ब्लाक कांग्रेस कमेटी चम्बा के अध्यक्ष करतार सिंह ठाकुर ने कहा कि ईको टुरिज्म सोसाइटी खज्जियार द्वारा पिछले दिनो मिआडी़ गला व लक्कड़मण्डी मे वन विभाग के बैरियरों की नीलामी की है। जिसके अनुसार अब दोनो ओर से आने वाले वाहनों जिनमे बस के लिए 300 रूपये , सूमो के लिए 200 व अल्टो कार के लिए 50 रूपये प्रति वाहन प्रवेश शुल्क निर्धारित किया है। उन्होने कहा कि चम्बा के स्थानीय लोगों की धार्मिक आस्था ऐतिहासिक खज्जि नाग व माता भगवती पोलहानी मंदिरों जुडी़ है। लेकिन उन्हे अपनी धार्मिक आस्था के चलते इन मंदिरों के दर्शन करने के लिए प्रवेश शुल्क अदा करना होगा जो कि सरासर गलत है। करतार सिंह ने कहा कि खज्जियार से गुजरने वाली सड़क का रखरखाव लोक निर्माण विभाग करता है न कि ईको टुरिज्म सोसाइटी खज्जियार । इस लिहाज से सोसाइटी द्वारा प्रवेश शुल्क लगाया जाना सरासर गलत है और मध्यकालीन भारत मे लगाये जाने वाले जजिया कर के समान है। उन्होने कहा कि ईको टुरिज्म सोसाइटी को प्रवेश शुल्क लगाने से पहले सोच विचार करना चाहिए था। क्योंकि इतने भारी-भरकम शुल्क के चलते एक तो चम्बा जिला के लोगों को अपने ही घरों मे रोजाना शुल्क देकर जाना होगा और दूसरी ओर खज्जि नाग व पोलहानी माता के मंदिरों मे जाने वाले श्रद्धालुओं को भी काफी परेशानी का सामना करना पडे़गा । वहीं डलहौजी , जीपीओ, बनीखेत , जंद्रीघाट की ओर रोजाना निजी वाहनों से आवाजाही करने वाले लोगों को भी इस सेस व प्रवेश शुल्क की मार पडे़गी जो कि सरासर अन्याय ही है। उन्होने कहा कि ईको टुरिज्म सोसाइटी को खज्जियार मे पार्किंग की उचित व्यवस्था बना कर वहाँ खडे़ होने वाले वाहनों से ही न्यूनतम शुल्क लेना चाहिए । वहीं उन्होने कहा कि एक तो कोरोना काल मे खज्जियार मे पर्यटन व्यवसाय को काफी हानि हुई है। लेकिन भाजपा सरकार पर्यटन व्यवसाय से जुडे़ लोगों को कोई राहत देने के बजाए उनके व्यवसाय का ही गला घोंटने पर उतारू है। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार ने प्रदेश भर के टोल बैरियरों मे छोट गैर व्यवसायिक हिमाचली वाहनों को शुल्क मे छूट दी है तो क्या ईको टुरिज्म सोसाइटी खज्जियार ऐसा नही कर सकती। उन्होने कहा कि अगर जल्द ही ईको टुरिज्म सोसाइटी अपने निर्णय पर पुनर्विचार नही करती तो ऐसी सूरत मे कांग्रेस पार्टी इस तुगलकी फरमान के विरोध मे धरना प्रदर्शन करेगी और भाजपा सरकार व ईको टुरिज्म सोसाइटी पर शुल्क कम करने व दबाव बनाएगी। जिसकी सारी जिम्मेदारी भाजपा सरकार व सोसाइटी की होगी ।
चम्बा ! पिछले दिनो ईको टुरिज्म सोसाइटी खज्जियार ने मिनी स्विटजरलैंड के नाम से विख्यात पर्यटन क्षेत्र मे ग्रीन सेस व सेंक्चुरी एरिया मे वाहनों के प्रवेश करने पर भरकम शुल्क अदा करने का जो तुगलकी फरमान जारी किया है वे सरासर चम्बा के लोगों व पर्यटकों से सीधी लूट है।
ब्लाक कांग्रेस कमेटी चम्बा के अध्यक्ष करतार सिंह ठाकुर ने कहा कि ईको टुरिज्म सोसाइटी खज्जियार द्वारा पिछले दिनो मिआडी़ गला व लक्कड़मण्डी मे वन विभाग के बैरियरों की नीलामी की है। जिसके अनुसार अब दोनो ओर से आने वाले वाहनों जिनमे बस के लिए 300 रूपये , सूमो के लिए 200 व अल्टो कार के लिए 50 रूपये प्रति वाहन प्रवेश शुल्क निर्धारित किया है।
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उन्होने कहा कि चम्बा के स्थानीय लोगों की धार्मिक आस्था ऐतिहासिक खज्जि नाग व माता भगवती पोलहानी मंदिरों जुडी़ है। लेकिन उन्हे अपनी धार्मिक आस्था के चलते इन मंदिरों के दर्शन करने के लिए प्रवेश शुल्क अदा करना होगा जो कि सरासर गलत है। करतार सिंह ने कहा कि खज्जियार से गुजरने वाली सड़क का रखरखाव लोक निर्माण विभाग करता है न कि ईको टुरिज्म सोसाइटी खज्जियार ।
इस लिहाज से सोसाइटी द्वारा प्रवेश शुल्क लगाया जाना सरासर गलत है और मध्यकालीन भारत मे लगाये जाने वाले जजिया कर के समान है। उन्होने कहा कि ईको टुरिज्म सोसाइटी को प्रवेश शुल्क लगाने से पहले सोच विचार करना चाहिए था। क्योंकि इतने भारी-भरकम शुल्क के चलते एक तो चम्बा जिला के लोगों को अपने ही घरों मे रोजाना शुल्क देकर जाना होगा और दूसरी ओर खज्जि नाग व पोलहानी माता के मंदिरों मे जाने वाले श्रद्धालुओं को भी काफी परेशानी का सामना करना पडे़गा ।
वहीं डलहौजी , जीपीओ, बनीखेत , जंद्रीघाट की ओर रोजाना निजी वाहनों से आवाजाही करने वाले लोगों को भी इस सेस व प्रवेश शुल्क की मार पडे़गी जो कि सरासर अन्याय ही है। उन्होने कहा कि ईको टुरिज्म सोसाइटी को खज्जियार मे पार्किंग की उचित व्यवस्था बना कर वहाँ खडे़ होने वाले वाहनों से ही न्यूनतम शुल्क लेना चाहिए ।
वहीं उन्होने कहा कि एक तो कोरोना काल मे खज्जियार मे पर्यटन व्यवसाय को काफी हानि हुई है। लेकिन भाजपा सरकार पर्यटन व्यवसाय से जुडे़ लोगों को कोई राहत देने के बजाए उनके व्यवसाय का ही गला घोंटने पर उतारू है। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार ने प्रदेश भर के टोल बैरियरों मे छोट गैर व्यवसायिक हिमाचली वाहनों को शुल्क मे छूट दी है तो क्या ईको टुरिज्म सोसाइटी खज्जियार ऐसा नही कर सकती।
उन्होने कहा कि अगर जल्द ही ईको टुरिज्म सोसाइटी अपने निर्णय पर पुनर्विचार नही करती तो ऐसी सूरत मे कांग्रेस पार्टी इस तुगलकी फरमान के विरोध मे धरना प्रदर्शन करेगी और भाजपा सरकार व ईको टुरिज्म सोसाइटी पर शुल्क कम करने व दबाव बनाएगी। जिसकी सारी जिम्मेदारी भाजपा सरकार व सोसाइटी की होगी ।
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