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चम्बा ! कोरोना महामारी की वजह से इस बार चम्बा नगर में मेले और त्योहारों पर फिर से बंदिशें लग गई है । सभी मंदिरों मस्जिदों और गुरुद्वारों में लोगों का आना जाना वर्जित कर दिया गया है । देवभूमि चंबा में सभी मंदिरों में सन्नाटा पसरा हुआ है । चम्बा नगर की बात कर तो यहां पर अभी हाल ही में चम्बा से 100 किलोमीटर दूर से देवीकोठी स्थान से माता बैरावली अपनी बहन से मिलने के लिए माता चामुंडा मंदिर आई थी और यहां हर साल 10 दिन तक यहां मेले का आयोजन होता है। लोग बैरवाली माता को अपने घरों में बड़े श्रद्धा भाव से आमंत्रित करते हैं उसके बाद 10 दिन के बाद यहाँ मंदिर में एक बहुत बड़ा मेले का आयोजन होता है। जहां पर दुकानें भी लगती हैं लोग दोनों देविय बहनों के एक साथ दर्शन करके अपने को धन्य मानते हैं। लेकिन कोरोना की वजह से पिछले कल यहां पर मेले का आयोजन नहीं किया गया जिसकी वजह से लोग काफी निराश हैं। औपचारिकता तौर पर यहां पर परंपरा को निभाया गया और आज शाम को माता अपने देवस्थान देवी कोठी के लिए वापस रवाना होगी । यहां के स्थानीय लोगों ने बताया कि आज पिछले कल माता चामुंडा के मंदिर में मेला होना था क्योंकि हर साल बैरावली माता देवी कोठी से अपनी बहन से मिलने के लिए आती हैं ।10 दिन तक के यहां रहती हैं और यहां पर एक उत्सव सा माहौल होता है। सभी लोग दोनों देवी के दर्शन करते हैं । लेकिन कोरोना की वजह से इस बार इससे वंचित रहे। पिछले कल यहां मेला भी नहीं हुआ जिससे उन्हें काफी निराशा है। उन्होंने बताया कि वह माता से प्रार्थना करते हैं कि अगली बार कोरोना महामारी से छुटकारा मिले और यहां खुशी-खुशी उस मेले को मनाएं।
चम्बा ! कोरोना महामारी की वजह से इस बार चम्बा नगर में मेले और त्योहारों पर फिर से बंदिशें लग गई है । सभी मंदिरों मस्जिदों और गुरुद्वारों में लोगों का आना जाना वर्जित कर दिया गया है । देवभूमि चंबा में सभी मंदिरों में सन्नाटा पसरा हुआ है । चम्बा नगर की बात कर तो यहां पर अभी हाल ही में चम्बा से 100 किलोमीटर दूर से देवीकोठी स्थान से माता बैरावली अपनी बहन से मिलने के लिए माता चामुंडा मंदिर आई थी और यहां हर साल 10 दिन तक यहां मेले का आयोजन होता है। लोग बैरवाली माता को अपने घरों में बड़े श्रद्धा भाव से आमंत्रित करते हैं उसके बाद 10 दिन के बाद यहाँ मंदिर में एक बहुत बड़ा मेले का आयोजन होता है। जहां पर दुकानें भी लगती हैं लोग दोनों देविय बहनों के एक साथ दर्शन करके अपने को धन्य मानते हैं। लेकिन कोरोना की वजह से पिछले कल यहां पर मेले का आयोजन नहीं किया गया जिसकी वजह से लोग काफी निराश हैं। औपचारिकता तौर पर यहां पर परंपरा को निभाया गया और आज शाम को माता अपने देवस्थान देवी कोठी के लिए वापस रवाना होगी ।
यहां के स्थानीय लोगों ने बताया कि आज पिछले कल माता चामुंडा के मंदिर में मेला होना था क्योंकि हर साल बैरावली माता देवी कोठी से अपनी बहन से मिलने के लिए आती हैं ।10 दिन तक के यहां रहती हैं और यहां पर एक उत्सव सा माहौल होता है। सभी लोग दोनों देवी के दर्शन करते हैं । लेकिन कोरोना की वजह से इस बार इससे वंचित रहे। पिछले कल यहां मेला भी नहीं हुआ जिससे उन्हें काफी निराशा है। उन्होंने बताया कि वह माता से प्रार्थना करते हैं कि अगली बार कोरोना महामारी से छुटकारा मिले और यहां खुशी-खुशी उस मेले को मनाएं।
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