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चम्बा ! प्रदेश सरकार ने इस वर्ष राज्य के बागवानों के लिए उम्दा किस्म के रूट स्टोक सेब के पौधों की नस्ल को सात समुंदर पार अमेरिका से मगवाया है। चम्बा के उद्यान विभाग की नर्सरी में लगे 29, हज़ार सेब के पौधे जिसमे हर वह नस्ल के पौधे इस नर्सरी में रखे गए है, जिसमे बागवानों को कम जगह में ज्यादा पैदावार मिल सके। जी मीडिया की टीम ने लगाई गई नर्सरी में जाकर ज़ीरो रिपोटिंग की और उन अमेरिकन नसल के रूट स्टोक पौधों के बारे जानकारी हासिल की। इस लगाई गई सेब की नर्सरी के बारे जानकारी देते हुए उद्यान विभाग के उप निदेशक ने बताया कि यह सेब के पौधे जोकि हाई ब्रीड नसल से है फिलहाल इन 29, हज़ार अमेरिकन पौधों को इस नर्सरी में ओंवजरवेशन के लिए रखा गया है। ताकि इतनी दूर से आने पर इन पौधों को किसी तरह का कोई संक्रमण तो नहीं हुआ है तथा इनकी रोजाना जांच भी की जाती है। उन्होंने बताया कि इन हाई ब्रीड सेब के पौधों को एक साल तक यन्ही इसी नर्सरी में रखा जायेगा और उसके बाद ही इन सेब पौधो को प्रदेश के सभी जिले के किसानों को वितरित किए जायेंगे। उद्यान विभाग के उपनिदेशक ने बताया कि अमेरिका से आए इन हाई ब्रीड सेब के पौधों की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह पोधे रूट स्टोक से उत्पन किए गए है और यह आम पौधों से कम जगह घेरने के साथ इनसे पैदावार भी अधिक होगी। उन्होंने यह भी बताया कि अगर सब कुछ ठीक से रहा तो हमारा विभाग इन पोधो की गुणवत्ता के साथ इसकी आगे की बढ़ोतरी भी करेगा और बागवानों को यह पौधे सब्सिडी पर भी देगी। फ़िलहाल इन पोधो को ऐसी जगह में रखा जायेगा।
चम्बा ! प्रदेश सरकार ने इस वर्ष राज्य के बागवानों के लिए उम्दा किस्म के रूट स्टोक सेब के पौधों की नस्ल को सात समुंदर पार अमेरिका से मगवाया है। चम्बा के उद्यान विभाग की नर्सरी में लगे 29, हज़ार सेब के पौधे जिसमे हर वह नस्ल के पौधे इस नर्सरी में रखे गए है, जिसमे बागवानों को कम जगह में ज्यादा पैदावार मिल सके।
जी मीडिया की टीम ने लगाई गई नर्सरी में जाकर ज़ीरो रिपोटिंग की और उन अमेरिकन नसल के रूट स्टोक पौधों के बारे जानकारी हासिल की। इस लगाई गई सेब की नर्सरी के बारे जानकारी देते हुए उद्यान विभाग के उप निदेशक ने बताया कि यह सेब के पौधे जोकि हाई ब्रीड नसल से है फिलहाल इन 29, हज़ार अमेरिकन पौधों को इस नर्सरी में ओंवजरवेशन के लिए रखा गया है। ताकि इतनी दूर से आने पर इन पौधों को किसी तरह का कोई संक्रमण तो नहीं हुआ है तथा इनकी रोजाना जांच भी की जाती है।
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उन्होंने बताया कि इन हाई ब्रीड सेब के पौधों को एक साल तक यन्ही इसी नर्सरी में रखा जायेगा और उसके बाद ही इन सेब पौधो को प्रदेश के सभी जिले के किसानों को वितरित किए जायेंगे। उद्यान विभाग के उपनिदेशक ने बताया कि अमेरिका से आए इन हाई ब्रीड सेब के पौधों की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह पोधे रूट स्टोक से उत्पन किए गए है और यह आम पौधों से कम जगह घेरने के साथ इनसे पैदावार भी अधिक होगी।
उन्होंने यह भी बताया कि अगर सब कुछ ठीक से रहा तो हमारा विभाग इन पोधो की गुणवत्ता के साथ इसकी आगे की बढ़ोतरी भी करेगा और बागवानों को यह पौधे सब्सिडी पर भी देगी। फ़िलहाल इन पोधो को ऐसी जगह में रखा जायेगा।
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