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कुल्लू , 16 दिसंबर ! हिमाचल प्रदेश में शिक्षा विभाग के द्वारा स्कूल लीडरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत सभी स्कूल के प्रमुखों को विशेष रूप से प्रशिक्षण दिया जाएगा। ताकि वह अपने स्कूल का नेतृत्व व विकास कर सके। इसी उद्देश्य को लेकर जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर के देव सदन में शिक्षा विभाग के द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम का समापन किया गया। यह कार्यक्रम 5 दिन पहले शुरू किया गया था। इस कार्यक्रम में 6 जिला के 35 प्रधानाचार्य, हेड मास्टर और सी एच टी भाग ने भाग लिया और वे अपने-अपने जिला में जाकर अन्य शिक्षकों को भी इसके बारे में प्रशिक्षण देंगे। वही समापन अवसर पर सभी उपस्थित प्रधानाचार्य व हेड मास्टर को प्रमाण पत्र भी दिए गए। कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए जिला कुल्लू समग्र शिक्षा अभियान के समन्वयक सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि यह कार्यशाला 5 दिनों तक आयोजित की गई और दिल्ली विश्वविद्यालय के द्वारा इसके बारे में विशेष रूप से प्रधानाचार्य, हेडमास्टर व एचडी को प्रशिक्षण दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस कार्यशाला में प्रदेश जिला चम्बा, कांगड़ा, हमीरपुर, मंडी, कुल्लू और लाहौल स्पीति से आए 35 प्रधानाचार्य, हेडमास्टर, सीएचटी ने भाग लिया हैं। उन्होंने बताया कि इस कार्यशाला में सभी उपस्थित जनों को यह बताया गया कि स्कूल में तैनात प्रधानाचार्य किस तरह से एक लीडर की तरह काम कर सकता है और स्कूल के विकास में किस तरह से अपनी भूमिका निभा सकता है। वही, स्कूल में किस तरह से क्लस्टर स्तर पर काम किया जा सकता है। उसे मजबूत करने के बारे में भी निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि अब शिमला में भी इस तरह की कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा और इस कार्यशाला में भाग लेने वाले सभी प्रधानाचार्य, हेडमास्टर, सीएचटी को भी आगामी विषयों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
कुल्लू , 16 दिसंबर ! हिमाचल प्रदेश में शिक्षा विभाग के द्वारा स्कूल लीडरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत सभी स्कूल के प्रमुखों को विशेष रूप से प्रशिक्षण दिया जाएगा। ताकि वह अपने स्कूल का नेतृत्व व विकास कर सके। इसी उद्देश्य को लेकर जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर के देव सदन में शिक्षा विभाग के द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम का समापन किया गया। यह कार्यक्रम 5 दिन पहले शुरू किया गया था। इस कार्यक्रम में 6 जिला के 35 प्रधानाचार्य, हेड मास्टर और सी एच टी भाग ने भाग लिया और वे अपने-अपने जिला में जाकर अन्य शिक्षकों को भी इसके बारे में प्रशिक्षण देंगे।
वही समापन अवसर पर सभी उपस्थित प्रधानाचार्य व हेड मास्टर को प्रमाण पत्र भी दिए गए। कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए जिला कुल्लू समग्र शिक्षा अभियान के समन्वयक सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि यह कार्यशाला 5 दिनों तक आयोजित की गई और दिल्ली विश्वविद्यालय के द्वारा इसके बारे में विशेष रूप से प्रधानाचार्य, हेडमास्टर व एचडी को प्रशिक्षण दिया गया है।
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उन्होंने बताया कि इस कार्यशाला में प्रदेश जिला चम्बा, कांगड़ा, हमीरपुर, मंडी, कुल्लू और लाहौल स्पीति से आए 35 प्रधानाचार्य, हेडमास्टर, सीएचटी ने भाग लिया हैं। उन्होंने बताया कि इस कार्यशाला में सभी उपस्थित जनों को यह बताया गया कि स्कूल में तैनात प्रधानाचार्य किस तरह से एक लीडर की तरह काम कर सकता है और स्कूल के विकास में किस तरह से अपनी भूमिका निभा सकता है।
वही, स्कूल में किस तरह से क्लस्टर स्तर पर काम किया जा सकता है। उसे मजबूत करने के बारे में भी निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि अब शिमला में भी इस तरह की कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा और इस कार्यशाला में भाग लेने वाले सभी प्रधानाचार्य, हेडमास्टर, सीएचटी को भी आगामी विषयों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
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