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कुल्लू , 07 फरवरी ! जिला कुल्लू के मुख्यालय सरवरी में अशोक भवन में जिला कुल्लू किसान सभा व सीटू का संयुक्त अधिवेशन आयोजित किया गया। तो वही इस अधिवेशन में मजदूरों व किसानों की मांगों को लेकर चर्चा की गई। वहीं अधिवेशन में निर्णय लिया गया कि मजदूरों को मांगों को लेकर दिल्ली में 5 मार्च को विशाल धरना प्रदर्शन किया जाएगा। जिसमें हजारों की संख्या में किसान मजदूर भाग लेंगे। हिमाचल किसान सभा के सह सचिव होतम सोंखला ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान भी सैकड़ों किसानों की मौत हुई थी। लेकिन अभी तक केंद्र सरकार के द्वारा उन्हें मुआवजा नहीं दिया गया है। ऐसे में इस मुद्दे को भी केंद्र सरकार के समक्ष प्रमुखता से रखा जाएगा। होतम का कहना है कि केंद्र की बीजेपी सरकार ने मजदूरों के हितों की रक्षा करने वाले 44 श्रम कानूनों को बदलकर मात्र चार श्रम संहिता में समायोजित कर मजदूरों के साथ अन्याय किया है। मजदूरों की वेतन विसंगतियों को और जटिल कर दिया है। चार श्रम संहिता के लागू होने से मजदूरों के अपने अधिकार खत्म हो गए हैं और वह कभी भी उद्योगों के खिलाफ आवाज नहीं उठा सकता है। ऐसे में किसानों को भी मंडियों में बड़े आढ़तियों के हाथ हो शोषण का शिकार होना पड़ रहा है। इन सभी मुद्दों को लेकर 5 मार्च को दिल्ली में एक विशाल धरना प्रदर्शन किया जाएगा। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
कुल्लू , 07 फरवरी ! जिला कुल्लू के मुख्यालय सरवरी में अशोक भवन में जिला कुल्लू किसान सभा व सीटू का संयुक्त अधिवेशन आयोजित किया गया। तो वही इस अधिवेशन में मजदूरों व किसानों की मांगों को लेकर चर्चा की गई। वहीं अधिवेशन में निर्णय लिया गया कि मजदूरों को मांगों को लेकर दिल्ली में 5 मार्च को विशाल धरना प्रदर्शन किया जाएगा। जिसमें हजारों की संख्या में किसान मजदूर भाग लेंगे।
हिमाचल किसान सभा के सह सचिव होतम सोंखला ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान भी सैकड़ों किसानों की मौत हुई थी। लेकिन अभी तक केंद्र सरकार के द्वारा उन्हें मुआवजा नहीं दिया गया है। ऐसे में इस मुद्दे को भी केंद्र सरकार के समक्ष प्रमुखता से रखा जाएगा। होतम का कहना है कि केंद्र की बीजेपी सरकार ने मजदूरों के हितों की रक्षा करने वाले 44 श्रम कानूनों को बदलकर मात्र चार श्रम संहिता में समायोजित कर मजदूरों के साथ अन्याय किया है।
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मजदूरों की वेतन विसंगतियों को और जटिल कर दिया है। चार श्रम संहिता के लागू होने से मजदूरों के अपने अधिकार खत्म हो गए हैं और वह कभी भी उद्योगों के खिलाफ आवाज नहीं उठा सकता है। ऐसे में किसानों को भी मंडियों में बड़े आढ़तियों के हाथ हो शोषण का शिकार होना पड़ रहा है। इन सभी मुद्दों को लेकर 5 मार्च को दिल्ली में एक विशाल धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
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