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कुल्लू , 04 फरवरी ! हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार से अब करुणामूलक परिवारों की भी आस बंध गई है। तो वहीं अब करुणामूलक परिवार प्रदेश सरकार से मांग रख रहे हैं कि उन्हें आगामी बजट में एकमुश्त नौकरी दी जाए। इसके अलावा करुणामूलक नौकरी के लिए जो शर्तें रखी गई है। उन शर्तों को भी जल्द हटाया जाए। जिला कुल्लू में करूणामूलक संघ की बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेशाध्यक्ष अजय कुमार ने कहा कि पूर्व सरकार के समय 432 दिन का शिमला में रिकॉर्ड तोड़ धरना प्रदर्शन इन परिवारों द्वारा किया जा चुका है। प्रदर्शन के कारण 2 हजार परिवारों को नौकरी मिल पाई। लेकिन अभी भी 3 हजार परिवार ऐसे है जो नौकरी की आस लगाए हुए है। अजय कुमार ने बताया कि जनवरी माह में करूणामूलक संघ के पदाधिकारियों व आश्रितों की प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से करुणामूलक नौकरी बहाली के लिए शिमला सचिवालय में भेंट हुई थी। जिस पर मुख्यमंत्री द्वारा करुणामूलक नौकरी बहाली का आश्वासन मिलने व उनके द्वारा दिए गए निर्देशों पर करूणामूलक संघ की राज्य कार्यकारिणी प्रदेश के हर एक जिले में बैठक कर रही है। उन्होंने कहा कि सभी परिवारों से वार्तालाप व सुझाव लेकर करुणामूलक परिवारों के हित का एजेंडा परिवारों सहित शिमला में 15 फरवरी से पहले प्रदेश सरकार व मुख्य सचिव को सौंपेगी। करूणामूलक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार ने कहा कि जिला कुल्लू के जितने भी करुणामूलक परिवार जोकि 15 से 20 सालों से करुणामूलक नौकरी का इंतजार कर रहे हैं। वह अब शिमला में ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंचकर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाएं। जिससे करुणामूलक नौकरी बहाली के लिए सरकार के समक्ष अपनी बात रख सकें। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
कुल्लू , 04 फरवरी ! हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार से अब करुणामूलक परिवारों की भी आस बंध गई है। तो वहीं अब करुणामूलक परिवार प्रदेश सरकार से मांग रख रहे हैं कि उन्हें आगामी बजट में एकमुश्त नौकरी दी जाए। इसके अलावा करुणामूलक नौकरी के लिए जो शर्तें रखी गई है। उन शर्तों को भी जल्द हटाया जाए। जिला कुल्लू में करूणामूलक संघ की बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेशाध्यक्ष अजय कुमार ने कहा कि पूर्व सरकार के समय 432 दिन का शिमला में रिकॉर्ड तोड़ धरना प्रदर्शन इन परिवारों द्वारा किया जा चुका है।
प्रदर्शन के कारण 2 हजार परिवारों को नौकरी मिल पाई। लेकिन अभी भी 3 हजार परिवार ऐसे है जो नौकरी की आस लगाए हुए है। अजय कुमार ने बताया कि जनवरी माह में करूणामूलक संघ के पदाधिकारियों व आश्रितों की प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से करुणामूलक नौकरी बहाली के लिए शिमला सचिवालय में भेंट हुई थी। जिस पर मुख्यमंत्री द्वारा करुणामूलक नौकरी बहाली का आश्वासन मिलने व उनके द्वारा दिए गए निर्देशों पर करूणामूलक संघ की राज्य कार्यकारिणी प्रदेश के हर एक जिले में बैठक कर रही है।
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उन्होंने कहा कि सभी परिवारों से वार्तालाप व सुझाव लेकर करुणामूलक परिवारों के हित का एजेंडा परिवारों सहित शिमला में 15 फरवरी से पहले प्रदेश सरकार व मुख्य सचिव को सौंपेगी।
करूणामूलक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार ने कहा कि जिला कुल्लू के जितने भी करुणामूलक परिवार जोकि 15 से 20 सालों से करुणामूलक नौकरी का इंतजार कर रहे हैं। वह अब शिमला में ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंचकर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाएं। जिससे करुणामूलक नौकरी बहाली के लिए सरकार के समक्ष अपनी बात रख सकें।
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