- विज्ञापन (Article Top Ad) -
कांगड़ा ! सुलाह विधानसभा क्षेत्र की झरेट पंचायत ऐतिहासक कन्यादेवी मंदिर के कारण दूर-दूर तक मशहूर है। इस पंचायत क़े नाम बिरला रिकॉर्ड है। 20 साल इस पंचायत क़े प्रधान पद पर एक ही दम्पति ने राज किया है। दो बार भवानी प्रसाद इस पंचायत के प्रधान रहे हैं और वर्तमान में उनकी धर्मपत्नी अंजना कुमारी इस पंचायत क़ी प्रधान हैं। वे लगातार दूसरी बार पंचायत प्रधान चुनी गई हैं। इससे पहले उनके पति भवानी प्रसाद 1995- 2005 तक लगातार पंचायत क़े प्रधान रहे हैं। उनके नाम जिला कांगड़ा में सबसे कम उम्र का प्रधान निर्वाचित होने का रिकॉर्ड भी है। खेल क़े मैदान में भवानी क़ी चमक भवानी प्रसाद हिमाचल प्रदेश वन विभाग में अनुबंध कर्मचारी के तौर पर कुल्लू में तैनात हैं। उन्होने राज्य स्तरीय विभागीय खेलों में लगातार दो साल तीन-तीन गोल्ड मैडल जीत कर कुल छह गोल्ड मैडल जीत कर सनसनी मचा दी है। उन्होंने टेबल टेनिस के सिंगल, डबल और वेटरन कैटगरी में गोल्ड की हैट्रिक बनाई है। 28 मई 1970 को जन्मे भवानी प्रसाद के पिता बस्सी पावर प्रोजेक्ट में फीटर थे। भवानी की पहली से लेकर स्नातक की शिक्षा जोगिंद्रनगर से हुई। अपने स्कूल और कॉलेज के दिनों में उभरते हुए खिलाड़ी रहे। वे 1985-89 तक चार साल अंडर 19 फुटबाल में मंडी जिला की टीम के कैप्टन रहे। उन्होंने हॉकी और फुटबाल में 5 स्टेट और 2 नेशनल खेले. उस दौरान वे टेबल टेनिस के भी बेहतरीन खिलाड़ी रहे। फ्रीडम फाइटर क़ी बेटी सियासत में चमकी बलोल क़े स्वतंत्रता सैनानी बुलंदा राम क़े घर जन्मी अंजना देवी ने अपने पति क़ी राजनीतिक विरासत को संभालने में अहम भूमिका अदा क़ी है। अंजना कुमारी का कहना है कि उनके पति ने दो बार प्रधान रहते हुए बहुत से विकास कार्य किए। पति क़े जॉब में आने क़े बाद जब वह राजनीति में आई तो पति क़े राजनीतिक रसूख का फायदा उन्हें मिला। अंजना कुमारी का कहना है कि उन्होंने भी पिछ्ले कार्यकाल में रिकॉर्ड काम किए, जिसका लाभ उन्हें इस चुनाव में मिला।
कांगड़ा ! सुलाह विधानसभा क्षेत्र की झरेट पंचायत ऐतिहासक कन्यादेवी मंदिर के कारण दूर-दूर तक मशहूर है। इस पंचायत क़े नाम बिरला रिकॉर्ड है। 20 साल इस पंचायत क़े प्रधान पद पर एक ही दम्पति ने राज किया है। दो बार भवानी प्रसाद इस पंचायत के प्रधान रहे हैं और वर्तमान में उनकी धर्मपत्नी अंजना कुमारी इस पंचायत क़ी प्रधान हैं। वे लगातार दूसरी बार पंचायत प्रधान चुनी गई हैं। इससे पहले उनके पति भवानी प्रसाद 1995- 2005 तक लगातार पंचायत क़े प्रधान रहे हैं। उनके नाम जिला कांगड़ा में सबसे कम उम्र का प्रधान निर्वाचित होने का रिकॉर्ड भी है।
भवानी प्रसाद हिमाचल प्रदेश वन विभाग में अनुबंध कर्मचारी के तौर पर कुल्लू में तैनात हैं। उन्होने राज्य स्तरीय विभागीय खेलों में लगातार दो साल तीन-तीन गोल्ड मैडल जीत कर कुल छह गोल्ड मैडल जीत कर सनसनी मचा दी है। उन्होंने टेबल टेनिस के सिंगल, डबल और वेटरन कैटगरी में गोल्ड की हैट्रिक बनाई है। 28 मई 1970 को जन्मे भवानी प्रसाद के पिता बस्सी पावर प्रोजेक्ट में फीटर थे। भवानी की पहली से लेकर स्नातक की शिक्षा जोगिंद्रनगर से हुई। अपने स्कूल और कॉलेज के दिनों में उभरते हुए खिलाड़ी रहे। वे 1985-89 तक चार साल अंडर 19 फुटबाल में मंडी जिला की टीम के कैप्टन रहे। उन्होंने हॉकी और फुटबाल में 5 स्टेट और 2 नेशनल खेले. उस दौरान वे टेबल टेनिस के भी बेहतरीन खिलाड़ी रहे।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
बलोल क़े स्वतंत्रता सैनानी बुलंदा राम क़े घर जन्मी अंजना देवी ने अपने पति क़ी राजनीतिक विरासत को संभालने में अहम भूमिका अदा क़ी है। अंजना कुमारी का कहना है कि उनके पति ने दो बार प्रधान रहते हुए बहुत से विकास कार्य किए। पति क़े जॉब में आने क़े बाद जब वह राजनीति में आई तो पति क़े राजनीतिक रसूख का फायदा उन्हें मिला। अंजना कुमारी का कहना है कि उन्होंने भी पिछ्ले कार्यकाल में रिकॉर्ड काम किए, जिसका लाभ उन्हें इस चुनाव में मिला।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -