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कांगड़ा , 19 नवंबर [ विशाल सूद ] ! जिला के ज्वालामुखी में सरसों तेल के सेवन से एक व्यक्ति की मौत हो गई है। यह मामला खुंडियां का है जहां बाजार से सरसों खरीद कर कोहलू में तेल निकलवाना एक परिवार को महंगा पड़ा है। जिस दुकान से सरसों खरीदी गई। कहा जा रहा है कि सरसों के बीच सत्यानाशी के बीज (आर्जीमोन सीड) भी मिलाए गए थे। कोहलू में उसी मिलावटी सरसों का तेल निकाला गया। जिसे उक्त व्यक्ती व उसके परिवार ने खाया। जिससे 59 वर्षीय विजय कुमार ड्रॉप्सी नामक बीमारी की चपेट में आया और उसकी मौत हो गई। फिलहाल ज्वालामुखी प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए सभी लोगों को सरसों तेल न खाने की सलाह दी है। कहा जा रहा है कि सरसों में सत्यानाशी के बीज मिलाए गए थे। उसी बजह से उक्त व्यक्ती को ड्रॉप्सी नामक बीमारी हुई और उसकी मौत हो गई। सत्यनाशी का बीज देखने में हूबहू सरसों की तरह ही होता है। अब देखना यह है कि इस सत्यानाशी बीज को किसी ने जानबूझ कर मिलाया या फिर कोई बड़ा षडयंत्र रचा गया है। बकायदा खुंडियां तहसीलदार ने नोटिस भी जारी किया गया है। जिसमें लिखा है कि सर्वसाधारण को सूचित किया जाता है कि उपमण्डल अधिकारी (ना० ) ज्वालामुखी के दूरभाष आदेश दिनांक 17-11-2022 के अनुसार तहसील खुंडियां के पटवार वृत्त धार के गांव लाहडू में आर्जेमोन सीड ऑयल पॉइजनिंग के तीन संदिग्ध मामले ध्यान में आए है। स्थानीय पूछताछ में यह पाया गया है कि उपरोक्त पॉइजनिंग से ग्रसित परिवार द्वारा स्थानीय बाजार खुंडियां मे खुली सरसों खरीदकर तेल निकलवाया गया था, जिसके घरेलू उपयोग उपरान्त उपरोक्त संक्रमण की सम्भावना जताई जा रही है। अतः इस विषय पर सर्वसाधारण को सूचित किया जाता है कि जिस किसी ने भी पिछले दिनों खुंडियां बाजार से खुली सरसों खरीदी हो, वे इसका या उससे निकलवाये गए तेल का तब तक उपयोग न करें जब तक गठित कमेटी द्वारा पूर्ण छानवीन करके इस प्रकरण में विस्तृत रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की जाती है। वहीं फेसबुक पर भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है। जिसमें विशेष कर खुंडियां, डोला, लगडू, सलिहार, टिहरी और साथ में जितनी भी पंचायत लगती हैं कृपया करके इलाके में यह संदेश पहुंचाएं की जिसने भी संजीव जनरल स्टोर खुंडियां से अगर सरसों ली है और अगर उसका तेल कोहलू से निकाला है तो उसे इस्तेमाल न करें। हर घर तक यह संदेश जरूर पहुंचाएं।तहसीलदार ज्वालामुखी खुंडिया सुभाष ठाकुर ने बताया कि खुंडियां में सरसों के आर्जीमोन सीड मिले तेल का सेवन करने से एक व्यक्ति की मृत्यु होने के बाद स्थानीय प्रशासन ने लोगों को सचेत करते हुए कहा है कि लोग सरसों की जांच के बाद ही तेल का उपयोग करें। उक्त व्यक्ति द्वारा सत्यानाशी (आर्जीमोन सीड) मिले तेल का सेवन करने से उसे ड्रॉप्सी नामक बीमारी हो गई, जिसके कुछ समय बाद उसकी मृत्यु हो गई। जांच में पाया गया कि उक्त व्यक्ति ने खुंडियां की ही एक करियाना दुकान से सरसों का बीज खरीद कर तेल का सेवन किया था, जिससे वह ड्रॉप्सी नामक बीमारी की चपेट में आ गया। चिकित्सकों ने जांच में पाया कि तेल में आर्जीमोन सीड मिला होने के उसे बीमारी हुई, जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया तथा इसकी गहन जांच की जा रही है और सरसों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं।
कांगड़ा , 19 नवंबर [ विशाल सूद ] ! जिला के ज्वालामुखी में सरसों तेल के सेवन से एक व्यक्ति की मौत हो गई है। यह मामला खुंडियां का है जहां बाजार से सरसों खरीद कर कोहलू में तेल निकलवाना एक परिवार को महंगा पड़ा है। जिस दुकान से सरसों खरीदी गई। कहा जा रहा है कि सरसों के बीच सत्यानाशी के बीज (आर्जीमोन सीड) भी मिलाए गए थे। कोहलू में उसी मिलावटी सरसों का तेल निकाला गया। जिसे उक्त व्यक्ती व उसके परिवार ने खाया। जिससे 59 वर्षीय विजय कुमार ड्रॉप्सी नामक बीमारी की चपेट में आया और उसकी मौत हो गई। फिलहाल ज्वालामुखी प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए सभी लोगों को सरसों तेल न खाने की सलाह दी है। कहा जा रहा है कि सरसों में सत्यानाशी के बीज मिलाए गए थे। उसी बजह से उक्त व्यक्ती को ड्रॉप्सी नामक बीमारी हुई और उसकी मौत हो गई। सत्यनाशी का बीज देखने में हूबहू सरसों की तरह ही होता है। अब देखना यह है कि इस सत्यानाशी बीज को किसी ने जानबूझ कर मिलाया या फिर कोई बड़ा षडयंत्र रचा गया है।
बकायदा खुंडियां तहसीलदार ने नोटिस भी जारी किया गया है। जिसमें लिखा है कि सर्वसाधारण को सूचित किया जाता है कि उपमण्डल अधिकारी (ना० ) ज्वालामुखी के दूरभाष आदेश दिनांक 17-11-2022 के अनुसार तहसील खुंडियां के पटवार वृत्त धार के गांव लाहडू में आर्जेमोन सीड ऑयल पॉइजनिंग के तीन संदिग्ध मामले ध्यान में आए है। स्थानीय पूछताछ में यह पाया गया है कि उपरोक्त पॉइजनिंग से ग्रसित परिवार द्वारा स्थानीय बाजार खुंडियां मे खुली सरसों खरीदकर तेल निकलवाया गया था, जिसके घरेलू उपयोग उपरान्त उपरोक्त संक्रमण की सम्भावना जताई जा रही है।
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अतः इस विषय पर सर्वसाधारण को सूचित किया जाता है कि जिस किसी ने भी पिछले दिनों खुंडियां बाजार से खुली सरसों खरीदी हो, वे इसका या उससे निकलवाये गए तेल का तब तक उपयोग न करें जब तक गठित कमेटी द्वारा पूर्ण छानवीन करके इस प्रकरण में विस्तृत रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की जाती है।
वहीं फेसबुक पर भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है। जिसमें विशेष कर खुंडियां, डोला, लगडू, सलिहार, टिहरी और साथ में जितनी भी पंचायत लगती हैं कृपया करके इलाके में यह संदेश पहुंचाएं की जिसने भी संजीव जनरल स्टोर खुंडियां से अगर सरसों ली है और अगर उसका तेल कोहलू से निकाला है तो उसे इस्तेमाल न करें। हर घर तक यह संदेश जरूर पहुंचाएं।तहसीलदार ज्वालामुखी खुंडिया सुभाष ठाकुर ने बताया कि खुंडियां में सरसों के आर्जीमोन सीड मिले तेल का सेवन करने से एक व्यक्ति की मृत्यु होने के बाद स्थानीय प्रशासन ने लोगों को सचेत करते हुए कहा है कि लोग सरसों की जांच के बाद ही तेल का उपयोग करें। उक्त व्यक्ति द्वारा सत्यानाशी (आर्जीमोन सीड) मिले तेल का सेवन करने से उसे ड्रॉप्सी नामक बीमारी हो गई, जिसके कुछ समय बाद उसकी मृत्यु हो गई। जांच में पाया गया कि उक्त व्यक्ति ने खुंडियां की ही एक करियाना दुकान से सरसों का बीज खरीद कर तेल का सेवन किया था, जिससे वह ड्रॉप्सी नामक बीमारी की चपेट में आ गया। चिकित्सकों ने जांच में पाया कि तेल में आर्जीमोन सीड मिला होने के उसे बीमारी हुई, जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया तथा इसकी गहन जांच की जा रही है और सरसों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं।
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