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ऊना ! पद्मश्री हॉकी ओलंपिक विजेता कप्तान चरणजीत सिंह का निधन , 97 वर्ष की आयु में पैतृक निवास ऊना में ली अंतिम साँस , 1964 के टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक विजेता भारतीय टीम के थे कप्तान । पदम श्री हॉकी ओलंपिक विजेता कप्तान चरणजीत सिंह का 97 वर्ष की आयु में निधन हो गया । 1964 में भारतीय टीम को टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक दिलाने वाले हॉकी के दिग्गज खिलाड़ी रहे चरणजीत सिंह पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे । उनके परिवार के मुताबिक लगभग चार-पांच साल पहले उन्हें हार्ट अटैक आया था , जिसके बाद उनका एक हिस्सा पैरालाइसिस हो गया था । जिसके बाद से वह अस्वस्थ ही चल रहे थे और घर पर ही व्हीलचेयर पर थे । 3 फरवरी 1925 को हिमाचल प्रदेश के ऊना में इस दिग्गज हॉकी चैंपियन का जन्म हुआ था और उन्होंने अपनी अंतिम सांस भी अपने पैतृक स्थान पर ही ली । गौरतलब है कि चरणजीत सिंह ने देश को 1964 में अपनी कप्तानी में टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक दिलाने के अतिरिक्त 1960 के रोम ओलंपिक में रजत पदक विजेता टीम के अहम सदस्य के तौर पर अहम भूमिका निभाई थी । जबकि दो बार एशियन खेलों में भारतीय हॉकी टीम का भी उन्होंने सफल प्रतिनिधित्व किया था । आपको बता दें कि चरणजीत सिंह को उनके हॉकी में योगदान के लिए 1963 में पद्मश्री और अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया था । चरणजीत सिंह के पुत्र वी पी सिंह उन्हें अपने परिवार का हीरो बताते हैं और उन्हीं की प्रेरणा और मार्गदर्शन में अपने और अपने बड़े भाई द्वारा राष्ट्रीय स्तर तक हॉकी खेलने की बात कही । जबकि ऊना के अन्य राष्ट्रीय खिलाड़ी दीपक ठाकुर द्वारा भी चरणजीत सिंह को प्रेरक खिलाड़ी माने की बात कही । चरणजीत सिंह के निधन से हॉकी जगत को निश्चित रूप से क्षति हुई है लेकिन आशा है कि उनकी सफलता से प्रेरणा लेकर आने वाली पीढ़ी से कई नाम हॉकी के खेल में अपनी प्रतिभा का सफल प्रदर्शन करेंगे ।
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