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ऊना में विजिलेंस ने एसबीआई की गगरेट शाखा के प्रबंधक व उसके एक एजेंट को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है, विजिलेंस ने शिकायत के आधार पर यह कार्रवाई की है। जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता ने विजिलेंस में शिकायत दी थी कि उसने एक छोटे लकड़ी के उद्योग के लिए एसबीआई गगरेट शाखा से लोन लिया था! लेकिन किस्तें निरंतर नहीं देने से बैंक ने उसके लोन को एनपीए घोषित करके 2019 में उद्योग को सील कर दिया था और इस पर ताले लगवा दिए थे, बीते महीने 26 फरवरी को शिकायतकर्ता ने सारा पैसा चुकाने के बाद लोन खाते बंद कर दिए थे, लेकिन अब बैंक द्वारा ताले नहीं खोले जा रहे थे!आरोपी बैंक प्रबंधक कई बहाने बनाकर कई दिनों से मामले को टाल रहा था! फिर एक दिन प्रबंधक ने ताले खुलवाने के एवज में शिकायतकर्ता से 20 हजार रुपये की मांग की और एजेंसी के एक प्रतिनिधि के माध्यम से पैसे अदा करने को कहा। इसके बाद शिकायतकर्ता ने इस संबंध में विजिलेंस में शिकायत दी! शिकायत के आधार पर विजिलेंस ने आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया! विजिलेंस ने 20 हज़ार रुपये की रिश्वत लेते एजेंसी के प्रतिनिधि व बैंक प्रबंधक को रंगे हाथ दबोचा! कार्रवाई के दौरान दोनों मौके पर मौजूद थे और उद्योग के ताले खुलवा रहे थे!दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा-7 व 7ए के तहत मुकदमा दर्ज करके जांच की जा रही है। विजिलेंस के एएसपी सागर चंद्र ने मामले की पुष्टि की है!
ऊना में विजिलेंस ने एसबीआई की गगरेट शाखा के प्रबंधक व उसके एक एजेंट को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है, विजिलेंस ने शिकायत के आधार पर यह कार्रवाई की है। जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता ने विजिलेंस में शिकायत दी थी कि उसने एक छोटे लकड़ी के उद्योग के लिए एसबीआई गगरेट शाखा से लोन लिया था! लेकिन किस्तें निरंतर नहीं देने से बैंक ने उसके लोन को एनपीए घोषित करके 2019 में उद्योग को सील कर दिया था और इस पर ताले लगवा दिए थे, बीते महीने 26 फरवरी को शिकायतकर्ता ने सारा पैसा चुकाने के बाद लोन खाते बंद कर दिए थे, लेकिन अब बैंक द्वारा ताले नहीं खोले जा रहे थे!आरोपी बैंक प्रबंधक कई बहाने बनाकर कई दिनों से मामले को टाल रहा था! फिर एक दिन प्रबंधक ने ताले खुलवाने के एवज में शिकायतकर्ता से 20 हजार रुपये की मांग की और एजेंसी के एक प्रतिनिधि के माध्यम से पैसे अदा करने को कहा।
इसके बाद शिकायतकर्ता ने इस संबंध में विजिलेंस में शिकायत दी! शिकायत के आधार पर विजिलेंस ने आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया! विजिलेंस ने 20 हज़ार रुपये की रिश्वत लेते एजेंसी के प्रतिनिधि व बैंक प्रबंधक को रंगे हाथ दबोचा! कार्रवाई के दौरान दोनों मौके पर मौजूद थे और उद्योग के ताले खुलवा रहे थे!दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा-7 व 7ए के तहत मुकदमा दर्ज करके जांच की जा रही है। विजिलेंस के एएसपी सागर चंद्र ने मामले की पुष्टि की है!
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