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शिमला , 21 अगस्त [ विशाल सूद ] ! राजधानी शिमला में बारिश का कर देखने को मिल रहा है। बारिश के कारण शिमला में जगह-जगह भूस्खलन हो रहे है। चौड़ा मैदान बालूगंज मार्ग पर क्रॉसिंग के समीप मंगलवार रात को भारी भूस्खलन के कारण पूरा मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया है।जिससे स्थानीय लोगों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। गत सोमवार 19 अगस्त को बारिश के कारण क्रोसिंग के समीप भूस्खलन से शिमला बालूगंज मार्ग बंद हो गया था तथा चौड़ा मैदान बालूगंज मार्ग पर दरारें पड़ गई थी । वही मंगलवार को फिर हुए भूस्खलन से मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। प्रशासन ने बैरिकेडिंग करते हुए शिमला बालूगंज मार्ग को क्रोसिंग के समीप पूरी तरह बंद कर दिया था। मंगलवार रात फिर इसी जगह पर पहाड़ी दरकने से सारा मलबा व पेड़ सड़क पर आ गया। इससे सड़क किनारे बना लोकनिर्माण विभाग का रेन शैल्टर पूरी तरह ध्वस्त हो गया। अब समरहिल व बालूगंज के लिए बाया चक्कर होकर वाहन जा रहे है।स्थानीय लोगों ने इसे प्रशासन की लापरवाही व पानी का रिसाव कारण बताया है। वहीं बालूगंज के स्थानीय लोगों व दुकानदारों ने कहा कि बालूगंज चौड़ा मैदान मार्ग क्षतिग्रस्त होने के कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।स्कूली बच्चों व कर्मचारियों को अब बाया चक्कर होकर जाना पड़ रहा है साथ ही मार्ग टूट जाने के कारण अब दुकानदारी भी प्रभावित हो रही है पहले यहां आते जाते लोग रुक जीते थे लेकिन अब काफी परेशानी हो रही है। स्थानीय लोगों व दुकानदारों ने कहा कि यह भूस्खलन प्रशासन की लापरवाही का नतीजा है।उन्होंने कहा कि एक वर्ष पहले भी यह जगह धंसी थी।जिसके लिए यहां पर एक डंगा लगाया गया था लेकिन इस डंगे के कारण जो कलवट थी उसे बंद कर दिया गया।कलवट बंद हो जाने के कारण पानी का सारा रिसाव पहाड़ी पर होता रहा ।जिसका नतीजा अब भूस्खलन के रूप में सामने आया है। स्थानीय लोगों ने कहा कि जब भी कोई कार्य होता है अधिकारियों को उस कार्य को जमीनी स्तर पर देखना चाहिए न कि केवल कागज पर योजनाएं बननी चाहिए।उन्होंने कहा कि यह प्रशासन की लापरवाही है अगर एक वर्ष पहले ठीक ढंग से कार्य होता तो यह नोबत नही आती ।स्थानीय लोगों ने कहा कि प्रशासन को चाहिए कि एम्बुलेंस व पैदल चलने के लिए एडवांस स्टडी का मार्ग खुलवा दिया जाए।जिसे बंद कर दिया गया है।अगर यह मार्ग खुल जाता है तो लोगों को आने जाने में कुछ सुविधा होगी।
शिमला , 21 अगस्त [ विशाल सूद ] ! राजधानी शिमला में बारिश का कर देखने को मिल रहा है। बारिश के कारण शिमला में जगह-जगह भूस्खलन हो रहे है। चौड़ा मैदान बालूगंज मार्ग पर क्रॉसिंग के समीप मंगलवार रात को भारी भूस्खलन के कारण पूरा मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया है।जिससे स्थानीय लोगों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
गत सोमवार 19 अगस्त को बारिश के कारण क्रोसिंग के समीप भूस्खलन से शिमला बालूगंज मार्ग बंद हो गया था तथा चौड़ा मैदान बालूगंज मार्ग पर दरारें पड़ गई थी । वही मंगलवार को फिर हुए भूस्खलन से मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है।
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प्रशासन ने बैरिकेडिंग करते हुए शिमला बालूगंज मार्ग को क्रोसिंग के समीप पूरी तरह बंद कर दिया था। मंगलवार रात फिर इसी जगह पर पहाड़ी दरकने से सारा मलबा व पेड़ सड़क पर आ गया। इससे सड़क किनारे बना लोकनिर्माण विभाग का रेन शैल्टर पूरी तरह ध्वस्त हो गया। अब समरहिल व बालूगंज के लिए बाया चक्कर होकर वाहन जा रहे है।स्थानीय लोगों ने इसे प्रशासन की लापरवाही व पानी का रिसाव कारण बताया है।
वहीं बालूगंज के स्थानीय लोगों व दुकानदारों ने कहा कि बालूगंज चौड़ा मैदान मार्ग क्षतिग्रस्त होने के कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।स्कूली बच्चों व कर्मचारियों को अब बाया चक्कर होकर जाना पड़ रहा है साथ ही मार्ग टूट जाने के कारण अब दुकानदारी भी प्रभावित हो रही है पहले यहां आते जाते लोग रुक जीते थे लेकिन अब काफी परेशानी हो रही है।
स्थानीय लोगों व दुकानदारों ने कहा कि यह भूस्खलन प्रशासन की लापरवाही का नतीजा है।उन्होंने कहा कि एक वर्ष पहले भी यह जगह धंसी थी।जिसके लिए यहां पर एक डंगा लगाया गया था लेकिन इस डंगे के कारण जो कलवट थी उसे बंद कर दिया गया।कलवट बंद हो जाने के कारण पानी का सारा रिसाव पहाड़ी पर होता रहा ।जिसका नतीजा अब भूस्खलन के रूप में सामने आया है।
स्थानीय लोगों ने कहा कि जब भी कोई कार्य होता है अधिकारियों को उस कार्य को जमीनी स्तर पर देखना चाहिए न कि केवल कागज पर योजनाएं बननी चाहिए।उन्होंने कहा कि यह प्रशासन की लापरवाही है अगर एक वर्ष पहले ठीक ढंग से कार्य होता तो यह नोबत नही आती ।स्थानीय लोगों ने कहा कि प्रशासन को चाहिए कि एम्बुलेंस व पैदल चलने के लिए एडवांस स्टडी का मार्ग खुलवा दिया जाए।जिसे बंद कर दिया गया है।अगर यह मार्ग खुल जाता है तो लोगों को आने जाने में कुछ सुविधा होगी।
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