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बिलासपुर , 13 जून [ राकेश शर्मा ] !जिला बिलासपुर में आपदा प्रबंधन के तैयारी व क्षमताओं का गहन आंकलन करने के लिए शुक्रवार को मेगा मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। यह जानकारी अतिरिक्त उपायुक्त बिलासपुर डॉ निधि पटेल ने मेगा मॉक ड्रिल से पूर्व टेबल टॉप अभ्यास के लिए बुलाए गए आपदा प्रबंधन से संबंधित अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। बैठक में बारिश, बाढ़ भूस्खलन संबंधी मेगा मॉक ड्रिल को लेकर आपदा प्रबंधन से जुड़े हर पहलू पर विस्तार से चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि बिलासपुर जिला के सभी उपमंडल स्तर में निर्धारित स्थलों और संस्थानों में बारिश बाढ़ भूस्खलन से प्रतीकात्मक नुकसान मानकर मॉक अभ्यास किया जाएगा। जिला में आपदा प्रबंधन की तैयारियों व क्षमताओं का गहन आकलन एवं विश्लेषण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस मॉक ड्रिल से जिला आपदा प्रबंधन को और पुख्ता बनाने में मदद मिलेगी। अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि मेगा मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य आपदा में प्रतिक्रिया योजना की प्रभावकारिता को परखना है, ताकि कमियों का पता लगा कर उन्हें समय से सुधारा जा सके। साथ ही इसका एक उद्देश्य सभी हितधारक विभागों व अधिकारियों को आपदा प्रबंधन को लेकर अद्यतन मानक संचालन प्रक्रियाओं और दिशा निर्देशों से परिचित कराना है। उन्होंने कहा कि बेहतर आपदा प्रबंधन के लिए विभागों की आपसी समन्वय बहुत जरूरी है। उन्होंने बताया कि 14 जून 2024 शुक्रवार को मुख्यालय से बाढ़ भूस्खलन की काल्पनिक सूचना मिलने पर मॉक अभ्यास शुरू किया जाएगा। झंडुत्ता के सुन्हानी,घुमारवी के पन्याला, नैना देवी मंदिर परिसर में और सदर बिलासपुर बध्यात सहित कोल डेम और क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में मॉक अभ्यास किया जाएगा।
बिलासपुर , 13 जून [ राकेश शर्मा ] !
जिला बिलासपुर में आपदा प्रबंधन के तैयारी व क्षमताओं का गहन आंकलन करने के लिए शुक्रवार को मेगा मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। यह जानकारी अतिरिक्त उपायुक्त बिलासपुर डॉ निधि पटेल ने मेगा मॉक ड्रिल से पूर्व टेबल टॉप अभ्यास के लिए बुलाए गए आपदा प्रबंधन से संबंधित अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।
बैठक में बारिश, बाढ़ भूस्खलन संबंधी मेगा मॉक ड्रिल को लेकर आपदा प्रबंधन से जुड़े हर पहलू पर विस्तार से चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि बिलासपुर जिला के सभी उपमंडल स्तर में निर्धारित स्थलों और संस्थानों में बारिश बाढ़ भूस्खलन से प्रतीकात्मक नुकसान मानकर मॉक अभ्यास किया जाएगा। जिला में आपदा प्रबंधन की तैयारियों व क्षमताओं का गहन आकलन एवं विश्लेषण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस मॉक ड्रिल से जिला आपदा प्रबंधन को और पुख्ता बनाने में मदद मिलेगी।
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अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि मेगा मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य आपदा में प्रतिक्रिया योजना की प्रभावकारिता को परखना है, ताकि कमियों का पता लगा कर उन्हें समय से सुधारा जा सके। साथ ही इसका एक उद्देश्य सभी हितधारक विभागों व अधिकारियों को आपदा प्रबंधन को लेकर अद्यतन मानक संचालन प्रक्रियाओं और दिशा निर्देशों से परिचित कराना है। उन्होंने कहा कि बेहतर आपदा प्रबंधन के लिए विभागों की आपसी समन्वय बहुत जरूरी है।
उन्होंने बताया कि 14 जून 2024 शुक्रवार को मुख्यालय से बाढ़ भूस्खलन की काल्पनिक सूचना मिलने पर मॉक अभ्यास शुरू किया जाएगा। झंडुत्ता के सुन्हानी,घुमारवी के पन्याला, नैना देवी मंदिर परिसर में और सदर बिलासपुर बध्यात सहित कोल डेम और क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में मॉक अभ्यास किया जाएगा।
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