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शिमला , 05 सितंबर [ विशाल सूद ] ! हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली से अवैध मस्जिद के खिलाफ सुलगी चिंगारी अब पूरे शहर में फैल गयी है।शहर के अलग अलग हिस्सों में अवैध मस्जिद के खिलाफ विरोध शुरू हो गया है। शिमला के संजौली के बाद कुसुम्पटी में मस्जिद पर विवाद शुरू हो गया है। लोगो ने कुसुम्पटी में भी समुदाय विशेष के लोगो पर अवैध मस्जिद चलाने के आरोप लगा दिए है। लोगो का आरोप है कि घर के लिए ली गयी जमीन में मस्जिद चलाई जा रही है। अंदर ही अंदर इसमे कंस्ट्रक्शन का कार्य किया जा रहा है।वीरवार को संजौली के साथ कुसुम्पटी में भी लोगो ने मस्जिद के बाहर प्रदर्शन करते हुए अवेध मस्जिद को हटाने की मांग की है। कुसुम्पटी वार्ड नं 27 नगर निगम की पार्षद रचना शर्मा ने कहा कि संजौली में चल रहे विवाद के बाद कुसुम्पटी के लोगो ने भी निर्णय लिया कि उन्हें भी अपने यहां चल रही अवैध मस्जिद के खिलाफ आवाज उठानी चाइए। उन्होंने कहा कि हर शुक्रवार को यहां इस छोटे से ढांचे में 100 से ज्यादा लोग नमाज पड़ने आते है । जबकि यहां मस्जिद है ही नही , अवैध रूप से यहाँ मस्जिद चलाई जा रही है। पार्षद ने कहा कि एसडीएम कुसुम्पटी और पुलिस के लोगो ने मस्जिद से जुड़े कागजात की छानबीन के लिए दो दिन का वक्त मांगा है। उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले लोगो की वजह से बाज़ार में असुरक्षा का माहौल पैदा होता है। नमाज के समय यहां से चलना मुश्किल हो जाता है।इसलिये इसको यहां तुंरन्त बन्द किया जाए। वहीं नगर निगम के पूर्व डिप्टी मेयर राकेश शर्मा ने कहा कि छोटा शिमला वार्ड के अंतिम छोर पर अवैध रूप से मस्जिद चल रही है। और बीते 4 सालों से यहाँ गतिविधियां बाद गयी है। उन्होंने कहा कि यह जमीन बफ्फ बोर्ड ने सदीक मोहमद की घरवाली मुमताज बेगम कके नाम पर लीज पर दे दिया था। पंरन्तु उनके बच्चों ने इससे बाहर से आने वाले लोगो को दे दिया । जिसके बाद से यहाँ बाहर के लोगो की संख्या बढ़नी शुरू हो गयी है। उन्होंने कहा कि यह प्रॉपर्टी बाहर से ऐसी लग रही है ।लेकिन इसमें अंदर ही अंदर ही कंस्ट्रक्शन का कार्य चला हुआ है। उन्होंने कहा कि यहां से एक किलोमीटर आगे मस्जिद है यहाँ मस्जिद की क्या जरूरत है नमाज के समय यहां से चलना मुश्किल हो जाता है । बाज़ार में न्यू सेंस क्रिएट हो रही है। उन्होंने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि इस अवैध मस्जिद को तुंरत यहां से हटाया जा जाए। ताकि मां ,बहन बेटियां यहां महफूज होकर चल सके और सामाजिक सौहार्द बना बना रहे। संजौली में आज 3 घण्टे हुआ हंगामा ,2 दिन का अल्टीमेटम बता दें कि शिमला के संजौली की अवैध मस्जिद का मामला छाया हुआ है देश भर में मुद्दे की चर्चा हो रही है। रविवार से शुरु हुआ विवाद रुकने का नाम नही ले रहा है। वीरवार को शिमला में एक बार फिर हिंदूवादी संगठनों ने संजोली में विशाल रैली निकाली और 2 दिनों के भीतर अवेध मस्जिद निर्माण को गिराने की मांग की। प्रदर्शकारियों ने सरकार व नगर निगम को चेतावनी देते हुए कहा कि बीते 14 सालों से चल रहे इस मुकदमें को नगर निगम कोर्ट यदि आने वाली सुनवाई में कोई फैसला नही करता अवैध मस्जिद के खिलाफ और उग्र आन्दोलन किया जाएगा। और विवादित ढांचे को गिरा दिया जाएगा।
शिमला , 05 सितंबर [ विशाल सूद ] ! हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली से अवैध मस्जिद के खिलाफ सुलगी चिंगारी अब पूरे शहर में फैल गयी है।शहर के अलग अलग हिस्सों में अवैध मस्जिद के खिलाफ विरोध शुरू हो गया है। शिमला के संजौली के बाद कुसुम्पटी में मस्जिद पर विवाद शुरू हो गया है।
लोगो ने कुसुम्पटी में भी समुदाय विशेष के लोगो पर अवैध मस्जिद चलाने के आरोप लगा दिए है। लोगो का आरोप है कि घर के लिए ली गयी जमीन में मस्जिद चलाई जा रही है। अंदर ही अंदर इसमे कंस्ट्रक्शन का कार्य किया जा रहा है।वीरवार को संजौली के साथ कुसुम्पटी में भी लोगो ने मस्जिद के बाहर प्रदर्शन करते हुए अवेध मस्जिद को हटाने की मांग की है।
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कुसुम्पटी वार्ड नं 27 नगर निगम की पार्षद रचना शर्मा ने कहा कि संजौली में चल रहे विवाद के बाद कुसुम्पटी के लोगो ने भी निर्णय लिया कि उन्हें भी अपने यहां चल रही अवैध मस्जिद के खिलाफ आवाज उठानी चाइए। उन्होंने कहा कि हर शुक्रवार को यहां इस छोटे से ढांचे में 100 से ज्यादा लोग नमाज पड़ने आते है । जबकि यहां मस्जिद है ही नही , अवैध रूप से यहाँ मस्जिद चलाई जा रही है।
पार्षद ने कहा कि एसडीएम कुसुम्पटी और पुलिस के लोगो ने मस्जिद से जुड़े कागजात की छानबीन के लिए दो दिन का वक्त मांगा है। उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले लोगो की वजह से बाज़ार में असुरक्षा का माहौल पैदा होता है। नमाज के समय यहां से चलना मुश्किल हो जाता है।इसलिये इसको यहां तुंरन्त बन्द किया जाए।
वहीं नगर निगम के पूर्व डिप्टी मेयर राकेश शर्मा ने कहा कि छोटा शिमला वार्ड के अंतिम छोर पर अवैध रूप से मस्जिद चल रही है। और बीते 4 सालों से यहाँ गतिविधियां बाद गयी है। उन्होंने कहा कि यह जमीन बफ्फ बोर्ड ने सदीक मोहमद की घरवाली मुमताज बेगम कके नाम पर लीज पर दे दिया था। पंरन्तु उनके बच्चों ने इससे बाहर से आने वाले लोगो को दे दिया ।
जिसके बाद से यहाँ बाहर के लोगो की संख्या बढ़नी शुरू हो गयी है। उन्होंने कहा कि यह प्रॉपर्टी बाहर से ऐसी लग रही है ।लेकिन इसमें अंदर ही अंदर ही कंस्ट्रक्शन का कार्य चला हुआ है। उन्होंने कहा कि यहां से एक किलोमीटर आगे मस्जिद है यहाँ मस्जिद की क्या जरूरत है नमाज के समय यहां से चलना मुश्किल हो जाता है ।
बाज़ार में न्यू सेंस क्रिएट हो रही है। उन्होंने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि इस अवैध मस्जिद को तुंरत यहां से हटाया जा जाए। ताकि मां ,बहन बेटियां यहां महफूज होकर चल सके और सामाजिक सौहार्द बना बना रहे।
संजौली में आज 3 घण्टे हुआ हंगामा ,2 दिन का अल्टीमेटम बता दें कि शिमला के संजौली की अवैध मस्जिद का मामला छाया हुआ है देश भर में मुद्दे की चर्चा हो रही है। रविवार से शुरु हुआ विवाद रुकने का नाम नही ले रहा है। वीरवार को शिमला में एक बार फिर हिंदूवादी संगठनों ने संजोली में विशाल रैली निकाली और 2 दिनों के भीतर अवेध मस्जिद निर्माण को गिराने की मांग की।
प्रदर्शकारियों ने सरकार व नगर निगम को चेतावनी देते हुए कहा कि बीते 14 सालों से चल रहे इस मुकदमें को नगर निगम कोर्ट यदि आने वाली सुनवाई में कोई फैसला नही करता अवैध मस्जिद के खिलाफ और उग्र आन्दोलन किया जाएगा। और विवादित ढांचे को गिरा दिया जाएगा।
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