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चम्बा / भरमौर,14 अप्रैल [ शिवानी ] ! जनजातीय क्षेत्र भरमौर के अंतर्गत कुगती में स्थित कार्तिक स्वामी मंदिर के कपाट 134 दिनों के बाद रविवार को खोल दिए गए। बता दें कि 30 नवम्बर, 2024 को यह कपाट बंद हुए थे। मंदिर के कपाट खोलने से पहले हवन कीर्तन तथा कपाट पूजन किया गया। तमाम धार्मिक परम्पराओं का निर्वहन करते हुए विधिवत रूप से इम परंपरा का निर्वहन किया गया। अब 30 नवम्बर तक कपाट विधिवत खुले रहेंगे। इस दौरान हजारों संख्या में श्रद्धालु जगराते वाली हवन-पूजा कर सकेंगे। भरमौर के स्वयंसेवी तिलक शर्मा द्वारा भंडारे का आयोजन किया गया। कपाट खुलने के समय इस बार रिकॉर्ड श्रद्धालुओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। भरमौर के सभी देवस्थलों के कपाट हर वर्ष वैशाखी के दिन ही खुलते हैं, इसमें कार्तिकेय मंदिर कुगती,य भरमाणी माता, इन्दू नाग क्वारसी, दिगनपाल मंदिर बड़ग्राम, बुहारी मंदिर खानबग्गा , चूरेहन माता मंदिर उल्लांशा तथा माता मुराली मंदिर कुगती शामिल हैं।
चम्बा / भरमौर,14 अप्रैल [ शिवानी ] ! जनजातीय क्षेत्र भरमौर के अंतर्गत कुगती में स्थित कार्तिक स्वामी मंदिर के कपाट 134 दिनों के बाद रविवार को खोल दिए गए। बता दें कि 30 नवम्बर, 2024 को यह कपाट बंद हुए थे। मंदिर के कपाट खोलने से पहले हवन कीर्तन तथा कपाट पूजन किया गया। तमाम धार्मिक परम्पराओं का निर्वहन करते हुए विधिवत रूप से इम परंपरा का निर्वहन किया गया। अब 30 नवम्बर तक कपाट विधिवत खुले रहेंगे। इस दौरान हजारों संख्या में श्रद्धालु जगराते वाली हवन-पूजा कर सकेंगे।
भरमौर के स्वयंसेवी तिलक शर्मा द्वारा भंडारे का आयोजन किया गया। कपाट खुलने के समय इस बार रिकॉर्ड श्रद्धालुओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई।
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भरमौर के सभी देवस्थलों के कपाट हर वर्ष वैशाखी के दिन ही खुलते हैं, इसमें कार्तिकेय मंदिर कुगती,य भरमाणी माता, इन्दू नाग क्वारसी, दिगनपाल मंदिर बड़ग्राम, बुहारी मंदिर खानबग्गा , चूरेहन माता मंदिर उल्लांशा तथा माता मुराली मंदिर कुगती शामिल हैं।
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