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शिमला , 18 अक्टूबर [ विशाल सूद ] ! भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान ने अपने 59वें स्थापना दिवस सप्ताह के अंतर्गत 17 अक्टूबर को एक रंगारंग सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया। यह कार्यक्रम संस्थान के पूल थियेटर में आयोजित किया गया, जिसमें संस्थान के अधिकारियों, कर्मचारियों और अन्य सहयोगियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से हुई, जिसे श्रीमती वंदना ने प्रस्तुत किया। इसके बाद विभिन्न रंगारंग प्रस्तुतियाँ दी गईं, जिनमें लावणी नृत्य, छोटे बच्चों द्वारा फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता, फोक सॉन्ग, भांगड़ा, गिद्दा, और हिमाचली नाटी जैसे मनोरंजक प्रदर्शन शामिल थे। खास आकर्षण में श्रीमती रजनी द्वारा प्रस्तुत लावणी नृत्य, श्री संयम सिंह का भांगड़ा नृत्य, और संस्थान के कर्मचारियों द्वारा हिमाचली नाटी की प्रस्तुति रही। इसके अलावा, श्री देवेन्द्र सिंह, श्री केसर सिंह, श्री दीपक शर्मा और श्री राजेश कुमार द्वारा प्रस्तुत गीत, भजन और कविताएँ भी कार्यक्रम का महत्वपूर्ण हिस्सा रहीं। अश्वत्थामा पात्र पर एक छोटी नाटिका का मंचन भी किया गया, जिसे श्री अश्वनी शर्मा ने प्रस्तुत किया, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। जनसंपर्क अधिकारी अखिलेश पाठक ने इस पूरे कार्यक्रम का संचालन किया और सभी प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया। इसके साथ ही, 18 अक्टूबर को संस्थान ने आईजीएमसी ब्लड बैंक, शिमला के सहयोग से एक विशेष रक्तदान शिविर का आयोजन किया। इस शिविर में संस्थान के अधिकारियों, कर्मचारियों, अध्येताओं, उनके परिजनों और अन्य योगदानकर्ताओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया। डॉक्टर सिद्धार्थ के नेतृत्व में आईजीएमसी ब्लड बैंक की टीम द्वारा आयोजित इस शिविर में 62 यूनिट रक्त का संग्रह किया गया। यह शिविर समाज में रक्तदान के महत्व और जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था। इस सप्ताहभर चलने वाले स्थापना दिवस समारोह का समापन 20 अक्टूबर 2024 को पूल थिएटर में एक औपचारिक कार्यक्रम के साथ किया जाएगा, जिसमें कई अन्य सांस्कृतिक गतिविधियाँ भी होंगी।
शिमला , 18 अक्टूबर [ विशाल सूद ] ! भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान ने अपने 59वें स्थापना दिवस सप्ताह के अंतर्गत 17 अक्टूबर को एक रंगारंग सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया। यह कार्यक्रम संस्थान के पूल थियेटर में आयोजित किया गया, जिसमें संस्थान के अधिकारियों, कर्मचारियों और अन्य सहयोगियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से हुई, जिसे श्रीमती वंदना ने प्रस्तुत किया। इसके बाद विभिन्न रंगारंग प्रस्तुतियाँ दी गईं, जिनमें लावणी नृत्य, छोटे बच्चों द्वारा फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता, फोक सॉन्ग, भांगड़ा, गिद्दा, और हिमाचली नाटी जैसे मनोरंजक प्रदर्शन शामिल थे।
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खास आकर्षण में श्रीमती रजनी द्वारा प्रस्तुत लावणी नृत्य, श्री संयम सिंह का भांगड़ा नृत्य, और संस्थान के कर्मचारियों द्वारा हिमाचली नाटी की प्रस्तुति रही। इसके अलावा, श्री देवेन्द्र सिंह, श्री केसर सिंह, श्री दीपक शर्मा और श्री राजेश कुमार द्वारा प्रस्तुत गीत, भजन और कविताएँ भी कार्यक्रम का महत्वपूर्ण हिस्सा रहीं।
अश्वत्थामा पात्र पर एक छोटी नाटिका का मंचन भी किया गया, जिसे श्री अश्वनी शर्मा ने प्रस्तुत किया, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। जनसंपर्क अधिकारी अखिलेश पाठक ने इस पूरे कार्यक्रम का संचालन किया और सभी प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया।
इसके साथ ही, 18 अक्टूबर को संस्थान ने आईजीएमसी ब्लड बैंक, शिमला के सहयोग से एक विशेष रक्तदान शिविर का आयोजन किया। इस शिविर में संस्थान के अधिकारियों, कर्मचारियों, अध्येताओं, उनके परिजनों और अन्य योगदानकर्ताओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
डॉक्टर सिद्धार्थ के नेतृत्व में आईजीएमसी ब्लड बैंक की टीम द्वारा आयोजित इस शिविर में 62 यूनिट रक्त का संग्रह किया गया। यह शिविर समाज में रक्तदान के महत्व और जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।
इस सप्ताहभर चलने वाले स्थापना दिवस समारोह का समापन 20 अक्टूबर 2024 को पूल थिएटर में एक औपचारिक कार्यक्रम के साथ किया जाएगा, जिसमें कई अन्य सांस्कृतिक गतिविधियाँ भी होंगी।
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