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शिमला ! नगर एवं ग्राम नियोजन मंत्री राजेश धर्माणी ने आज यहां इंस्टिटयूट ऑफ टाउन प्लानर्स इंडिया (आईटीपीआई) द्वारा ‘प्लानिंग स्टैटर्जीज फॉर प्लान्ड डवेल्पमेंट ऑफ हिली एरियाज़’ विषय पर आयोजित नॉर्थ जोन कॉन्फ्रेंस की अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार हिमाचल में सतत् विकास लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि हिमाचल की पहचान हरित आवरण है। प्रदेश सरकार ग्रीन हिमाचल विजन के साथ सतत् विकास को बढ़ावा प्रदान कर रही है। समय के साथ-साथ प्रदेश में शहरों और कस्बों का स्वरूप बदला है। हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्य भौगोलिक दृष्टि से देश के अन्य राज्यों से अलग है। हिमाचल प्राकृतिक आपदा की दृष्टि से एक संवेदनशील राज्य है। इसके दृष्टिगत राज्य में सुनियोजित शहरीकरण को बढ़ावा प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि टैक्नोक्रैट और प्लानर वास्तव में राष्ट्र के निर्माता हैं। नगर एवं ग्राम नियोजन मंत्री ने कहा कि प्रदेश में सतत् पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इको टूरिज्म को प्रोत्साहन प्रदान किया जा रहा है ताकि लोगों को स्थानीय स्तर पर रोजगार और स्वरोजगार के अवसर मिले। सरकार द्वारा इको टूरिज्म सोसायटी गठित की गई है जो इको टूरिज्म साइट्स का संचालन करेगी। सरकार ने इन गतिविधियों के माध्यम से आगामी पांच वर्षों में लगभग 200 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व अर्जन का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने कहा कि हरित ऊर्जा राज्य के लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रदेश में इलैक्ट्रिक वाहनों के संचालन के साथ-साथ हवाई सेवाओं और रोप-वे की संभावनाओं को विस्तार प्रदान किया जा रहा है। प्रदेश सरकार कांगड़ा के गगल हवाई अड्डे को विस्तार प्रदान कर रही है। शिमला शहर में यातायात की समस्या से निजात दिलाने और कार्बन फुट पिं्रट कम करने के लिए 1,546 करोड़ रुपये की 14.79 किलोमीटर लम्बी रोप-वे की शहरी परिवहन परियोजना को साकार रूप प्रदान किया जाएगा। राजेश धर्माणी ने आईटीपीआई के विभिन्न प्रकाशनों और जीत कुमार गुप्ता द्वारा लिखित ‘मेकिंग हिल एरियाज ग्रेट प्लेसिस टू लिव’ किताब का विमोचन भी किया। निदेशक टाउन एंड कन्ट्री प्लानिंग कमल कांत सरोच ने कहा कि इस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मिले बहुमूल्य सुझावों से सतत् विकास के लक्ष्य को हासिल करने में सहायता मिलेगी। आईटीपीआई के अध्यक्ष एन.के. पाटिल ने कहा कि शहरी और अर्ध शहरी क्षेत्रों में सुनियोजित विकास महत्त्वपूर्ण है। जीआई और ड्रोन टैक्नोलॉजी इस क्षेत्र में एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। आईटीपीआई के महासचिव वी.पी. कुलश्रेष्ठ ने मुख्यातिथि और अन्य गणमान्यों का स्वागत किया और उन्हें सम्मानित किया।इस अवसर पर आईटीपीआई के हिमाचल प्रदेश क्षेत्रीय चैप्टर के अध्यक्ष जनरल प्रदीप ठाकुर ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा। इस अवसर पर विभिन्न राज्यों के टाउन प्लानर्ज, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग के अधिकारियों सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे। .
शिमला ! नगर एवं ग्राम नियोजन मंत्री राजेश धर्माणी ने आज यहां इंस्टिटयूट ऑफ टाउन प्लानर्स इंडिया (आईटीपीआई) द्वारा ‘प्लानिंग स्टैटर्जीज फॉर प्लान्ड डवेल्पमेंट ऑफ हिली एरियाज़’ विषय पर आयोजित नॉर्थ जोन कॉन्फ्रेंस की अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार हिमाचल में सतत् विकास लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल की पहचान हरित आवरण है। प्रदेश सरकार ग्रीन हिमाचल विजन के साथ सतत् विकास को बढ़ावा प्रदान कर रही है। समय के साथ-साथ प्रदेश में शहरों और कस्बों का स्वरूप बदला है। हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्य भौगोलिक दृष्टि से देश के अन्य राज्यों से अलग है। हिमाचल प्राकृतिक आपदा की दृष्टि से एक संवेदनशील राज्य है। इसके दृष्टिगत राज्य में सुनियोजित शहरीकरण को बढ़ावा प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि टैक्नोक्रैट और प्लानर वास्तव में राष्ट्र के निर्माता हैं।
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नगर एवं ग्राम नियोजन मंत्री ने कहा कि प्रदेश में सतत् पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इको टूरिज्म को प्रोत्साहन प्रदान किया जा रहा है ताकि लोगों को स्थानीय स्तर पर रोजगार और स्वरोजगार के अवसर मिले। सरकार द्वारा इको टूरिज्म सोसायटी गठित की गई है जो इको टूरिज्म साइट्स का संचालन करेगी। सरकार ने इन गतिविधियों के माध्यम से आगामी पांच वर्षों में लगभग 200 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व अर्जन का लक्ष्य निर्धारित किया है।
उन्होंने कहा कि हरित ऊर्जा राज्य के लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रदेश में इलैक्ट्रिक वाहनों के संचालन के साथ-साथ हवाई सेवाओं और रोप-वे की संभावनाओं को विस्तार प्रदान किया जा रहा है। प्रदेश सरकार कांगड़ा के गगल हवाई अड्डे को विस्तार प्रदान कर रही है। शिमला शहर में यातायात की समस्या से निजात दिलाने और कार्बन फुट पिं्रट कम करने के लिए 1,546 करोड़ रुपये की 14.79 किलोमीटर लम्बी रोप-वे की शहरी परिवहन परियोजना को साकार रूप प्रदान किया जाएगा।
राजेश धर्माणी ने आईटीपीआई के विभिन्न प्रकाशनों और जीत कुमार गुप्ता द्वारा लिखित ‘मेकिंग हिल एरियाज ग्रेट प्लेसिस टू लिव’ किताब का विमोचन भी किया। निदेशक टाउन एंड कन्ट्री प्लानिंग कमल कांत सरोच ने कहा कि इस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मिले बहुमूल्य सुझावों से सतत् विकास के लक्ष्य को हासिल करने में सहायता मिलेगी।
आईटीपीआई के अध्यक्ष एन.के. पाटिल ने कहा कि शहरी और अर्ध शहरी क्षेत्रों में सुनियोजित विकास महत्त्वपूर्ण है। जीआई और ड्रोन टैक्नोलॉजी इस क्षेत्र में एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।
आईटीपीआई के महासचिव वी.पी. कुलश्रेष्ठ ने मुख्यातिथि और अन्य गणमान्यों का स्वागत किया और उन्हें सम्मानित किया।इस अवसर पर आईटीपीआई के हिमाचल प्रदेश क्षेत्रीय चैप्टर के अध्यक्ष जनरल प्रदीप ठाकुर ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा। इस अवसर पर विभिन्न राज्यों के टाउन प्लानर्ज, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग के अधिकारियों सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
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