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सोलन [ नालागढ़ ] , 06 अप्रैल ! गर्मियों के सीजन में जंगल को आगजनी से बचाने के लिए वन विभाग ने कमर कस ली है। वन मंडल नालागढ़ पूरी तरह से अलर्ट हो चुका है और अपनी तैयारियों में जुटा हुआ है ताकि बीते साल के मुकाबले इस बार जंगल में आग की घटनाओं में गिरावट लाई जा सके। डीएफओ यशुदीप सिंह अपनी पूरी टीम के साथ मैदान में उतर चुके है और रोजाना मंडल के अधिकारियों व वन रक्षकों के साथ रणनीति तैयार कर रहे है। बीते दिन भी वन वृत्त सोलन के द्वारा जोहड़ जी स्थित वन विश्राम गृह में एक कार्यशाला में आयोजित हुई थी जिसमें वन मंडल नालागढ़ व सोलन के जंगल को बचाने के लिए रणनीति तैयार की गई। इस बैठक में अधिकारियों समेत 100 से अधिक वन रक्षकों को भी कार्यशाला के द्वारा जागरूक किया। वन मंडल अधिकारी नालागढ़ यशुदीप सिंह ने कहा कि 95 फीसदी जंगल में लगने वाली आग कारण भूमि मालिकों द्वारा घासनियों में लगाई जाने वाली आग रहती है जो कि बेकाबू होकर जंगलों तक पहुंचती है। उन्होंने कहा कि ऐसी लापरवाही बरतने वालों पर इस बार भी क़ड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी और पर बीघा 1500 रुपए जुर्माना लगाया जाएगा उऩ्होंने कहा कि घासनियों में आग लगाने के लिए भूमि मालिक द्वारा वन रेंजर से विभागीय अनुमति लेनी होगी जिसके लिए एक फार्म तैयार किया गया है। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
सोलन [ नालागढ़ ] , 06 अप्रैल ! गर्मियों के सीजन में जंगल को आगजनी से बचाने के लिए वन विभाग ने कमर कस ली है। वन मंडल नालागढ़ पूरी तरह से अलर्ट हो चुका है और अपनी तैयारियों में जुटा हुआ है ताकि बीते साल के मुकाबले इस बार जंगल में आग की घटनाओं में गिरावट लाई जा सके।
डीएफओ यशुदीप सिंह अपनी पूरी टीम के साथ मैदान में उतर चुके है और रोजाना मंडल के अधिकारियों व वन रक्षकों के साथ रणनीति तैयार कर रहे है। बीते दिन भी वन वृत्त सोलन के द्वारा जोहड़ जी स्थित वन विश्राम गृह में एक कार्यशाला में आयोजित हुई थी जिसमें वन मंडल नालागढ़ व सोलन के जंगल को बचाने के लिए रणनीति तैयार की गई। इस बैठक में अधिकारियों समेत 100 से अधिक वन रक्षकों को भी कार्यशाला के द्वारा जागरूक किया।
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वन मंडल अधिकारी नालागढ़ यशुदीप सिंह ने कहा कि 95 फीसदी जंगल में लगने वाली आग कारण भूमि मालिकों द्वारा घासनियों में लगाई जाने वाली आग रहती है जो कि बेकाबू होकर जंगलों तक पहुंचती है। उन्होंने कहा कि ऐसी लापरवाही बरतने वालों पर इस बार भी क़ड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी और पर बीघा 1500 रुपए जुर्माना लगाया जाएगा उऩ्होंने कहा कि घासनियों में आग लगाने के लिए भूमि मालिक द्वारा वन रेंजर से विभागीय अनुमति लेनी होगी जिसके लिए एक फार्म तैयार किया गया है।
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