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सोलन , [ नालागढ़ ] , 25 मई ! बद्दी के मशहूर पत्रकार संजीव बस्सी की फिल्म हक का आज पोस्टर एवं ट्रेलर नालागढ़ के रिजॉर्ट मैं हुआ रिलीज तथा मुख्य अतिथि के रूप में नालागढ़ की तहसीलदार निशा आजाद और डॉक्टर आशिमा जैन मौजूद रहे। संजीव बस्सी ने फिल्म के बारे में बताया कि कि युवाओं को हमने इस फिल्म के जरिए यही बताया है कि जिस प्रकार से आज की युवा पीढ़ी हमारे बड़ों के प्रति हमारे बुजुर्गों के प्रति संवेदनहीन हो रही है इनमें मे संवेदना जागृत करने का एक प्रयास है तथा जिस प्रकार माता-पिता अपने बच्चों के लिए तथा उनके उज्जवल भविष्य के लिए काफी मेहनत करते हैं तथा अपने बच्चों को तरक्की की ओर तथा सही रास्ता बताने में सहायता करते हैं तथा हर परिस्थिति में माता पिता अपने बच्चों की ढाल बनकर खड़े रहते हैं परंतु जब बुढ़ापे में माता पिता को बच्चों की आवश्यकता होती है तो यही बच्चे उनका साथ छोड़ देते हैं तथा उन्हें वृद्धाश्रम आदि भेज देते हैं तो इसी प्रकार हमने इस फिल्म के माध्यम से यह दर्शाया है तथा युवाओं को यह मैसेज दिया है कि यह बहुत गलत है हमें ऐसा नहीं करना चाहिए और अपने माता-पिता की सेवा करनी चाहिए । देवरत यादव का इस फिल्म में मुख्य किरदार रहा है तथा देवव्रत यादव ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि हमारी बड़ी बहन रेवती यादव जो कि दिल्ली गवर्नमेंट से प्रिंसिपल रिटायर्ड है तो उन्होंने हमें यह स्टोरी दी तथा उस स्टोरी पर हमने यह फिल्म का कार्य किया। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
सोलन , [ नालागढ़ ] , 25 मई ! बद्दी के मशहूर पत्रकार संजीव बस्सी की फिल्म हक का आज पोस्टर एवं ट्रेलर नालागढ़ के रिजॉर्ट मैं हुआ रिलीज तथा मुख्य अतिथि के रूप में नालागढ़ की तहसीलदार निशा आजाद और डॉक्टर आशिमा जैन मौजूद रहे।
संजीव बस्सी ने फिल्म के बारे में बताया कि कि युवाओं को हमने इस फिल्म के जरिए यही बताया है कि जिस प्रकार से आज की युवा पीढ़ी हमारे बड़ों के प्रति हमारे बुजुर्गों के प्रति संवेदनहीन हो रही है इनमें मे संवेदना जागृत करने का एक प्रयास है तथा जिस प्रकार माता-पिता अपने बच्चों के लिए तथा उनके उज्जवल भविष्य के लिए काफी मेहनत करते हैं तथा अपने बच्चों को तरक्की की ओर तथा सही रास्ता बताने में सहायता करते हैं तथा हर परिस्थिति में माता पिता अपने बच्चों की ढाल बनकर खड़े रहते हैं परंतु जब बुढ़ापे में माता पिता को बच्चों की आवश्यकता होती है तो यही बच्चे उनका साथ छोड़ देते हैं तथा उन्हें वृद्धाश्रम आदि भेज देते हैं तो इसी प्रकार हमने इस फिल्म के माध्यम से यह दर्शाया है तथा युवाओं को यह मैसेज दिया है कि यह बहुत गलत है हमें ऐसा नहीं करना चाहिए और अपने माता-पिता की सेवा करनी चाहिए । देवरत यादव का इस फिल्म में मुख्य किरदार रहा है तथा देवव्रत यादव ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि हमारी बड़ी बहन रेवती यादव जो कि दिल्ली गवर्नमेंट से प्रिंसिपल रिटायर्ड है तो उन्होंने हमें यह स्टोरी दी तथा उस स्टोरी पर हमने यह फिल्म का कार्य किया।
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