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सोलन , 10 जून ! आधुनिकता की चकाचौंध में जहां सभी अपने अपने तक सीमित होते जा रहे है वहीं कई संस्थाएं ऐसी भी है जो पीडित मानवता की सेवा निस्वार्थ कर रही है। ऐसा ही है सोलन का शिव दयाल ट्स्ट जो कि पीडित मानवता की सेवा में लगा है। यदि रात्री में किसी के पास पैसे नहीं है तो भी यह ट्स्ट अपनी संस्था में व्यक्ति को ठहरा देते है साथ ही मजबूर व गरीबी का दंश झेल रहे लोगो के लिए इस संस्था द्वारा मासिक पेंशन भी दी जाती है। जिस से दुखो के भी बीच लोगो को सहारा मिल जाता है। विधवाओं सहित जिसके परिवार में बीमारी से पैसो के लिए लोग झूझ रहे हो व जिसके पास मकान ना हो उनके रहने का प्रावधान भी यह संस्था कर रही है। आज एक साधारण एव गरिमापूर्ण कार्यक्रम के दौरान पात्र लोगो को पेंशन दी गई। वहीं होम्योपैथी चिकित्सक ने भी स्वास्थ्य के टिप्स उपस्थित जन को दिये।संस्था के सदस्यों ने लोगो को आश्वासन दिया की वह सरकार की और से कोई भी मदद की दरकार हो जिसके लिये वह पात्र हो संस्था उनकी सरकारी मदद दिलाने में भी मदद करेगी। शिव दयाल ट्स्ट से पेंशन लेने वाले लाभार्थी महिलाओं एंव बजुर्गो ने अपनी आप बीती बताते हुए कहा कि उनके पति परिवार व बेटे की मौत के बाद उनपर दुखो का पहाड टूट चुका था रोजी रोटी के भी लाले पढे थे लेकिन शिव दयाल संस्था ने उन्हें मासिक पेंशन देकर काफी हद तक राहत दी है। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
सोलन , 10 जून ! आधुनिकता की चकाचौंध में जहां सभी अपने अपने तक सीमित होते जा रहे है वहीं कई संस्थाएं ऐसी भी है जो पीडित मानवता की सेवा निस्वार्थ कर रही है।
ऐसा ही है सोलन का शिव दयाल ट्स्ट जो कि पीडित मानवता की सेवा में लगा है। यदि रात्री में किसी के पास पैसे नहीं है तो भी यह ट्स्ट अपनी संस्था में व्यक्ति को ठहरा देते है साथ ही मजबूर व गरीबी का दंश झेल रहे लोगो के लिए इस संस्था द्वारा मासिक पेंशन भी दी जाती है। जिस से दुखो के भी बीच लोगो को सहारा मिल जाता है। विधवाओं सहित जिसके परिवार में बीमारी से पैसो के लिए लोग झूझ रहे हो व जिसके पास मकान ना हो उनके रहने का प्रावधान भी यह संस्था कर रही है। आज एक साधारण एव गरिमापूर्ण कार्यक्रम के दौरान पात्र लोगो को पेंशन दी गई।
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वहीं होम्योपैथी चिकित्सक ने भी स्वास्थ्य के टिप्स उपस्थित जन को दिये।संस्था के सदस्यों ने लोगो को आश्वासन दिया की वह सरकार की और से कोई भी मदद की दरकार हो जिसके लिये वह पात्र हो संस्था उनकी सरकारी मदद दिलाने में भी मदद करेगी।
शिव दयाल ट्स्ट से पेंशन लेने वाले लाभार्थी महिलाओं एंव बजुर्गो ने अपनी आप बीती बताते हुए कहा कि उनके पति परिवार व बेटे की मौत के बाद उनपर दुखो का पहाड टूट चुका था रोजी रोटी के भी लाले पढे थे लेकिन शिव दयाल संस्था ने उन्हें मासिक पेंशन देकर काफी हद तक राहत दी है।- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
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