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सोलन , 18 अगस्त ! भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री डॉ राजीव सैजल ने सुखविन्द्र सिंह सुक्खू की सरकार के उपर सवालिया निशान लगाते हुए लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि स्वायत संस्थाएं पंचायतीराज, नगर परिषद एवं नगर निगम में संविधान की धज्जियां उड़ाने का काम वर्तमान कांग्रेस सरकार कर रही हैं अपने राजनीतिक लाभ को उठाने के लिए संविधान में संशोधन करते हुए लोकतंत्र की हत्या करने का षड़यंत्र हिमाचल प्रदेश में सब तरफ चला हुआ है और इसका सबसे ज्वलंत उदाहरण सोलन नगर निगम का चुनाव है। सोलन में मेयर के पद के चुनाव के लिए अधिसूचना जारी की जाती है है और अधिसूचना करने के बाद शहरी विकास विभाग एक असंवैधानिक अधिसूचना करता है जिसके अनुसार वोट डालने वाला पार्षद वोट दिखाकर डालेगा। डाॅ. राजीव ने कहा कि यदि चुने हुए पार्षद वोट दिखाकर डालेंगे तो वोटिंग का अर्थ ही समाप्त हो गया और वोटिंग कराने की जरूरत ही नहीं है। ऐसे में हाथ खड़े करके भी चुनाव करवाया जा सकता है। डाॅ. राजीव ने कहा कि हिमाचल प्रदेश का चुनाव आयोग भी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं जो अत्यंत दुखदायी है और बड़े-बड़े अफसरान कांग्रेस के ईशारे के उपर इस प्रकार की गलत अधिसूचना करके लोकतांत्रिक मूल्यों को कांग्रेस पार्टी के हित में समाप्त कर रहे हें। डाॅ. राजीव ने कहा कि मेयर के चुनाव की प्रक्रिया प्रारंभ होने के बाद यह अधिसूचना करना चुनाव की मूल भावना को ही समाप्त करता है।
सोलन , 18 अगस्त ! भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री डॉ राजीव सैजल ने सुखविन्द्र सिंह सुक्खू की सरकार के उपर सवालिया निशान लगाते हुए लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि स्वायत संस्थाएं पंचायतीराज, नगर परिषद एवं नगर निगम में संविधान की धज्जियां उड़ाने का काम वर्तमान कांग्रेस सरकार कर रही हैं अपने राजनीतिक लाभ को उठाने के लिए संविधान में संशोधन करते हुए लोकतंत्र की हत्या करने का षड़यंत्र हिमाचल प्रदेश में सब तरफ चला हुआ है और इसका सबसे ज्वलंत उदाहरण सोलन नगर निगम का चुनाव है।
सोलन में मेयर के पद के चुनाव के लिए अधिसूचना जारी की जाती है है और अधिसूचना करने के बाद शहरी विकास विभाग एक असंवैधानिक अधिसूचना करता है जिसके अनुसार वोट डालने वाला पार्षद वोट दिखाकर डालेगा।
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डाॅ. राजीव ने कहा कि यदि चुने हुए पार्षद वोट दिखाकर डालेंगे तो वोटिंग का अर्थ ही समाप्त हो गया और वोटिंग कराने की जरूरत ही नहीं है। ऐसे में हाथ खड़े करके भी चुनाव करवाया जा सकता है।
डाॅ. राजीव ने कहा कि हिमाचल प्रदेश का चुनाव आयोग भी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं जो अत्यंत दुखदायी है और बड़े-बड़े अफसरान कांग्रेस के ईशारे के उपर इस प्रकार की गलत अधिसूचना करके लोकतांत्रिक मूल्यों को कांग्रेस पार्टी के हित में समाप्त कर रहे हें।
डाॅ. राजीव ने कहा कि मेयर के चुनाव की प्रक्रिया प्रारंभ होने के बाद यह अधिसूचना करना चुनाव की मूल भावना को ही समाप्त करता है।
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