- विज्ञापन (Article Top Ad) -
सोलन, 7 अक्टूबर [ पंकज गोल्डी ] !हिमाचल प्रदेश पेंशनर्स एवं वरिष्ठ नागरिक कल्याण संगठन पट्टा महलोग इकाई की मासिक बैठक अध्यक्ष जिया लाल ठाकुर की अध्यक्षता में पट्टा महलोग में संपन्न हुई। बैठक में इस बात पर गहरा रोष देखने को मिला कि पेंशनर्स के बार-बार निवेदन करने के बावजूद भी प्रदेश सरकार ने अपने लगभग दो वर्ष के कार्यकाल के दौरान अभी तक पेंशनर्स की समस्याओं के निवारण हेतु ना तो जे.सी.सी का गठन किया है और ना उन्हें बातचीत के लिए बुलाया है। बैठक में इस बात पर हैरानी व्यक्त की गई कि 01 जनवरी 2016 से 31 जनवरी 2022 के मध्य करीब 30-40 हजार सेवानिवृत्त हुए पेंशनरों को छटे वेतन आयोग द्वारा निर्धारित वेतनमान और पेंशन के एरियर का बकाया, लिव-इन कैशमैंट, ग्रेच्युटी का बकाया जिसकी राशि प्रति पेंशनर लाखों रुपए मे देय है। अगर यही अमाउंट समय रहते मिल जाता तो ब्याज सहित डेढ़ दो गुना हो जाता। बैठक में प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री पर सवाल उठाया गया कि वे अक्सर अपने मंत्रीमंडल के मंत्रीयो के दो महीने के वेतन रोक कर तीसरे महीने एकमुश्त तीनों महिनों की अदायगी का फरमान जारी कर के उस राशी के ब्याज बचाने की बात करके अपनी पीठ थपथपा रहे हैं। जबकि पेंशनर्स को अपने सैलरी/पेंशन का उपरोक्त वह हिस्सा का कितना ब्याज हुआ होगा उसका आंकलन कौन करेगा और मंत्रीयो को तो तीसरे महीने सारी सैलरी मिल जाएगी। अच्छा होता अगर मंत्रीयो की तरह पेंशनर्स की उपरोक्त सैलरी के बकाया हिस्से की अदायगी की अवधि भी निश्चित हो जाती। विडम्बना तो यह है कि हमारे हजारों पेंशनर्स अपने ही उपरोक्त एरियर का इन्तजार करते-करते भगवान को प्यारे हो गए हैं। आखिर सरकार पेंशनरों के उम्र के इस अन्तिम पड़ाव में इतनी असंवेदनशील और क्रूर कैसे हो सकती है। इसके अतिरिक्त महंगाई भत्ते की तीन किश्तें और पिछली किश्त का इक्कीस महिने का एरियर, पिछले पांच सालों से चिकित्सा बिलों का भुगतान, सहित अन्य बहुत से मसले हैं जिसका हल जे.सी.सी. की बैठक में ही हो सकता है। अतः सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित करके प्रदेश सरकार से अनुरोध किया गया कि पेंशनर्स को उम्र के इस पड़ाव में और जलील ना किया जाए। अति शीघ्र जे.सी.सी. की बैठक बुलाकर उपरोक्त देय भत्तो के भुगतान के लिए सकारात्मक पहल की जाएं।अगर सरकार दिवाली से पहले पेंशनर्स की जे.सी.सी. गठित करके बातचीत को नहीं बुलाती है तो पेंशनर्स वर्ग आंदोलन का रास्ता अपनाने के लिए मजबूर हो जाएगा। जिसमें मंत्रीयो और कांग्रेस विधायको तक का घेराव भी हो सकता है। बैठक में इकाई के महासचिव देव करण कौशल, कोषाध्यक्ष ए आर भाटिया, बृज लाल, लच्छमी राम, सावित्री देवी पपी राम, कुन्दन लाल, गुलाब सिंह ठाकुर, धर्म सिंह, लच्छी राम ठाकुर, सीताराम, सुन्दर लाल व गणमान्य पेंशनर मौजूद रहे।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -