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सिरमौर , 11 जुलाई ! पांवटा साहिब के बांगरण में गिरी नदी के टापू पर फंसे 5 लोगों को एअरलिफ्ट कर सफल रेस्क्यू किया गया। यहां यह लोग निर्माणाधीन क्रशर पर पिछले 4 दिनों से फंसे थे। टापू के दोनों तरफ गिरी नदी की तेज धाराओं में बड़ी मात्रा में पानी आया हुआ है। हालांकि पहले एनडीआरएफ ने काफी मशक्कत की मगर रेस्क्यू सफल नहीं हो पाया।लिहाजा नाहन से आर्मी के फर्स्ट पैरा के हेलीकॉप्टर ने एक कुत्ते का रेस्क्यू किया गया।से ना के हेलीकॉप्टर ने आखिर टापू पर फंसे 5 लोगों को रेस्क्यू कर लिया। यह लोग यहां पिछले 4 दिनों से फंसे थे। यह तस्वीरें उसी सफल रेस्क्यू की है। चारों ओर से बाढ़ के सैलाब से घिरे टापू पर 4 दिनों से जिंदगी की जंग लड़ रहे 5 लोगों के लिए यह उड़न खटोला देवदूत से कम नहीं था। इससे पहले यहां स्थानीय गोताखोरों ने टापू पर फंसे लोगों को निकालने का प्रयास किया। असफलता के बाद उत्तराखंड से एनडीआरएफ की टीमों को बुलाया गया। मगर नदी का बहाव तेज होने के कारण नाव के द्वारा रेस्क्यू संभव नहीं हो पाया। ऐसे में स्थानीय प्रशासन ने जिला प्रशासन से यहां हेलीकॉप्टर भेजने की मांग की। जिला प्रशासन ने मौजूदा हालात को देखते हुए नाहन स्थित सेना के फर्स्ट पैरा को यह जिम्मेदारी दी गई। इस पर सेना का उड़न खटोला आया। जांबाज़ पायलट ने मिट्टी के ढेर नमाज संरचना पर लैंडिंग की और और वहां फंसे सभी 5 लोगों को रेस्क्यू किया। स्थानीय एसडीएम गुरजीत सिंह चीमा ने बताया कि रस क्यों किए गए दो लोगों को डिहाईड्रेशन हो गया है लिहाजा उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया है जबकि बाकी तीन लोग बिल्कुल ठीक हैं। उन्होंने क्षेत्र वासियों से अपील की कि खराब हालात में अधिक सावधानी बरतें।
सिरमौर , 11 जुलाई ! पांवटा साहिब के बांगरण में गिरी नदी के टापू पर फंसे 5 लोगों को एअरलिफ्ट कर सफल रेस्क्यू किया गया। यहां यह लोग निर्माणाधीन क्रशर पर पिछले 4 दिनों से फंसे थे।
टापू के दोनों तरफ गिरी नदी की तेज धाराओं में बड़ी मात्रा में पानी आया हुआ है। हालांकि पहले एनडीआरएफ ने काफी मशक्कत की मगर रेस्क्यू सफल नहीं हो पाया।लिहाजा नाहन से आर्मी के फर्स्ट पैरा के हेलीकॉप्टर ने एक कुत्ते का रेस्क्यू किया गया।से
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ना के हेलीकॉप्टर ने आखिर टापू पर फंसे 5 लोगों को रेस्क्यू कर लिया। यह लोग यहां पिछले 4 दिनों से फंसे थे। यह तस्वीरें उसी सफल रेस्क्यू की है। चारों ओर से बाढ़ के सैलाब से घिरे टापू पर 4 दिनों से जिंदगी की जंग लड़ रहे 5 लोगों के लिए यह उड़न खटोला देवदूत से कम नहीं था।
इससे पहले यहां स्थानीय गोताखोरों ने टापू पर फंसे लोगों को निकालने का प्रयास किया। असफलता के बाद उत्तराखंड से एनडीआरएफ की टीमों को बुलाया गया। मगर नदी का बहाव तेज होने के कारण नाव के द्वारा रेस्क्यू संभव नहीं हो पाया। ऐसे में स्थानीय प्रशासन ने जिला प्रशासन से यहां हेलीकॉप्टर भेजने की मांग की।
जिला प्रशासन ने मौजूदा हालात को देखते हुए नाहन स्थित सेना के फर्स्ट पैरा को यह जिम्मेदारी दी गई। इस पर सेना का उड़न खटोला आया। जांबाज़ पायलट ने मिट्टी के ढेर नमाज संरचना पर लैंडिंग की और और वहां फंसे सभी 5 लोगों को रेस्क्यू किया।
स्थानीय एसडीएम गुरजीत सिंह चीमा ने बताया कि रस क्यों किए गए दो लोगों को डिहाईड्रेशन हो गया है लिहाजा उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया है जबकि बाकी तीन लोग बिल्कुल ठीक हैं। उन्होंने क्षेत्र वासियों से अपील की कि खराब हालात में अधिक सावधानी बरतें।
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