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सिरमौर , 10 जुलाई ! पांवटा साहिब के मेहरूवाला में यमुना के टापू पर फंसे 2 परिवारों के 32 लोगों का सफल रेस्क्यू किया। वहीं धौला कुंआ के समीप सैलाब में बहने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। मेहरूवाला में स्थानीय गोताखोरों द्वारा किए इस अब तक के सबसे बड़े रेस्क्यू के दौरान टप्पू से 40 मवेशियों को भी सुरक्षित निकाला गया। रात्रि लगभग 2 बजे शुरू हुए रेस्क्यू ऑपरेशन स्थानीय एसडीएम पुलिस अधिकारी और स्थानीय गोताखोर मौजूद रहे। वहीं दूसरी ओर गिरी नदी के टापू पर फंसे 5 लोगों को 3 दिन बाद ही रेस्ट क्यों नहीं किया जा सका है। पांवटा साहिब में यह मौत से जिंदगी की जीत की तस्वीरें हैं। यहां लोकल गोताखोरों ने एक टापू पर बसे एक ही परिवार के 32 लोगों का सफल रेस्क्यू किया यह टापू वरूवाला के समीप यमुना नदी पर बना है इस पर गुज्जर समुदाय के लोग निवास करते हैं मगर यमुना नदी के जलस्तर में उम्मीद से अधिक बढ़ोतरी होने के चलते 32 इंसान और 40 मवेशियों की जिंदगी शाम तक में फंस गई थी इस संबंध में प्रशासन को सूचना मिली तो रात्रि लगभग 2 बजे से रेस्क्यू शुरू हुआ। कड़ी मशक्कत के बाद दो परिवार के सभी 32 लोगों और उनके 40 मवेशियों को सुरक्षित निकाला गया पांवटा साहिब में हालांकि हर बार यमुना, गिरी, बाता और सुंकर आदि नदियों में लोग फंसते हैं। इस बार यह अब तक का सबसे बड़ा रेस्क्यू अंजाम दिया गया है। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
सिरमौर , 10 जुलाई ! पांवटा साहिब के मेहरूवाला में यमुना के टापू पर फंसे 2 परिवारों के 32 लोगों का सफल रेस्क्यू किया। वहीं धौला कुंआ के समीप सैलाब में बहने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। मेहरूवाला में स्थानीय गोताखोरों द्वारा किए इस अब तक के सबसे बड़े रेस्क्यू के दौरान टप्पू से 40 मवेशियों को भी सुरक्षित निकाला गया।
रात्रि लगभग 2 बजे शुरू हुए रेस्क्यू ऑपरेशन स्थानीय एसडीएम पुलिस अधिकारी और स्थानीय गोताखोर मौजूद रहे। वहीं दूसरी ओर गिरी नदी के टापू पर फंसे 5 लोगों को 3 दिन बाद ही रेस्ट क्यों नहीं किया जा सका है।
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पांवटा साहिब में यह मौत से जिंदगी की जीत की तस्वीरें हैं। यहां लोकल गोताखोरों ने एक टापू पर बसे एक ही परिवार के 32 लोगों का सफल रेस्क्यू किया यह टापू वरूवाला के समीप यमुना नदी पर बना है इस पर गुज्जर समुदाय के लोग निवास करते हैं मगर यमुना नदी के जलस्तर में उम्मीद से अधिक बढ़ोतरी होने के चलते 32 इंसान और 40 मवेशियों की जिंदगी शाम तक में फंस गई थी इस संबंध में प्रशासन को सूचना मिली तो रात्रि लगभग 2 बजे से रेस्क्यू शुरू हुआ।
कड़ी मशक्कत के बाद दो परिवार के सभी 32 लोगों और उनके 40 मवेशियों को सुरक्षित निकाला गया पांवटा साहिब में हालांकि हर बार यमुना, गिरी, बाता और सुंकर आदि नदियों में लोग फंसते हैं। इस बार यह अब तक का सबसे बड़ा रेस्क्यू अंजाम दिया गया है।
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