डेढ़ सौ साल पुराना पंचमी मैला झंडा जी चौकी आरंभ ।गुरू गद्वी की पांरपरिक पूजा व झंडा चढ़ाने की रस्म के साथ हुआ मेला आरंभ ।खेल प्रतियोगिता व विशाल दंगल रहेगा मेले का मुख्य आर्कषण ।हिमाचल के साथ साथ पंजाब ,हरियाणा से आये गुरू भक्त करेगे गद्वी की भेट ।।
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सिरमौर , 06 नवंबर ! पंचायत डिम्बर के चौकी मे लगने वाला तीन दिवसीय मैला पंचमी चौकी झंडा जी आज से आरंभ हो गया ।लगभग 150 वर्ष पुराने इस मेले का शुभारंभ इस झड़ा जी चौकी गद्वी पर वर्तमान में विराजमान वरूण झल्ला जी की अनुमति के बाद झड़ा चढ़ाने की रस्म के साथ हुआ । मेला कमेटी के अध्यक्ष मियां सुंदर सिह के अनुसार इस मेले का इतिहास लगभग 150 साल पुराना है । यह गद्वी बाबा जवाहर सिह जी की है और वरूण झल्ला जी छंटी पीढी पर वर्तमान में इस गद्वी पर विराजमान है और इस गद्वी पर इस परिवार का वही व्यक्ति विराजमान होता है जिस पर गुरु महाराज का आर्शीवाद होता है । इस मैले में तीन दिनो तक हिमाचल व पंजाब हरियाणा से इस गुरु गद्वी के भक्त आते है और गुरू गद्वी पर अपनी अपनी भेट अपर्ण करते है ।ऐसी मान्यता है कि भक्त यहां से जो भी मांगता है उसकी मन्नत जरूर पूरी होती है । यहा मेले में सबसे पहले गुरु गद्वी की पांरपरिक पूजा होती है । उसके बाद झड़ा चढाने की रस्म अदा की जाती है । उसके बाद आम भक्तों द्वारा गद्वी पर भेट चढ़ाने का कार्य आरंभ होता है जो लगातार तीन दिनो तक चलता है । और इसके साथ साथ तीन दिनो तक गुरू का लंगर भी चलता रहेगा इस मेले में इसके साथ साथ आज बालीवाल प्रतियोगिता भी आरंभ हो गयी । इस मेले का समापन पावन गिरी नदी में स्नान यात्रा के साथ होगा।
सिरमौर , 06 नवंबर ! पंचायत डिम्बर के चौकी मे लगने वाला तीन दिवसीय मैला पंचमी चौकी झंडा जी आज से आरंभ हो गया ।लगभग 150 वर्ष पुराने इस मेले का शुभारंभ इस झड़ा जी चौकी गद्वी पर वर्तमान में विराजमान वरूण झल्ला जी की अनुमति के बाद झड़ा चढ़ाने की रस्म के साथ हुआ । मेला कमेटी के अध्यक्ष मियां सुंदर सिह के अनुसार इस मेले का इतिहास लगभग 150 साल पुराना है ।
यह गद्वी बाबा जवाहर सिह जी की है और वरूण झल्ला जी छंटी पीढी पर वर्तमान में इस गद्वी पर विराजमान है और इस गद्वी पर इस परिवार का वही व्यक्ति विराजमान होता है जिस पर गुरु महाराज का आर्शीवाद होता है । इस मैले में तीन दिनो तक हिमाचल व पंजाब हरियाणा से इस गुरु गद्वी के भक्त आते है और गुरू गद्वी पर अपनी अपनी भेट अपर्ण करते है ।ऐसी मान्यता है कि भक्त यहां से जो भी मांगता है उसकी मन्नत जरूर पूरी होती है ।
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यहा मेले में सबसे पहले गुरु गद्वी की पांरपरिक पूजा होती है । उसके बाद झड़ा चढाने की रस्म अदा की जाती है । उसके बाद आम भक्तों द्वारा गद्वी पर भेट चढ़ाने का कार्य आरंभ होता है जो लगातार तीन दिनो तक चलता है । और इसके साथ साथ तीन दिनो तक गुरू का लंगर भी चलता रहेगा इस मेले में इसके साथ साथ आज बालीवाल प्रतियोगिता भी आरंभ हो गयी । इस मेले का समापन पावन गिरी नदी में स्नान यात्रा के साथ होगा।
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