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शिमला , 19 जनवरी [ विशाल सूद ] ! आर्मी डे के अवसर पर शिमला में रविवार को मिनी मैराथन का आयोजन किया गया।15 जनवरी को देश भर में आर्मी डे के रूप में मनाया जाता है।इसी कड़ी के तहत शिमला में 13 जनवरी से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।रविवार को इस अवर्सर पर 10 और 5 किलोमीटर की मिनी मैराथन का आयोजन किया जिसमें 600 के लगभग युवाओं ने भाग लिया ।नशे के प्रति युवाओं को जागरूक करने के लिए आयोजित इस मैराथन को लेफ्टिनेंट जनरल देवेंद्र शर्मा ने झंडी दिखाकर कर रवाना किया। इस मौके पर Lt. Gen.VSM,SM GOC-IN-C ARTRAC देवेंद्र शर्मा ने कहा कि आर्मी डे के मौके पर आज रविवार को मिनी मैराथन का आयोजन किया गया।15 जनवरी 1949 को फील्ड मार्शल केएम करियप्पा ने भारतीय सेना के पहले भारतीय प्रमुख के रूप में कार्यभार संभाला। यह भारत के इतिहास का एक महत्वपूर्ण पल था, क्योंकि यह दिन भारतीय सेना में स्वदेशी नेतृत्व की शुरुआत का प्रतीक बना। इसलिए हर साल 15 जनवरी को भारतीय सेना दिवस के रूप में मनाया जाता है।उन्होंने कहा कि इस मैराथन में 600 के लगभग युवाओं ने भाग लिया और इसके माध्यम से युवाओं को जन जन तक संदेश पहुंचाना है कि अगर स्वस्थ रहोगे तो तन्दरुस्त व आश्वस्त रहोगे।उन्होंने कहा कि इससे युवाओं तक संदेश जाएगा कि युवा नशा छोड़ खेलों की तरफ ध्यान दें।
शिमला , 19 जनवरी [ विशाल सूद ] ! आर्मी डे के अवसर पर शिमला में रविवार को मिनी मैराथन का आयोजन किया गया।15 जनवरी को देश भर में आर्मी डे के रूप में मनाया जाता है।इसी कड़ी के तहत शिमला में 13 जनवरी से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।रविवार को इस अवर्सर पर 10 और 5 किलोमीटर की मिनी मैराथन का आयोजन किया जिसमें 600 के लगभग युवाओं ने भाग लिया ।नशे के प्रति युवाओं को जागरूक करने के लिए आयोजित इस मैराथन को लेफ्टिनेंट जनरल देवेंद्र शर्मा ने झंडी दिखाकर कर रवाना किया।
इस मौके पर Lt. Gen.VSM,SM GOC-IN-C ARTRAC देवेंद्र शर्मा ने कहा कि आर्मी डे के मौके पर आज रविवार को मिनी मैराथन का आयोजन किया गया।15 जनवरी 1949 को फील्ड मार्शल केएम करियप्पा ने भारतीय सेना के पहले भारतीय प्रमुख के रूप में कार्यभार संभाला। यह भारत के इतिहास का एक महत्वपूर्ण पल था, क्योंकि यह दिन भारतीय सेना में स्वदेशी नेतृत्व की शुरुआत का प्रतीक बना।
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इसलिए हर साल 15 जनवरी को भारतीय सेना दिवस के रूप में मनाया जाता है।उन्होंने कहा कि इस मैराथन में 600 के लगभग युवाओं ने भाग लिया और इसके माध्यम से युवाओं को जन जन तक संदेश पहुंचाना है कि अगर स्वस्थ रहोगे तो तन्दरुस्त व आश्वस्त रहोगे।उन्होंने कहा कि इससे युवाओं तक संदेश जाएगा कि युवा नशा छोड़ खेलों की तरफ ध्यान दें।
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