जल आधारित गतिविधियों में हिमाचल देश के अग्रणी केन्द्र के रूप में उभर रहा है..
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शिमला , 27 सितंबर ! मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज यहां कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में जल क्रीड़ा गतिविधियों को बहुआयामी तरीकेे से विस्तार प्रदान कर रही है। इस अभिनव पहल का उद्देश्य राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देना और राज्य के जल संसाधनों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करना है। जल क्रीड़ा आधारित गतिविधियों को प्रोत्साहन प्रदान करने के सरकार के इस प्रयास से हिमाचल प्रदेश देशी-विदेशी पर्यटकों की पहली पसंद बनकर उभरेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला बिलासपुर में इस वर्ष अक्तूबर के अंत तक पर्यटकों को क्रूज की सुविधा उपलब्ध करवाने के दृष्टिगत गोविंद सागर झील में क्रूज चलाने का ट्रायल आरम्भ कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि सुविधा सम्पन्न पर्यटकों को बेहतर हवाई सेवाएं सुनिश्चित करने के उद्देश्य से राज्य सरकार बिलासपुर से मनाली या कुल्लू तक हेली टैक्सी सेवा शुरू करने पर भी विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि जिला ऊना के अंदरौली में गोविंद सागर झील में जल क्रीड़ा गतिविधियां भी शुरू होने वाली हैं। जिला ऊना में गोविंद सागर झील में जल क्रीड़ा गतिविधियां शुरू करने के लिए निविदाएं आमंत्रित की गई हैं और संभवतः इस माह के अंत तक इन्हें जारी कर दिया जाएगा। इस वर्ष के अंत तक जल क्रीड़ा गतिविधियों, पैराग्लाइडिंग और अन्य संबद्ध गतिविधियों सहित साहसिक खेलों को शुरू करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इन साहसिक गतिविधियों को औपचारिक रूप से शुरू करने के लिए शीघ्र ही अंदरौली में गोविंद सागर झील कार्निवल का आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रकृति ने हिमाचल प्रदेश को अनुपम प्राकृतिक सौन्दर्य से नवाजा है और प्रदेश में मानव निर्मित और प्राकृतिक जल संसाधन प्रचूर मात्रा में उपलब्ध है। प्रदेश की ये विशेषताएं हिमाचल को पर्यटकों के लिए आदर्श गंतव्य बनाती है। राज्य सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने और प्रदेश के लोगों को इसके माध्यम से आर्थिक रूप से सम्बल बनाने के लिए प्रयासरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला कांगड़ा के पौंग बांध में भी साहसिक खेल गतिविधियां शुरू करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस दिशा में फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र के मतियाल और जसवां- परागपुर विधानसभा क्षेत्र के नंगल चौक क्षेत्र में पौंग बांध में जल क्रीड़ा गतिविधियां शुरू करने की अनुमति मिल गई है। पर्यटन विभाग जून, 2025 तक शिकारा, क्रूज फ्लोटिंग रेस्तरां, हाउस बोट तथा अन्य जल आधारित खेल गतिविधियों का संचालन शुरू करने की योजना बना रहा है। उन्होंने कहा कि पौंग बांध में साहसिक खेल गतिविधियों को शुरू करने का उद्देश्य कांगड़ा जिला में पर्यटकों की आमद में बढोतरी करना है। सुक्खू ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अनेक पहल की हैं और इन पहलों के फलस्वरूप इस वर्ष में लगभग दो करोड़ पर्यटकों के आने की उम्मीद है। पर्यटन क्षेत्र राज्य के युवाओं को रोजगार तथा स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है तथा यह क्षेत्र राज्य की अर्थव्यवस्था के लिए भी महत्वपूर्ण है। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए राज्य सरकार प्रदेश में पर्यटकों के यात्रा अनुभव को अविस्मरणीय बनाने के लिए पर्यटन अधोसंरचना के सुदृढ़ीकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान कर रही है।
शिमला , 27 सितंबर ! मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज यहां कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में जल क्रीड़ा गतिविधियों को बहुआयामी तरीकेे से विस्तार प्रदान कर रही है। इस अभिनव पहल का उद्देश्य राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देना और राज्य के जल संसाधनों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करना है। जल क्रीड़ा आधारित गतिविधियों को प्रोत्साहन प्रदान करने के सरकार के इस प्रयास से हिमाचल प्रदेश देशी-विदेशी पर्यटकों की पहली पसंद बनकर उभरेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला बिलासपुर में इस वर्ष अक्तूबर के अंत तक पर्यटकों को क्रूज की सुविधा उपलब्ध करवाने के दृष्टिगत गोविंद सागर झील में क्रूज चलाने का ट्रायल आरम्भ कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि सुविधा सम्पन्न पर्यटकों को बेहतर हवाई सेवाएं सुनिश्चित करने के उद्देश्य से राज्य सरकार बिलासपुर से मनाली या कुल्लू तक हेली टैक्सी सेवा शुरू करने पर भी विचार कर रही है।
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उन्होंने कहा कि जिला ऊना के अंदरौली में गोविंद सागर झील में जल क्रीड़ा गतिविधियां भी शुरू होने वाली हैं। जिला ऊना में गोविंद सागर झील में जल क्रीड़ा गतिविधियां शुरू करने के लिए निविदाएं आमंत्रित की गई हैं और संभवतः इस माह के अंत तक इन्हें जारी कर दिया जाएगा।
इस वर्ष के अंत तक जल क्रीड़ा गतिविधियों, पैराग्लाइडिंग और अन्य संबद्ध गतिविधियों सहित साहसिक खेलों को शुरू करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इन साहसिक गतिविधियों को औपचारिक रूप से शुरू करने के लिए शीघ्र ही अंदरौली में गोविंद सागर झील कार्निवल का आयोजन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रकृति ने हिमाचल प्रदेश को अनुपम प्राकृतिक सौन्दर्य से नवाजा है और प्रदेश में मानव निर्मित और प्राकृतिक जल संसाधन प्रचूर मात्रा में उपलब्ध है। प्रदेश की ये विशेषताएं हिमाचल को पर्यटकों के लिए आदर्श गंतव्य बनाती है। राज्य सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने और प्रदेश के लोगों को इसके माध्यम से आर्थिक रूप से सम्बल बनाने के लिए प्रयासरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला कांगड़ा के पौंग बांध में भी साहसिक खेल गतिविधियां शुरू करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस दिशा में फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र के मतियाल और जसवां- परागपुर विधानसभा क्षेत्र के नंगल चौक क्षेत्र में पौंग बांध में जल क्रीड़ा गतिविधियां शुरू करने की अनुमति मिल गई है।
पर्यटन विभाग जून, 2025 तक शिकारा, क्रूज फ्लोटिंग रेस्तरां, हाउस बोट तथा अन्य जल आधारित खेल गतिविधियों का संचालन शुरू करने की योजना बना रहा है। उन्होंने कहा कि पौंग बांध में साहसिक खेल गतिविधियों को शुरू करने का उद्देश्य कांगड़ा जिला में पर्यटकों की आमद में बढोतरी करना है।
सुक्खू ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अनेक पहल की हैं और इन पहलों के फलस्वरूप इस वर्ष में लगभग दो करोड़ पर्यटकों के आने की उम्मीद है। पर्यटन क्षेत्र राज्य के युवाओं को रोजगार तथा स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है तथा यह क्षेत्र राज्य की अर्थव्यवस्था के लिए भी महत्वपूर्ण है।
इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए राज्य सरकार प्रदेश में पर्यटकों के यात्रा अनुभव को अविस्मरणीय बनाने के लिए पर्यटन अधोसंरचना के सुदृढ़ीकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान कर रही है।
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