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शिमला , 20 मार्च [ विशाल सूद ] - हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की मौत का मामला लगातार तूल पकड़ता हुआ नज़र आ रहा है. हिमाचल प्रदेश विधानसभा में सदन के अंदर भी भारतीय जनता पार्टी ने इस मुद्दे को ज़ोर-शोर से उठाया. भाजपा विधायक सुधीर शर्मा ने आरोप लगाया है कि इस पूरे मामले में बड़े अधिकारियों को बचाने की कोशिश हो रही है. सुधीर शर्मा ने कहा कि पावर कॉरपोरेशन की कार्यप्रणाली लंबे समय से सवालों के घेरे में रही है. अब एक बड़े और ईमानदार अधिकारी की मौत ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए. इस पूरे मामले में निष्पक्ष जांच की ज़रूरत है. ऐसे में राज्य सरकार को यह जांच सीबीआई को सौंप देनी चाहिए. भारतीय जनता पार्टी के विधायक सुधीर शर्मा ने कहा कि पहले भी पावर कॉर्पोरेशन के बड़े अधिकारियों से जुड़ा हुआ एक पत्र वायरल हुआ था, जिसमें भ्रष्टाचार के आरोप थे. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जिस तरह की बात कर रही है, उससे ऐसा लगता है कि सरकार इन्हें बचाने की कोशिश में हैं. सुधीर शर्मा ने सवाल उठाया है कि क्या पुलिस ने उस वक़्त भी वीडियोग्राफी की, जब विमल नेगी के शव को बरामद किया गया. उन्होंने कहा कि इस बात की जांच होना भी ज़रूरी है कि क्या जब उसके शव को बरामद किया गया था, तब भी उनके पास कोई काग़ज़ मिला था या नहीं. सुधीर शर्मा ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार इस पावर कॉर्पोरेशन के दफ़्तर को अपने ही अपने सलाहकार तीन निजी बिल्डिंग में शिफ़्ट करने की कोशिश कर रही थी.
शिमला , 20 मार्च [ विशाल सूद ] - हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की मौत का मामला लगातार तूल पकड़ता हुआ नज़र आ रहा है. हिमाचल प्रदेश विधानसभा में सदन के अंदर भी भारतीय जनता पार्टी ने इस मुद्दे को ज़ोर-शोर से उठाया.
भाजपा विधायक सुधीर शर्मा ने आरोप लगाया है कि इस पूरे मामले में बड़े अधिकारियों को बचाने की कोशिश हो रही है. सुधीर शर्मा ने कहा कि पावर कॉरपोरेशन की कार्यप्रणाली लंबे समय से सवालों के घेरे में रही है. अब एक बड़े और ईमानदार अधिकारी की मौत ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए. इस पूरे मामले में निष्पक्ष जांच की ज़रूरत है. ऐसे में राज्य सरकार को यह जांच सीबीआई को सौंप देनी चाहिए.
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भारतीय जनता पार्टी के विधायक सुधीर शर्मा ने कहा कि पहले भी पावर कॉर्पोरेशन के बड़े अधिकारियों से जुड़ा हुआ एक पत्र वायरल हुआ था, जिसमें भ्रष्टाचार के आरोप थे. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जिस तरह की बात कर रही है, उससे ऐसा लगता है कि सरकार इन्हें बचाने की कोशिश में हैं. सुधीर शर्मा ने सवाल उठाया है कि क्या पुलिस ने उस वक़्त भी वीडियोग्राफी की, जब विमल नेगी के शव को बरामद किया गया.
उन्होंने कहा कि इस बात की जांच होना भी ज़रूरी है कि क्या जब उसके शव को बरामद किया गया था, तब भी उनके पास कोई काग़ज़ मिला था या नहीं. सुधीर शर्मा ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार इस पावर कॉर्पोरेशन के दफ़्तर को अपने ही अपने सलाहकार तीन निजी बिल्डिंग में शिफ़्ट करने की कोशिश कर रही थी.
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