- विज्ञापन (Article Top Ad) -
शिमला , 12 मार्च [ विशाल सूद ] ! हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार बने तीन महीने का समय हुआ है ओर सुक्खू सरकार में बगावत शुरू गई हैं। कांग्रेस के विधायक अपने ही सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रहे है। जनजातीय क्षेत्र लाहौल स्पीति के विधायक रवि ठाकुर ने द्वारा उनके क्षेत्र में बिना पूछे अधिकरियों के बदलने के आरोप लगाए है और बार बार मुख्यमंत्री के समक्ष मामला उठाने के बाद भी सुनवाई न होने पर अब रवि ठाकुर ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने अपने चुनाव क्षेत्र के तीनों एसडीएम, डीएफओ, 2 बीडीओ, 2 तहसीलदार, नायब तहसीलदार की ट्रांसफर का मसला उठाया है। प्रतिभा सिंह को लिखे पत्र में रवि ठाकुर ने कहा कि अगले साल लोकसभा चुनाव होने है। इसे देखते हुए उनके चुनाव क्षेत्र में अधिकारियों के खाली पदों को शीघ्र भरा जाए। इन पदों के खाली होने से क्षेत्रवासियों में भारी रोष है। जिले में एक भी एसडीएम नहीं होने से विकास के कार्य ठप हैं। विभिन्न परीक्षाओं के लिए आवेदन करने के इच्छुक छात्र सर्टिफिकेट जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेज नहीं बना पा रहे। एसडीएम, बीडीओ, तहसीलदार के बगैर डिवीजन दफ्तर के कोई भी काम नहीं हो पा रहे।इसको लेकर दो महीने से मुख्यमंत्री खाली पदों को भरने की माग की जा रही है। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
शिमला , 12 मार्च [ विशाल सूद ] ! हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार बने तीन महीने का समय हुआ है ओर सुक्खू सरकार में बगावत शुरू गई हैं। कांग्रेस के विधायक अपने ही सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रहे है।
जनजातीय क्षेत्र लाहौल स्पीति के विधायक रवि ठाकुर ने द्वारा उनके क्षेत्र में बिना पूछे अधिकरियों के बदलने के आरोप लगाए है और बार बार मुख्यमंत्री के समक्ष मामला उठाने के बाद भी सुनवाई न होने पर अब रवि ठाकुर ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह को पत्र लिखा है।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
इसमें उन्होंने अपने चुनाव क्षेत्र के तीनों एसडीएम, डीएफओ, 2 बीडीओ, 2 तहसीलदार, नायब तहसीलदार की ट्रांसफर का मसला उठाया है।
प्रतिभा सिंह को लिखे पत्र में रवि ठाकुर ने कहा कि अगले साल लोकसभा चुनाव होने है। इसे देखते हुए उनके चुनाव क्षेत्र में अधिकारियों के खाली पदों को शीघ्र भरा जाए। इन पदों के खाली होने से क्षेत्रवासियों में भारी रोष है। जिले में एक भी एसडीएम नहीं होने से विकास के कार्य ठप हैं।
विभिन्न परीक्षाओं के लिए आवेदन करने के इच्छुक छात्र सर्टिफिकेट जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेज नहीं बना पा रहे। एसडीएम, बीडीओ, तहसीलदार के बगैर डिवीजन दफ्तर के कोई भी काम नहीं हो पा रहे।इसको लेकर दो महीने से मुख्यमंत्री खाली पदों को भरने की माग की जा रही है।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -