- विज्ञापन (Article Top Ad) -
शिमला , 05 जून [ विशाल सूद ] ! सिंगल यूज प्लास्टिक देश ही नहीं बल्कि दुनिया की एक बड़ी समस्या बन गई है लेकिन लोग अपने स्तर पर इसको खत्म कर सकते हैं। सिंगल यूज प्लास्टिक पर्यावरण के साथ साथ स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है क्योंकि प्लास्टिक कहीं जाता है और हजारों साल तक वातावरण में रहता है। यह बात शिमला में अभिनेत्री व गुडविल एंबेसडर यू एन ई पी दिया मिर्ज़ा ने हिमाचल पर्यावरण, विज्ञान तकनीकी व क्लाइमेट चेंज विभाग द्वारा आयोजित विश्व पर्यावरण दिवस पर शिमला में आयोजित कार्यक्रम में कहीं। दिया मिर्ज़ा ने कहा कि हमारी प्रकृति में ऐसी चीजें हैं जो इस समस्या का समाधान कर सकती हैं लेकिन लोगों को इसके लिए प्रयास करना होगा। लोग ख़ुद सिंगल प्लास्टिक के बजाय अपनी बोतल, कप लेकर इस्तेमाल कर सकते हैं और आज से 20 साल पहले भारत में सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं होता था और लोग प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल करते थे जिन्हें अब भुलते जा रहे हैं और यहीं वजह की मां के दूध और बच्चे के प्लांसेंटा में प्लास्टिक पाया जा रहा है जो कि स्वास्थ्य को नुकसान कर रहा है। वहीं मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सिंगल यूज प्लास्टिक पर सरकार ने प्रतिबंध लगाया है लेकिन लोगों को पर्यावरण के प्रति अपने कर्तव्य को नहीं भूलना चाहिए। पर्यावरण में हो रहे बदलाव मानवीय भूल का एक बड़ा उदाहरण है जिसकी वजह से नुक्सान भी उठाना पड़ रहा है इसलिए लोगों को सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को बंद करना होगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाई गई प्रर्दशनी का अवलोकन भी किया। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
शिमला , 05 जून [ विशाल सूद ] ! सिंगल यूज प्लास्टिक देश ही नहीं बल्कि दुनिया की एक बड़ी समस्या बन गई है लेकिन लोग अपने स्तर पर इसको खत्म कर सकते हैं। सिंगल यूज प्लास्टिक पर्यावरण के साथ साथ स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है क्योंकि प्लास्टिक कहीं जाता है और हजारों साल तक वातावरण में रहता है। यह बात शिमला में अभिनेत्री व गुडविल एंबेसडर यू एन ई पी दिया मिर्ज़ा ने हिमाचल पर्यावरण, विज्ञान तकनीकी व क्लाइमेट चेंज विभाग द्वारा आयोजित विश्व पर्यावरण दिवस पर शिमला में आयोजित कार्यक्रम में कहीं।
दिया मिर्ज़ा ने कहा कि हमारी प्रकृति में ऐसी चीजें हैं जो इस समस्या का समाधान कर सकती हैं लेकिन लोगों को इसके लिए प्रयास करना होगा। लोग ख़ुद सिंगल प्लास्टिक के बजाय अपनी बोतल, कप लेकर इस्तेमाल कर सकते हैं और आज से 20 साल पहले भारत में सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं होता था और लोग प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल करते थे जिन्हें अब भुलते जा रहे हैं और यहीं वजह की मां के दूध और बच्चे के प्लांसेंटा में प्लास्टिक पाया जा रहा है जो कि स्वास्थ्य को नुकसान कर रहा है।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
वहीं मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सिंगल यूज प्लास्टिक पर सरकार ने प्रतिबंध लगाया है लेकिन लोगों को पर्यावरण के प्रति अपने कर्तव्य को नहीं भूलना चाहिए। पर्यावरण में हो रहे बदलाव मानवीय भूल का एक बड़ा उदाहरण है जिसकी वजह से नुक्सान भी उठाना पड़ रहा है इसलिए लोगों को सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को बंद करना होगा।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाई गई प्रर्दशनी का अवलोकन भी किया।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -