- विज्ञापन (Article Top Ad) -
शिमला , 07 अक्टूबर [ विशाल सूद ] ! पर्यावरण जागरूकता और जिम्मेदार अपशिष्ट प्रबंधन को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, रोटरी क्लब ऑफ शिमला ने स्थानीय स्कूलों के सहयोग से ई-कचरा संग्रहण अभियान शुरू किया है। इस पहल का उद्देश्य छात्रों और व्यापक समुदाय को इलेक्ट्रॉनिक कचरे के पुनर्चक्रण के महत्व के बारे में शिक्षित करना है, साथ ही सुरक्षित निपटान के लिए एक संरचित मंच प्रदान करना है। आज *पीएम श्री राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय टूटू, शिमला* में शुरू हुआ यह अभियान छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को पुराने, अप्रयुक्त या टूटे हुए इलेक्ट्रॉनिक गैजेट जैसे मोबाइल फोन, कंप्यूटर, चार्जर और अन्य ई-कचरा लाने के लिए प्रोत्साहित करता है। 13 अप्रचलित कंप्यूटरों से लेकर मॉनिटर, सीपीयू, कीबोर्ड, माउस, प्रिंटर, फोन सेट आदि तक का ई-कचरा स्कूल से एकत्र किया गया और वैज्ञानिक तरीके से निपटान के लिए *करो संभव* को सौंप दिया गया। सभी स्कूल परिसरों में ऐसे इलेक्ट्रॉनिक और इलेक्ट्रिकल आइटम एकत्र करने के लिए विशेष संग्रह बॉक्स रखे जाएंगे। यह पहल रोटरी क्लब शिमला के पर्यावरण संरक्षण में योगदान देने और युवा पीढ़ी में पर्यावरण के अनुकूल आदतें डालने के चल रहे प्रयासों का एक हिस्सा है। लॉन्च के अवसर पर बोलते हुए रोटरी क्लब शिमला के अध्यक्ष इंजीनियर सौरभ राज सूद ने कहा, "इलेक्ट्रॉनिक कचरा दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाले कचरे में से एक है, और अगर इसका उचित तरीके से निपटान नहीं किया जाता है तो यह गंभीर पर्यावरणीय खतरे पैदा करता है। इस पहल के माध्यम से, हमारा उद्देश्य छात्रों को रीसाइक्लिंग के महत्व के बारे में शिक्षित करना और उन्हें बदलाव लाने का एक सरल, व्यावहारिक तरीका प्रदान करना है।" एकत्र किए गए ई-कचरे को प्रमाणित रीसाइक्लिंग भागीदारों को सौंप दिया जाएगा जो उचित रीसाइक्लिंग और निपटान सुनिश्चित करेंगे, जिससे पर्यावरणीय प्रभाव कम से कम हो। रोटरी क्लब शिमला आने वाले महीनों में शहर भर के अन्य स्कूलों और सामुदायिक केंद्रों में इस पहल का विस्तार करने की योजना बना रहा है, ताकि यह एक शहरव्यापी अभियान बन सके। *डॉ. रशिमा राणा* की प्रिंसिपल ने सहयोग के लिए प्रशंसा व्यक्त करते हुए कहा, “यह अभियान न केवल जिम्मेदार ई-कचरे के निपटान के बारे में जागरूकता बढ़ाता है, बल्कि छात्रों को पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सक्रिय कदम उठाने के लिए भी प्रेरित करता है।” रोटरी क्लब शिमला अन्य स्कूलों और स्थानीय संगठनों को इस सामूहिक प्रयास में हाथ मिलाने के लिए आमंत्रित करता है ताकि *शिमला को एक स्वच्छ और हरा-भरा शहर बनाया जा सके।
शिमला , 07 अक्टूबर [ विशाल सूद ] ! पर्यावरण जागरूकता और जिम्मेदार अपशिष्ट प्रबंधन को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, रोटरी क्लब ऑफ शिमला ने स्थानीय स्कूलों के सहयोग से ई-कचरा संग्रहण अभियान शुरू किया है। इस पहल का उद्देश्य छात्रों और व्यापक समुदाय को इलेक्ट्रॉनिक कचरे के पुनर्चक्रण के महत्व के बारे में शिक्षित करना है, साथ ही सुरक्षित निपटान के लिए एक संरचित मंच प्रदान करना है।
आज *पीएम श्री राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय टूटू, शिमला* में शुरू हुआ यह अभियान छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को पुराने, अप्रयुक्त या टूटे हुए इलेक्ट्रॉनिक गैजेट जैसे मोबाइल फोन, कंप्यूटर, चार्जर और अन्य ई-कचरा लाने के लिए प्रोत्साहित करता है।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
13 अप्रचलित कंप्यूटरों से लेकर मॉनिटर, सीपीयू, कीबोर्ड, माउस, प्रिंटर, फोन सेट आदि तक का ई-कचरा स्कूल से एकत्र किया गया और वैज्ञानिक तरीके से निपटान के लिए *करो संभव* को सौंप दिया गया। सभी स्कूल परिसरों में ऐसे इलेक्ट्रॉनिक और इलेक्ट्रिकल आइटम एकत्र करने के लिए विशेष संग्रह बॉक्स रखे जाएंगे।
यह पहल रोटरी क्लब शिमला के पर्यावरण संरक्षण में योगदान देने और युवा पीढ़ी में पर्यावरण के अनुकूल आदतें डालने के चल रहे प्रयासों का एक हिस्सा है।
लॉन्च के अवसर पर बोलते हुए रोटरी क्लब शिमला के अध्यक्ष इंजीनियर सौरभ राज सूद ने कहा, "इलेक्ट्रॉनिक कचरा दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाले कचरे में से एक है, और अगर इसका उचित तरीके से निपटान नहीं किया जाता है तो यह गंभीर पर्यावरणीय खतरे पैदा करता है। इस पहल के माध्यम से, हमारा उद्देश्य छात्रों को रीसाइक्लिंग के महत्व के बारे में शिक्षित करना और उन्हें बदलाव लाने का एक सरल, व्यावहारिक तरीका प्रदान करना है।"
एकत्र किए गए ई-कचरे को प्रमाणित रीसाइक्लिंग भागीदारों को सौंप दिया जाएगा जो उचित रीसाइक्लिंग और निपटान सुनिश्चित करेंगे, जिससे पर्यावरणीय प्रभाव कम से कम हो। रोटरी क्लब शिमला आने वाले महीनों में शहर भर के अन्य स्कूलों और सामुदायिक केंद्रों में इस पहल का विस्तार करने की योजना बना रहा है, ताकि यह एक शहरव्यापी अभियान बन सके।
*डॉ. रशिमा राणा* की प्रिंसिपल ने सहयोग के लिए प्रशंसा व्यक्त करते हुए कहा, “यह अभियान न केवल जिम्मेदार ई-कचरे के निपटान के बारे में जागरूकता बढ़ाता है, बल्कि छात्रों को पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सक्रिय कदम उठाने के लिए भी प्रेरित करता है।”
रोटरी क्लब शिमला अन्य स्कूलों और स्थानीय संगठनों को इस सामूहिक प्रयास में हाथ मिलाने के लिए आमंत्रित करता है ताकि *शिमला को एक स्वच्छ और हरा-भरा शहर बनाया जा सके।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -